देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

कोरोना वैक्सीन से उठते सवालों का जबाव दिया ब्रांड एम्बेसडर डॉ सूर्यकान्त ने।

वैक्सीन से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को मधुमेह, रक्तचाप, हृदय की समस्या या कोई भी को-मोरबिडिटी है तो उन्हें भी वैक्सीन लेनी है।

0 14176
कोरोना वैक्सीन से उठते सवालों का जबाव दिया ब्रांड एम्बेसडर डॉ सूर्यकान्त ने। आईएमए - एएमएस के वाइस चेयरमैन डॉ. सूर्यकांत

लखनऊ। कोविड के टीके ने कोरोना संक्रमण की विकट समस्या से समाधान का रास्ता खोल दिया है। टीके के साथ ही सवाल भी उठने लगे हैं। लोगों जानना चाहतें हैं कि यह टीका कब और किसको लगेगा, टीका कितना कारगर है, कोई साइड इफेक्ट तो नहीं है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के कोविड टीकाकरण के ब्रांड एम्बेसडर व आईएमए - एएमएस के वाइस चेयरमैन डॉ. सूर्यकांत ने लोगों की इन्हीं जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास किया है।

​कुछ लोगों के टीका लगवाने से घबराने व आगे न आने के सवाल पर डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि देश में जब विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हुआ तो सबसे पहले चिकित्सकों को ही टीका लगाया गया। उन्होंने कहा- “मैंने पहले ही दिन टीका लगवाया और जब से टीका लगवाया है तब से निरंतर ड्यूटी पर आ रहा हूँ और पहले की तरह ही पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहा हूँ, मुझे कोई भी शारीरिक कष्ट नहीं है।” उनका कहना है कि जिस हाथ में वैक्सीन लगी थी उसमें पहले दो दिन हल्का-फुल्का दर्द था, जो कि अमूमन हर वैक्सीन के लगने के बाद रहता है। इसलिए समुदाय से यही कहना चाहूँगा कि बगैर घबराये या किसी तरह का भ्रम पाले बिना जब भी टीकाकरण की बारी आये तो केंद्र पर जाकर टीका अवश्य लगवाएं। 
 
​ टीकाकरण के आगे बढ़ने और कब किसको टीका लगेगा के सवाल पर डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि अभी तो यह प्रक्रिया तीन चरणों में प्रस्तावित है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण जारी है, दूसरे चरण में पुलिसकर्मियों, राजस्व कर्मियों या कोरोना काल में फ्रंट लाइन में कार्य करने वालों का भी टीकाकरण शुरू किया जा चुका है। तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों व गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद आम लोगों को सुरक्षित बनाने की बारी आ जाएगी। आम लोगों को सरकार की तरफ से इस बारे में सूचना दी जायेगी। सूचना मिलने के बाद ही कोविन एप के जरिये उनका नाम पंजीकृत किया जाएगा ।

​मधुमेह व रक्तचाप के मरीजों को वैक्सीन लगवानी चाहिए या  नहीं के, सवाल पर डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि फिर वही बात कहूंगा कि वैक्सीन से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को मधुमेह, रक्तचाप, हृदय की समस्या या कोई भी को-मोरबिडिटी है तो उन्हें भी वैक्सीन लेनी है। हालाँकि ऐसे लोगों को इस बात का ध्यान जरूर रखना है कि वह पहले से जो भी दवा ले रहे हों उसे बंद नहीं करना है, उसे उसी तरह लेते रहें जिस तरह वैक्सीन लगने के पहले ले रहे थे।  

​टीका लगने के बाद भी कोविड प्रोटोकाल के पालन के सम्बन्ध में डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज लगने के दो हफ्ते बाद प्रतिरोधक क्षमता बननी शुरू होती है। इस तरह करीब 42 दिन बाद ही वायरस से लड़ने की ताकत मिलती है। जब तक हर किसी को वैक्सीन न लग जाए तब तक पहले की भांति ही सभी प्रोटोकाल का पालन करना श्रेयस्कर होगा। वैसे भी जो प्रोटोकाल बताये गए हैं वह किसी को भी कोरोना वायरस के साथ ही कई अन्य संक्रामक बीमारियों से सुरक्षित बनाते हैं, जैसे- मास्क लगाकर कोरोना वायरस के साथ टीबी या अन्य संक्रामक बीमारियों की चपेट में आने से बच सकते हैं। इसी तरह हाथों की अच्छी तरह से सफाई से पेट सम्बन्धी व संक्रामक बीमारियों से भी बचे रह सकते हैं । इसलिए इन प्रोटोकाल को अगर व्यवहार में अपना चुके हैं तो उसमें कोई बुराई नहीं बल्कि सभी की भलाई ही है ।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

