देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

पलकों पर भी बुरा असर डालती है दर्द निवारक दवाएं

पलकों पर कवियों ने कविताएँ लिखी, शायरों ने शेर और तो और गीतकारो ने भी कई गीत लिख डाले। पलकों की महत्ता को कलाकारों ने अपने ढंग से बताए है।  बीमारी और चिकित्सा जगत में भी पलकों की बहुत महत्ता है।

लेख विभाग
November 05 2022 Updated: November 05 2022 01:08
0 25542
पलकों पर भी बुरा असर डालती है दर्द निवारक दवाएं प्रतीकात्मक चित्र

पैन किलर्स का इस्तेमाल एक आम बात है। इससे एक तरफ आराम तो मिलता ही है पर दूसरी तरफ लीवर, किडनी पर कई प्रकार के नुकसान का हर्जाना मरीज को भरना पड़ता है।  ऐसा ही एक नुकसान पलकों को भी झेलना पड़ता है। पलकों पर कवियों ने कविताएँ लिखी, शायरों ने शेर और तो और गीतकारो ने भी कई गीत लिख डाले। पलकों की महत्ता को कलाकारों ने अपने ढंग से बताए है।  बीमारी और चिकित्सा जगत में भी पलकों की बहुत महत्ता है।

 

पलकों (eyelids) का झपकना हमारी आँखों के लिए अत्यंत आवश्यक है। जब हम पलक झपकते है उस समय एक साथ बहुत सी क्रियाएँ होती है। एक तरफ आँखों की सफाई हो जाती है तो दूसरी तरफ आँखों को एक पल का विश्राम भी मिलता है। हम एक मिनट में 10- 20 बार पालक झपकते है। कुछ महत्वपूर्ण दृश्य देखते समय हमारी पलके कम झपकती हैं। विदेशी सिनेमाकार (cinematographers) अपनी फिल्मो की एडिटिंग में फ्रेम चेंज हमारे पलकों के झपकने (blinking of our eyelids) को ध्यान में रख कर करते हैं, ऐसा करना ही विदेशी फिल्मो को सामान्य स्तर से ऊपर उठता है।

 

पलकों की अनेक प्रकार की विकृतिया पाई जाती हैं, उस में से एक विकृति को टोसिस कहते है। इसमें  रोगी की पलके पूर्ण रूप से खुलती नहीं  है।  कई लोगो की पलके झुकी हुई ही रह जाती है।  पहले ये बीमारी काफी कम लोगो में पाई जाती थी। इन दिनों इस बीमारी में बड़ा उछाल आया है।  पहले जन्मगत टोसिस (congenital tosis) ही ज्यादा देखने को मिलते थे पर आज कल टोसिस हर उम्र के लोगो में  पाया जाने लगा हैं। स्त्री और पुरुष सामान्य रूप से पीडि़त हैं, देश या जाती से सम्बन्ध नहीं पाए गए है। टोसिस को हम दो भागो में बाट सकते हैं - एक जन्मगत और दूसरा अक्वायर्ड अर्थात जन्म के बाद कभी भी पलकों का झुक जाना।

 

किन लक्षणों से जाने की क्या आपको ये समस्या हैं ? अगर किसी को एक आंख में टोसिस होता हैं तो एक आंख छोटी और एक बड़ी दिखेगी, झुकी हुई पलकों में पलकों के ऊपर का क्रीज़  नहीं मिलेगा, कई बार अगर पलक ज्यादा नीचे आ जाती हैं तो देखने में भी दिक्कत आती हैं और रोगी अंगुलियों से पलकों को ऊपर कर के देखने की कोशिश करता हैं, गर्दन उठा के रखता हैं, भो को भी ऊपर की तरफ खींचता हैं जिससे की उसकी पलके उठ जाये और देखने में दिक्कत न आये।

 

आज के समय में इसके बढऩे का कारण हमारा मानसिक चाप (mental pressure), अनियंत्रित खान पान, डायबिटीज, ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन टूमर, नर्व की पैरालिसिस, मायस्थेनिया ग्रेविस (myasthenia gravis), चोट लगना, किसी ऑय सर्जरी के बाद जैसे की कैटरेक्ट सर्जरी या लेसिक सर्जरी के बाद, बहुत से मेडिसिन के साइड इफ़ेक्ट से भी टोसिस के रोगियों की संख्या बढ रही है।  बढ़ते उम्र के साथ टोसिस होना स्वाभाविक है परन्तु आज का मानव अपने मानसिक परेशानियों से परेशान हो कर कई प्रकार की न्यूरोलॉजिकल दवाये लेने लगा हैं इन दवाओ का असर हमारे पलकों के मसल्स और नर्व पे होता हैं और बहुत से मिर्गी, एपिलेप्सी, ओस्टीओ  आर्थराइटिस (epilepsy, osteo arthritis) के रोगियों की पैन किलर दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी टोसिस होने की सम्भावनाये है।  

