देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

इलाज के दौरान दो नवजात बच्चों की मौत, अस्पताल पर लगा लापरवाही का आरोप

मृतक बच्चों के पिता सर्वेश ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने के दौरान पत्नी को जिला अस्पताल (District Hospital) लाया गया था लेकिन सीरियस हालत देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टरों ने रेफर करने की बात कही थी।

विशेष संवाददाता
May 25 2023 Updated: May 26 2023 13:05
0 13866
इलाज के दौरान दो नवजात बच्चों की मौत, अस्पताल पर लगा लापरवाही का आरोप बुलंदशहर जिला अस्पताल

बुलंदशहर। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान 7 दिन के दो नवजात बच्चो (newborn babies) की मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही के कारण बच्चो की मौत हो गई। मृतक बच्चों (deceased children) के पिता सर्वेश ने बताया कि 16 मई को बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस दौरान इलाज के नाम पर 5 हजार रुपए की मांग की गयी। रुपए ना देने की वजह से इलाज में लापरवाही (medical negligence) की गई। उन्होंने बताया कि इलाज में लापरवाही के कारण बच्चो की मौत हुई है। परिजनों का कहना है कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इधर बच्चो की मौत के बाद परिजनों को रो रोकर बुरा हाल है।

 

मृतक बच्चों के पिता सर्वेश ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने के दौरान पत्नी को जिला अस्पताल (District Hospital) लाया गया था लेकिन सीरियस हालत देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन (hospital administration) ने डॉक्टरों ने रेफर करने की बात कही थी। जिसके चलते पत्नी को निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। जहां ऑपरेशन के बाद दो बच्चों को जन्म दिया बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण जिला अस्पताल की नर्सरी में भर्ती कराया गया।

 

गुस्साये परिजनों (angry relatives) ने जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर और स्टाफ के खिलाफ हंगामा किया। परिजनों ने पुलिस को रिपोर्ट लिख पोस्टमार्टम कराने की बात की है। मृतक बच्चों के परिजनों का आरोप है कि पुलिस भी अपना ढुलमुल रवैया अपनाए हुए हैं। 33 घण्टे बीतने के बाद भी पुलिस ने कोइ एफआईआर दर्ज नहीं की है उल्टा बच्चों को जिला अस्पताल से ले जाने का दबाव बनाया जा रहा है। जबकि मृतक बच्चों के परिजन एफआईआर दर्ज कर बच्चों के पोस्टमार्टम कराने को लेकर डटे हुए हैं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

दृष्टिबाधित लोगों के जीवन का सफर आसान करेगी एकेटीयू ब्लाइंड असिस्टेंट डिवाइस

रंजीव ठाकुर September 05 2022 12540

आँखों से कम या बिलकुल भी ना दिखने की स्थिति में जीवन का सफर तय करना बहुत मुश्किल होता है। सरकार ऐसे

उत्तर प्रदेश

मां बनने के बाद शारीरिक आकृति को वापस पाया जा सकता है: डॉ रंजना खरे

रंजीव ठाकुर June 02 2022 12858

आज कल फैशन की बात कहें या फीगर कांशसनेस या लाइफस्टाइल की बात हो अक्सर सुनने में आता है कि माताएं अपन

सौंदर्य

हेयर कंडीशनर लगाने का सही तरीका जान लें, वरना हो सकती है बड़ी समस्या

श्वेता सिंह September 27 2022 13089

एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है हेयर कंडीशनर से हेयर फॉल की समस्या बिल्कुल भी नहीं होती

राष्ट्रीय

रांची के रिम्स में महिला ने एक साथ दिया 5 बच्चो को जन्म

हे.जा.स. May 24 2023 15288

झारखंड के रांची में एक महिला ने 5 बच्चों को एक साथ जन्म दिया है। वहीं इस बात की जानकारी ट्वीट कर दी

राष्ट्रीय

टीबी मरीज लाने वालें के लिए शुरू हुई बंपर इनामी योजना

विशेष संवाददाता October 21 2022 14553

एमपी के आगर मालवा जिले में चिकित्सा विभाग की अनोखी पहल सामने आई है। टीबी का मरीज लाने वाले का 500 से

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू में ''वन महोत्सव सप्ताह'' के अवसर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित 

हुज़ैफ़ा अबरार July 06 2022 23872

हम जानते ही है की वन हमारे लिए बहुत महत्व रखते है। यह मनुष्य और बाकी सारे जीव जंतुओं को प्रकृति का ए

उत्तर प्रदेश

मेडिकल ऑफिसर बेसिक कोर्स के समापन पर आयोजित हुई सेरेमोनियल परेड।

रंजीव ठाकुर February 10 2021 12643

सेना चिकित्सा कोर की परंपरा को बनाए रखने के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों को ऑफिस

उत्तर प्रदेश

लखनऊ में डेंगू का डंक, बुखार सिरदर्द के बढ़े 20% मरीज

आरती तिवारी July 24 2023 22755

घरों में डेंगू का लारवा मिलने पर नोटिस दिया जा रहा है। बढ़ते मामले को देखते हुए नगर निगम सक्रिय हो ग

व्यापार

स्ट्राइड्स फार्मा को प्रेडनिसोन टैबलेट के लिए मिली USFDA की मंज़ूरी।

हे.जा.स. February 13 2021 10738

प्रेडनिसोन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के रूप में जानी जाने वाली दवाओं के एक वर्ग के अंतर्गत आता है और इसका

राष्ट्रीय

भारत को 2030 तक स्वास्थ्य क्षेत्र में 1.3 अरब वर्ग फुट अतिरिक्त जगह की जरूरत: सीबीआरई

एस. के. राणा June 02 2022 17087

सीबीआरई की रिपोर्ट ‘द इवॉल्विंग इंडियन हेल्थकेयर इकोसिस्टम: व्हाट इट मीन्स फॉर द रियल एस्टेट सेक्टर’

Login Panel