यूरोप में तेजी से बढ़ रहीं सेक्स सम्बन्धी बीमारियाँ, फ्रांस सरकार ने उठाये एहतियाती कदम

हे.जा.स. February 20 2023 15950

गर्भ निरोधक गोली या इंट्रायूटरिन डिवाइस अनचाहे गर्भधारण से बचने और छुटकारा पाने में तो मदद करती है,

उत्तर प्रदेश

प्रसूताओं को पंजीकरण और प्रोसीजर फीस से मिलेगी राहत

आरती तिवारी August 01 2023 14208

केजीएमयू में अब प्रसूताओं को पंजीकरण और प्रोसीजर जैसे शुल्क से छूट मिलेगी। इसके साथ ही उनको ब्लड मै

अंतर्राष्ट्रीय

अमेरिका ने मेन्थॉल सिगरेट और सुगंधित सिगार को प्रतिबंधित करने की दिशा में उठाया कदम 

हे.जा.स. April 29 2022 15932

यू.एस. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज सेक्रेटरी जेवियर बेसेरा ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से

सौंदर्य

स्किन टाइटनिंग के लिए मॉर्फस 8 टेक्निक हो रही पॉपुलर, जानें इसके बारे में सब कुछ

श्वेता सिंह August 27 2022 11349

ज्यादातर महिलाओं में स्किन के लूज होने की वजह बढ़ती उम्र होती है। लेकिन आज के समय में कम उम्र में भी

स्वास्थ्य

यौन और प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा - मानव जीवन की आवश्यक आवश्यकता

लेख विभाग February 15 2022 54173

यौन और प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा से सुरक्षित यौन संबंध, यौन साथी तय करने की स्वतंत्रता, विभिन्न गर्भनि

व्यापार

Lupin को अमेरिकी बाजार में जेनेरिक एंटी-फंगल क्रीम बेचने की मंज़ूरी मिली 

हे.जा.स. February 10 2021 19525

Tavaborole टॉपिकल सॉल्यूशन ऐंटिफंगल है जिसे पैर की उँगलियों में होने वाले फंगल उपचार के लिए प्रयोग क

अंतर्राष्ट्रीय

दवा हेपरिन कोरोना के खिलाफ एक प्रभावी इलाज और निवारक साबित हो सकती है: शोध

हे.जा.स. February 08 2022 19633

रक्त को पतला करने वाली किफायती दवा हेपरिन को अगर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज लेते हैं तो उनके फेफड

अंतर्राष्ट्रीय

पिछले 30 वर्षों में मौखिक रोग मामलों की संख्या एक अरब से अधिक बढ़ी है , रिपोर्ट

हे.जा.स. November 21 2022 10798

मसूड़ों में रोग होने, दाँत टूटने और मौखिक कैंसर ऐसी बीमारियाँ हैं, जिनकी रोकथाम सम्भव है। वहीं दाँतो

उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में डॉक्टरों की लापरवाही ने ली युवक की जान, परिजनों ने काटा हंगामा

विशेष संवाददाता April 05 2023 12329

गाजियाबाद के थाना शालीमार के पास एक हॉस्पिटल में पथरी का इलाज कराने गए युवक की अस्पताल प्रबंधक और स्

राष्ट्रीय

भारत में 8 प्रतिशत से अधिक वयस्क डायबिटीज़ से पीड़ित: इंटरनेशनल डायबिटीज़ फेडरेशन

एस. के. राणा November 14 2021 10861

भारत में 40 मिलियन वयस्क इम्पेयर्ड ग्लुकोज़ टॉलरेन्स का शिकार हैं, जिनमें टाईप 2 डायबिटीज़ की संभावना

Login Panel