 

आज कल एक नया चलन आया हैं मूड स्टेबलाइजर (Mood Stabilizer) का, इसमें  आम तौर पे युवा वर्ग अपने मूड को स्टैबिलाइज करने के लिए दवाओ का सहारा लेते हैं, इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स से भी टोसिस हो सकता है। दर्द में पैन किलर का सेवन एक आम बात है। मॉर्फिन जात की पैन किलर का सेवन समझ बूझ के किया जाना चाहिये। तुरंत आराम के लिए बहुत प्रकार की दवाओ का कॉकटेल बाजार में उपलब्ध हैं, इन दवाओ के सेवन से बचे, हमेशा चिकित्सक की सलाह से ही दवाओ का सेवन करे, जहा तक संभव हो अनायाश दवाओं के सेवन से बचे ।

 

कई बार देखा गया हैं पलकों का झुका होना रोगी को देखने मे कोई समस्या नहीं देता है परन्तु एक हीन भाव से वो ग्रषित (inferiority complex) हो जाता हे । छोटे बच्चों में टोसिस होने सै उनको स्कूल में, दोस्तों के बिच कई बार शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है, कई बार बात यहाँ तक पहुंच जाती है की बच्चा स्कूल ही जाना छोड़ देता है और पढ़ाई तक बंद हो जाती है, सामाजिक अनुष्ठान में  भी नहीं जाता है । 

 

कई बार एक पलक का ज्यादा झुका होना व्यक्ति के चरित्र पर भी सवालिया निशान खड़ा कर देता है और तो और मैंने एक महिला  टसिस के मरीज से जाना की उसकी दोनों पलके झुकी होने के कारण उसे समाज में  ना अच्छे नजर से देखा गया न ही प्रतिभा को देखा गया बल्कि उनके आते ही लोगो ने उन्हें ओवर ड्रिंक की संज्ञा दी, काफी लोग उनका  उपहास भी करते है ये कह कर की सुबह सुबह ही नशे में  डूबी  हुए है । हमारा समाज एक रोगी या एक विकलांग को तभी सहानभूति दिखाता है जब वो अपने ऊपर अपने बीमारी का टैग लगा के  घूमता है वार्ना उसे उपहास (face ridicule) का ही सामना करना पड़ता है।  

 

टोसिस की चिकित्सा (treatment of tosis) की बात करे तो ऑपरेशन कर के पलकों को ऊपर उठाया जाता है । कई बार देखा गया है ये सर्जरी सक्सेसफुल नहीं भी होती है, या तो पलक ज्यादा उठ जाता है, या कम, कई बार कुछ समय के बाद वापस टोसिस हो जाता है, सर्जरी के बाद पलकों के ऊपर टांको के निशान भी देखने को मिलते है । कुल मिला के ऑपरेशन एक अच्छा विकल्प नहीं  है। टोसिस के कुछ नॉन सर्जिकल उपाय (non-surgical remedies) भी है। भोजन, ऑय एक्सरसाइज और स्पेशल तरह का चस्मा लाभ दायक है । जन्मगत टोसिस के रोगियों के पास सिर्फ दो ही विकल्प है ऑपरेशन या बिना सर्जरी के क्रच वाला चस्मा जो पलकों को उठा के रख।

 

जन्म के बाद होने वाले टोसिस में कारण को पहले जानने से इलाज में मदद मिलती हे। आम तौर से विटामिन बी, कैल्शियम , मैग्नीशियम , जिंक , विटामिन  सी , विटामिन  इ , टौरीन, लेसिथिन, एसेंशियल  फैटी  एसिड्स पाए जाने वाले फल, सब्जियों का सेवन या इनके टेबलेट्स का सेवन न केवल पलकों को नुट्रिशन देता है बल्कि आँखों के  लिए भी विशेस लाभ दायक है। आँखों की एक्सरसाइज (Eye exercises) भी पलकों के मसल्स को ताकत देता है जैसे की इंडेक्स फिंगर (index finger) को ऑय ब्रो पे रखे और हलके से निचे की तरफ प्रेस करे और इसी समय अपने भौवों को ऊपर  की तरफ खींचे, फिर आंखे बंद कर ले और इंडेक्स फिंगर से पलकों को ऊपर की तरफ खींचने की कोशिश करे और उसी समय आँखों को भींचे रखे की पलके न खुले अर्थात दो अलग दिशा में  फॉर्स को लगाए उंगलिया पलक खोलना चाहेंगी और आप बंध रखना चाहेंगे इस से पालक के मसल्स पर एक दबाव बनेगा।

