देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

विश्व पोषण दिवस: सही खाएं, स्वस्थ रहें

गतिविधि कोई भी हो बिना ऊर्जा के सम्भव नहीं होती है। शारीरिक गतिविधियों के ऊर्जा का स्रोत स्वच्छ, रुचिकर और पौष्टिकता से भरपूर भोजन है। पौष्टिकता भोजन की आत्मा है। 

आयशा खातून
May 28 2022 Updated: May 28 2022 18:24
0 35989
विश्व पोषण दिवस: सही खाएं, स्वस्थ रहें प्रतीकात्मक चित्र

भारतीय परम्परा में यह तथ्य प्रचलित है कि 'स्वस्थ शरीर में, स्वस्थ मन बसता है'। शरीर को स्वस्थ रखना एक जटिल प्रक्रिया है। ऐसा माना जाता है कि पौष्टिकता, पर्याप्त नींद, मानसिक शान्ति और शारीरिक गतिविधियां शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करतीं हैं। गतिविधि कोई भी हो बिना ऊर्जा के सम्भव नहीं होती है। शारीरिक गतिविधियों के ऊर्जा का स्रोत स्वच्छ, रुचिकर और पौष्टिकता से भरपूर भोजन है। पौष्टिकता भोजन की आत्मा है। 


आज विश्व पोषण दिवस पर समझतें है कि पोषण क्या है - Lets understand nutrition on World Nutrition Day

भोजन के वे सभी तत्व जो शरीर के अंगों को कार्य करने में मदद करते हैं, उन्हें पोषण तत्व कहते हैं। प्रोटीन (Proteins), कार्बोहाइड्रेट (carbohydrates), फैट (fats), विटामिन (vitamins), मिनरल्स (minerals), लवण (minerals) और पानी (water) प्रमुख पोषण तत्व हैं। यदि ये पोषण तत्व हमारे भोजन में उचित मात्रा में मौजूद न हों, तो शरीर अस्वस्थ हो जाएगा।
इस विश्व पोषण दिवस पर, अपने आप पर ध्यान दें और देखें कि स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने के लिए आप क्या कर सकते हैं।


पोषक तत्वों की कमी के दुष्प्रभाव - Side effects of nutrient deficiency 

1. पोषक तत्वों की कमी आने से मानव शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे सर्दी, जुकाम, बुखार, सरदर्द जैसी साधारण रोगों से भी लड़ने की शक्ति कमजोर पड़ जाती है तथा वह रोगों से घिर जाता है।

2. पोषक तत्वों की कमी से एनीमिया, पेलाग्रा, स्कर्वी, बेरी बेरी, एलर्जी, पायरिया,  रतौंधी, दूरदृष्टि रोग व निकटदृष्टि रोग, अल्सर, मुंह के छाले, तपेदिक आदि बीमारियां हो सकती हैं।

3. पोषक तत्वों की कमी से मधुमेह डायबिटीज भी हो सकता है, जो कि अन्य रोगों को भी निमंत्रण देता है जैसे मोटापा बढ़ना, रक्तचाप बढ़ना, घावों का देरी से ठीक होना जैसी परेशानियां भी हो जाती हैं।

4. मानसिक समस्या जैसे बार बार भूलना, दिमाग की नसों में खिंचाव, मेटाबोलिज्म कमजोर पड़ना जैसी तकलीफें भी पोषक तत्वों की कमी के कारण पैदा हो सकती हैं।

5. हड्डियों व मांसपेशियों का कमजोर पड़ जाना, ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या तथा दांतो सम्बन्धी तकलीफ, शारीरिक बल कम होना आदि समस्याएं पोषक तत्वों की कमी से उत्पन्न होती हैं।

6. शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की कम मात्रा से पेट से सम्बन्धित गड़बड़ी जैसे दस्त, कब्ज, पाचन शक्ति कमजोर होना, पेट दर्द, या पेट में इन्फेक्शन आदि भी होता हैं।

7. कैल्शियम विटामिन पोटेशियम  जैसे पोषक तत्वों की कमी से रिकेटस रोग हो सकता है। इस में मानव शरीर में हड्डियों की संरचना बिगड़ जाने से विकृति पैदा हो जाती है।

 8. खराब पोषण से कम प्रतिरक्षा, बिगड़ा हुआ शारीरिक और मानसिक विकास और कम उत्पादकता हो सकती है।


