सुबह उठने के साथ सूजी आंखें कई लोगों को परेशान करती है। वहीं कभी-कभी दिन भर लोगों की आंखों में सूजन रहता है। ऐसा कई कारणों से होता है। कभी थकावट के कारण तो कभी कम नींद की वजह से भी आंखों में सूजन आ जाती है। वहीं, पोषक तत्वों की कमी से भी कई बार आंखों में सूजन देखने को मिलती है। आंखों से संबंधित कोई भी समस्या क्यों न हो, लोग तुरंत ही परेशान हो जाते हैं। ऐसे में इससे कैसे निजात पाया जाए ये जानना बेहद जरूरी है।
आंखों की सूजन कम करने के टिप्स -
- बर्फ के टुकड़े भी आंखों की सूजन (eye inflammation)को कम करने का काम करते हैं। इसके लिए आंखों को आसपास बर्फ (ice) के टुकड़ों से सिंकाई करें। ये आंखों की सूजन को कम करने का काम करते हैं।
- दो अंडों का सिर्फ सफेद हिस्सा निकाल कर एक कटोरी में रख लें। अंडे (egg) को अच्छी तरह से फेंटें। इसमें दो से चार बूंदें हेजल विच की डालें। एक मुलायम कपड़े या रूई की मदद से इस मिश्रण को आंखों के आसपास लगाएं। आराम मिलने तक इस नुस्खे का इस्तेमाल करना है।
- टी बैग्स (Tea Bags) आंखों की सूजन को कम करने में मदद करता है। टी बैग्स में एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) गुण होते हैं। इस्तेमाल किए हुए टी बैग्स को 10 से 20 मिनट के लिए फ्रिज में रख दें। इसके बाद इन्हें आंखों पर रखें ये आंखों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
- खीरा भी आंखों की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसके लिए खीरे को काटकर आंखों पर रख लें। इसे कुछ देर तक रखा रहने दें। जब ये गर्म हो जाए तो इन्हें हटा दें। इससे आंखों की सूजन कम होती है।
- गुलाब जल भी आंखों की सूजन को दूर करने का काम करता है। इसके लिए गुलाब जल में रुई को डुबोकर आंखों पर रख लें। इसके बाद रुई को हटा दें। ये आंखों की सूजन को कम करने में मदद करता है।
आंखों के नीचे सूजन क्यों होती है?
- आंखों के नीचे की सूजन का सबसे आम कारण, बढ़ती आयु है। जैसे-जैसे हमारी आयु बढ़ती है, हमारे वसा के पैड और कोलेजन घटने लगते हैं; कोलेजन त्वचा (Collagen skin), पेशियों और शरीर के अन्य भागों में मौजूद संयोजी ऊतकों का प्रमुख घटक है।
- कोलेजन का स्तर घटने से पूरे शरीर की त्वचा और नीचे मौजूद पेशियां अपनी लचीलापन (resilience) और रंगत खोने लगती हैं। यह लटकन आंखों के इर्द-गिर्द बड़ी आसानी से दिख जाती है क्योंकि वहां की त्वचा बहुत पतली होती है।
- आंखों के नीचे सूजन आने में योगदान देने वाले अन्य कारकों में शरीर के अंदर तरल पदार्थ का संचय, दीर्घस्थायी चिकित्सीय स्थितियां जैसे थायरॉइड (thyroid) का रोग, संक्रमण, एलर्जी, तनाव, आंखों की थकान, धूम्रपान (smoking), नींद का अभाव, और चेहरे की वंशानुगत विशेषताएं शामिल हैं।
- यदि सूजन अधिक तीव्र, पीड़ादायी, खुजलीदार (itchy), लाल या हठी हो जाए, तो चिकित्सीय निदान के लिए किसी नेत्र देखभाल पेशेवर को दिखाएं।
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