लखनऊ। ईद उल फितर, परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया त्योहारों के चलते राजधानी के सरकारी अस्पतालों में सन्नाटा पसरा रहा और सामान्य दिनों की अपेक्षा लगभग 25 प्रतिशत मरीज ही अस्पताल पहुंचे।
सामान्य दिनों में लखनऊ (Lucknow) के सरकारी अस्पतालों (government hospitals) में सुबह से ही पर्चा काउंटर्स (registration) पर भीड़ लग जाती है और लम्बी लाइंस लगती हैं। लेकिन मंगलवार को ईद उल फितर, परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया त्योहारों के चलते लगभग 25 प्रतिशत मरीज ही अस्पताल पहुंचे।
मंगलवार को त्योहारों के चलते दोपहर 12 बजे तक ही ओपीडी (OPD) थी। सुबह से काउंटरों पर सन्नाटा था। रजिस्ट्रेशन, दवा व जांच काउंटर (registration, medicine and examination counters) के साथ ही डॉक्टरों (doctors) के कमरे के बाहर मरीजों (patients) और तीमारदारों (attendants) की भीड़ भाड़ नहीं रही।
बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) के सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता ने बताया कि त्योहार के चलते मंगलवार को करीब 800 मरीज आये। बलरामपुर अस्पताल में सामान्य दिनों में चार से पांच हजार मरीज ओपीडी में आते हैं।
यही हाल सिविल अस्पताल (Civil Hospital), लोक बन्धु अस्पताल (Lok Bandhu Hospital) के साथ झलकारी बाई (Jhalkari Bai hospital), डफरिन (Dufferin Hospital) अस्पतालों में भी मंगलवार को बहुत कम मरीज पहुँचे। दिल, गुर्दा, पेट व हड्डी, फिजीशियन व ऑपरेशन (physician and operation) वाले ही मरीज ज्यादा आये।
एस. के. राणा March 06 2025 0 35298
एस. के. राणा March 07 2025 0 35187
एस. के. राणा March 08 2025 0 34299
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 28305
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 24531
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 23754
सौंदर्या राय May 06 2023 0 82128
सौंदर्या राय March 09 2023 0 86744
सौंदर्या राय March 03 2023 0 86430
admin January 04 2023 0 87369
सौंदर्या राय December 27 2022 0 76419
सौंदर्या राय December 08 2022 0 65878
आयशा खातून December 05 2022 0 119880
लेख विभाग November 15 2022 0 89356
श्वेता सिंह November 10 2022 0 105618
श्वेता सिंह November 07 2022 0 87902
लेख विभाग October 23 2022 0 73238
लेख विभाग October 24 2022 0 75122
लेख विभाग October 22 2022 0 81954
श्वेता सिंह October 15 2022 0 88452
श्वेता सिंह October 16 2022 0 82460
एक तरफ तो प्रदेश में डेंगू, डायरिया, मलेरिया के साथ मंकी पॉक्स, टोमैटो फ्लू जैसे रोग फैले हुए है वही
देश में 2,726 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 3,77,031 हो गई। उपचाराधीन मामले भी
किसी विशेषज्ञ के बगैर रोगी को आसान और सस्ते में फोटो के जरिये बीमारी का पता लगा सकते हैं। हमारा उपकर
अगर समय पर ब्लैक फंगस इलाज नहीं किया गया तो ये खतरनाक रूप ले लेती है और मरीज की जान भी जा सकती है।
हमें दिन की शुरुआत फिजिकल एक्सरसाइज के साथ करनी चाहिए जिससे हमारा पूरा दिन तनाव मुक्त और ऊर्जा से भर
उत्तर प्रदेश में डॉक्टर्स के हुए स्थानांतरणों भले ही लोग और सरकार भूल गए हो लेकिन पीएमएस एसोसिएशन आज
भारतीय छात्रों के लिए उज्बेकिस्तान ने अपने मेडिकल संस्थानों के दरवाजे खोल दिए हैं। भारत में उज्बेकिस
टीबी से पीड़ित महिलाएं बांझपन का शिकार हो रही हैं। एम्स में हर साल 3 हजार से अधिक महिलाएं उपचार करवा
टेक्नीकल सपोर्ट यूनिट की ओर से कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई कि एएनएम कोर्स करने वालों को सरकार
COMMENTS