लखनऊ। शीतलहर के साथ कोहरे ने पूरे उत्तर प्रदेश को अपनी गिरफ्त में ले लिया। ठंड दिल के मरीजों पर कहर बनकर टूट रही है। बर्फीली हवाओं से लखनऊ समेत कई जिलों में कड़ाके की ठंड हो रही है। ऐसे में दिल के मरीजों के लिए इस बार की ठंड जानलेवा साबित हो रही है। लखनऊ के सभी बड़े अस्पतालों में दिल के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान के सभी बेड फुल हो गये हैं। कई मरीजों की मौत भी हो चुकी है। मरने वालों में युवाओं की भी काफी संख्या है।
सर्दी की वजह से दिल की समस्या से जूझ रहे मरीजों के लिए कड़ाके की सर्दी जानलेवा साबित हो रही है। इनमें उम्रदराज व्यक्ति ही नहीं, युवाओं की भी काफी संख्या है। कड़ाके की ठंड के बीच दिल के मरीजों के संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। लखनऊ के पीजीआई (PGI), केजीएमयू (KGMU) और लोहिया में लगातार हार्ट अटैक के मरीज आ रहे हैं। अस्पतालों में रोजाना हार्ट अटैक के 25 मरीज आ रहे हैं। हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ने से सभी अस्पतालों के ICU में सभी बेड फुल हो चुके हैं।
डॉक्टरों (doctors) के मुताबिक, ठंड में अचानक ब्लड प्रेशर (blood pressure) बढ़ने से नसों में खून का थक्का जमने लगता है. इस सीजन में ब्लड वेसल्स सिकुड़ने के कारण शरीर में ब्लड फ्लो सही नहीं रह पाता है। इस वजह से दिल पर अधिक दवाब पड़ता है और हार्ट अटैक (heart attack) की स्थिति बनती है। इसके साथ ही सोते समय शरीर की एक्टिविटीज स्लो हो जाती हैं। बीपी और शुगर का लेवल भी कम होता है, लेकिन उठने से पहले ही शरीर का ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम उसे सामान्य स्तर पर लाने का काम करता है। यह सिस्टम हर मौसम में काम करता है। लेकिन ठंड के दिनों में इसके लिए दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे जिन्हें हार्ट की बीमारी है, उनमें हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
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