 

इसके बाद आंख खोले और जोर से बांध करे ऐसा 4 से 5 बार करने क बाद 6 सेकंड आंख बांध रखे, ऐसा कई बार करे, आंखे खोले और आँखों को अप  डाउन मूवमेंट करे 10 बार ऐसा रोज करे, दिन में कई बार करे। इमीडियेट सोल्युशन के लिए टोसिस  का क्रच वाला चस्मा बनाये जो पलकों को उठा के रखेगा और सामने से देखने वालो को पता भी नहीं चलेगा की पलकों (eyelashes) में कोई समस्या है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

कानपुर में स्वाइन फ्लू के मरीज मिलने से हड़कंप, स्वास्थ्य अधिकारी ने जाना हाल

आरती तिवारी September 30 2022 17264

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 4 छात्राएं स्वाइन फ्लू की चपेट में आ गई है। जहां इस पूरे मामले को सूबे के

राष्ट्रीय

दिल्ली की पच्चीस फीसदी महिलाएं और तैंतीस फीसदी पुरुष हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित

एस. के. राणा May 17 2022 20007

जिन लोगों का सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 140 से अधिक या डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 90 से अधिक होता है, वे हाई

सौंदर्य

चेहरे के पिंपल्स से छुटकारा पाने के लिए अपनाएँ घरेलू उपाय, चेहरे को सुन्दर और आकर्षक बनायें

सौंदर्या राय February 21 2022 22750

चेहरे को पिंपल्स फ्री और शाइनी बनाना चाहतीं हैं, तो आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं बस आपको अपनी

उत्तर प्रदेश

गोरखनाथ मंदिर में बैठक कर CM योगी ने अवैध शराब व ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ने का दिया निर्देश

श्वेता सिंह August 29 2022 18326

इसके पहले भी सीएम योगी ने ड्रग माफियाओं के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाने के निर्देश दिए थे। बता

अंतर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में बढ़े शुगर, बीपी और दिल की दवाओं के दाम

हे.जा.स. February 15 2023 28304

अचानक दवाएं महंगी होने से पाकिस्तान में हाहाकार मचा है। क्योंकि महंगी दवाओं को जमाखोरों ने स्टॉक कर

स्वास्थ्य

चकोतरा के सेवन से बढ़ती है इम्युनिटी।

लेख विभाग August 29 2021 35387

चकोतरे में संतरे की अपेक्षा सिट्रिक अम्ल अधिक तथा शर्करा कम होती है | इसका छिलका पीला तथा अंदर का भा

राष्ट्रीय

केंद्र सरकार ने राज्यों से कोविड से जुड़े प्रतिबंधों में ढील देने के लिए कहा

एस. के. राणा February 26 2022 25917

कोरोना की तीसरी लहर का असर कम होने के बाद केंद्र सरकार ने राज्यों से कोविड से जुड़े प्रतिबंधों में ढ

राष्ट्रीय

पेपरलेस आम बजट में स्वास्थ्य को प्राथमिकता, 2021-22 में स्वास्थ्य और भलाई के लिए 2,23,846 करोड़। 

रंजीव ठाकुर February 02 2021 18724

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बजट में 137 प्रतिशत का इजाफा हुआ है और इसे 94,000 करोड़ से बढ़ाकर 2.38 लाख

उत्तर प्रदेश

मरीजों के इलाज के लिए करें उचित व्यवस्था- सीएम योगी

आरती तिवारी March 17 2023 21509

सीएम योगी ने कहा है कि, स्वास्थ्य विभाग इस बात का ध्यान रखें कि उनके द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का प

उत्तर प्रदेश

को-विन एप्प पर 12 से 14 साल के बच्चों का नहीं दिखा स्लॉट, कल से शुरू होने वाले टीकाकरण की तैयारियों का पता नहीं

आनंद सिंह March 16 2022 20845

कोविन ऐप पर 15 से 18 साल, 18 साल से ऊपर का स्लाट तो दिख रहा है लेकिन 12 से 14 साल के बच्चों वाला स्ल

Login Panel