संतुलित आहार - Balanced diet

1. संतुलित आहार वह आहार है जिसमें सभी पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन, खनिज-लवण और जल शारीरिक जरूरत के हिसाब से उचित मात्रा में मौजूद हो। संतुलित आहार न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि लंबी उम्र भी प्रदान करता है। 

2. संतुलित आहार के लिए जरूरी है कि खाने में सभी खाद्य समूहों जैसे अनाज, दालें, हरी सब्जियां, फल, डेयरी प्रोडक्ट, अंडा, मांस, मछली, वसा, मौसम में उपलब्ध फल और सब्जियों का सेवन पर्याप्त मात्रा में किया जाए।

3. संतुलित भोजन के लिए सबसे जरूरी है खाने के साथ उचित मात्रा में पानी पीना। कम पानी पीने से शरीर में अनेक बीमारियों पैदा होती हैं। इसलिए खुद को हाइड्रेट रखने के लिए हर रोज कम से कम आठ से दस गिलास पानी पीना जरूरी है। 

4. संतुलित आहार से शरीर को रेशा और एंटीऑक्सीडेंट जैसे विटामिन सी, विटामिन ई, बीटा-कैरोटीन, राइबोफ्लेविन और सिलेनियम जैसे तत्वों की प्राप्ति होती है। इसमें फाइटोकेमिकल्स जैसे फ्लोवेन्स और पॉलिफिनॉल्स भी मौजूद होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स और पॉलिफिनॉल्स शरीर को अनेक प्रकार की क्षति और कई रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

अगर लंबी यात्रा के लिए निकलें है तो जरूर पहने मास्क: डब्ल्यूएचओ

हे.जा.स. January 14 2023 6994

स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि XBB.1.5- अब तक पाया गया सबसे तेजी से फैलने वाला ऑमिक्रॉन सबवेरिए

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू के डॉक्टरों ने मनवाया काबिलियत का लोहा, दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों में 10 चिकित्सक शामिल

श्वेता सिंह October 13 2022 10093

केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने सभी चयनित डाक्टर्स को बधाई दी है। वैज्ञानिकों को

राष्ट्रीय

कोरोना की वैक्सीन प्रभाव रोकती है प्रसार नहीं - प्रो. राजेश कुमार।

हे.जा.स. August 31 2021 6131

कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भारत सहित पूरा विश्व चिंतित है लेकिन सही आंकलन ना होने से आम जनमानस भी प

राष्ट्रीय

दो महीने में टीके की बड़ी मात्रा होगी उपलब्ध- डायरेक्टर एम्स दिल्ली

एस. के. राणा May 16 2021 8585

स्पुतनिक ने निर्माण के लिए भारत में कई कंपनियों के साथ करार किया है। भारत बायोटेक और एसआईआई द्वारा न

स्वास्थ्य

क्या हैं आंखों के फ्लोटर्स, जानिये इनको कम करने के उपाय

admin December 30 2021 39355

फ्लोटर्स के लिए किसी इलाज की जरूरत नहीं होती पर इससे पीडि़त व्‍यक्ति इनके अचानक आंखों में आ जाने से

अंतर्राष्ट्रीय

नर्सों की भारी कमी से जूझ रहा ब्रिटेन।

हे.जा.स. October 30 2021 5910

आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा यानी एनएचएस अस्पतालों में नर्सों के लगभग चालीस हजार पंजी

उत्तर प्रदेश

जापानी इंसेफेलाइटिस के मामलों में तेजी से आ रही गिरावट: डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक

आरती तिवारी March 19 2023 6757

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जेई पर काबू पाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। सभी अभिभावक बच्चों

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू के शोध छात्र की ’’पर्यावरण एवं तम्बाकू’’ पर लिखी कविता नेशनल समिट में हुयी चयनित

हुज़ैफ़ा अबरार June 26 2022 7970

केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि अनुज कुमार पाण्डेय

राष्ट्रीय

एयरपोर्ट पर कोरोना नियम बदला, अब आरटीपीसीआर टेस्ट और होम क्वॉरंटीन खत्म

हे.जा.स. February 10 2022 13529

14 फरवरी से भारत आने वाले यात्रियों को आरटीपीआर टेस्ट कराने की जरूरत नहीं होगी। इसके बदले पूर्ण टीका

उत्तर प्रदेश

लोहिया संस्थान में आईवीएफ सेंटर शुरू करने की मिली मंजूरी

आरती तिवारी March 05 2023 8395

बैठक में आईवीएफ सेंटर शुरू करने को मंजूरी दी गई। इसके अलावा लोहिया अस्पताल के विस्तार की योजना पर भी

Login Panel