देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

सहारा हॉस्पिटल ने रोगी सुरक्षा सप्ताह के विजयी प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत।

"प्रभावी संचार" रोगी की अच्छी देखभाल के मूल में निहित है। नैदानिक देखभाल के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रभावी और सुरक्षित हैंडओवर आवश्यक है। अच्छा हैंडओवर संयोग से नहीं होता है।

हुज़ैफ़ा अबरार
October 19 2021 Updated: October 19 2021 02:58
0 19656
सहारा हॉस्पिटल ने रोगी सुरक्षा सप्ताह के विजयी प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत। पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम में सहारा हॉस्पिटल के अधिकारीगण।

लखनऊ। सहारा हॉस्पिटल में गत 27 सितंबर से 2 अक्टूबर तक मनाए गए "प्रभावी हैंड ओवर सुधारें" विषयक रोगी सुरक्षा सप्ताह के क्रम में डॉ. आभा टंडन, (नोडल अधिकारी, एनएबीएच और एनएबीएल) द्वारा एक पुरस्कार समारोह  आयोजित किया गया। 

यह सुरक्षा सप्ताह सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में मनाया गया था, जिसमें वक्ताओं द्वारा कहा गया कि "प्रभावी संचार" रोगी की अच्छी देखभाल के मूल में निहित है। नैदानिक देखभाल के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए प्रभावी और सुरक्षित हैंडओवर आवश्यक है। अच्छा हैंडओवर संयोग से नहीं होता है। इसमें शामिल सभी लोगों, रेजिडेंट डॉक्टरों से लेकर नर्सों तक को काम करने की आवश्यकता होती है और रोगी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त व प्रासंगिक जानकारी का आदान-प्रदान किया जाना चाहिए।

समारोह में सहारा इंडिया परिवार के वरिष्ठ सलाहकार अनिल विक्रम सिंह ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए। पहला पुरस्कार दो वार्डों, एक प्रसूति और स्त्री रोग वार्ड तथा सर्जिकल हाई डिपेंडेंसी यूनिट  के बीच सांझा हुआ। दूसरा पुरस्कार विजेता कार्डियक केयर यूनिट और तीसरा पुरस्कार विजेता सर्जिकल इंटेंसिव केयर यूनिट को दिया गया। 

इस अवसर पर डॉ. अंजू शुक्ला (हेड-लैब मेडिसिन), डॉ. मंजूषा (सीनियर कंसलटेंट -स्त्री व प्रसूति विभाग) डॉ. सुनील वर्मा सीनियर कंसलटेंट (इंटरनल मेडिसिन) और डॉ. गौतम स्वरूप (इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिट ) उपस्थित थे।

इस अवसर पर डॉ. रोमिल सेठ( चिकित्सा अधीक्षक),  प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्य डॉ. (कर्नल) रणधीर पुरी, (सलाहकार अस्पताल प्रशासन), और डॉ. गुलाम अब्बास जैदी, (उप चिकित्सा अधीक्षक) ने  उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

वर्ल्ड लीवर डे स्पेशल: टॉक्सिंस लोड और कीटनाशक बने लीवर के सबसे बड़े दुश्मन

रंजीव ठाकुर April 18 2022 20302

जब लिवर पर विषाक्त पदार्थों का बोझ बढ़ जाए तो तरह-तरह की व्याधियां उत्पन्न होने लगती हैं और इसका असर

राष्ट्रीय

कोविड-19 से वर्ष 2021 में एक करोड़ 49 लाख लोगों की मौत हुई: डब्लूएचओ

एस. के. राणा May 07 2022 21492

डब्लूएचओ ने अतिरिक्त मृतक संख्या, एक करोड़ 33 लाख से एक करोड़ 66 लाख के बीच होने का अनुमान व्यक्त कि

उत्तर प्रदेश

एमफाइन की इंटीग्रेटेड डायग्नोस्टिक्स लैब की शुरुआत

हुज़ैफ़ा अबरार December 05 2022 21318

लाइफ सेल इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक और सीईओ मयूर अभय ने कहा हम लखनऊ के लोगों के लिए अत्याधुनिक सुविध

व्यापार

सीरम इंस्टीट्यूट सितंबर से स्पुतनिक वैक्सीन का उत्पादन शुरू करेगा।

हे.जा.स. July 13 2021 32891

आरडीआईएफ ने एक बयान में कहा, ‘‘एसआईआई के संयंत्रों में स्पुतनिक वैक्सीन के पहले बैच के सितंबर में तै

उत्तर प्रदेश

शुरुआती चरणों में कैंसर के इलाज से होगी जान और माल दोनों की बचत- डा. हरित

हुज़ैफ़ा अबरार February 22 2021 20087

विकसित देशों में जहां कैंसर के 70 फीसदी से ज्यादा मामले शुरुआती चरण में पकड़ में आ जाते हैं वहीं हमा

राष्ट्रीय

स्टडी: नशा करने वालों पर कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी का नहीं हो रहा असर

विशेष संवाददाता August 28 2022 19612

अध्ययन में 56.81 फीसदी (175) मरीजों पर कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी का असर नहीं हुआ। ये मरीज तंबाकू, गुट

स्वास्थ्य

जननांगों में क्लेमायडिया के लक्षणों की पहचान करें।

लेख विभाग December 11 2021 34973

75% महिलाओं में क्लेमायडिया संक्रमण होने तक कोई लक्षण दिखाई नहीं देते | इसीलिए समय से इलाज़ करवाने क

सौंदर्य

ग्लोइंग त्वचा पाने के लिए इस्तेमाल करें ये फ्रूट

आरती तिवारी August 24 2022 28068

चमकती त्वचा पाना हर किसी की ख्वाहिश होती है। इसके लिए हम तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का भी इस्तेमाल करते ह

राष्ट्रीय

एकॉर्ड हॉस्पिटल एक बार फिर से आया चर्चा में, डॉक्टरों पर लगा लापरवाही का आरोप

admin June 05 2023 27814

एकॉर्ड हॉस्पिटल एक बार फिर से चर्चाओं में है। इस बार अस्पताल के चार डॉक्टरों पर एक मरीज के इलाज में

राष्ट्रीय

आंध्र प्रदेश में बढ़े ब्लैक फंगस के मामले।

हे.जा.स. July 29 2021 18549

आंध्र प्रदेश में 27 जुलाई तक ब्लैक फंगस के कुल मामले बढ़कर 4,293 हो गए और मृतकों की संख्या बढ़कर 400

Login Panel