देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

अंतर्राष्ट्रीय

चीन में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जताई चिन्ता।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन (China) से कहा है, बर्ड फ्लूके मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय है, H5N6 बर्ड फ्लू वेरिएंट को ट्रैक करने की जरूरत है।

हे.जा.स.
October 20 2021 Updated: October 20 2021 15:17
0 22979
चीन में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जताई चिन्ता। प्रतीकात्मक

जेनेवा। चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस संक्रमण से दुनिया जूझ रही है, इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आमतौर पर मुर्गियों में पाई जाने वाली महामारी बर्ड फ्लू को लेकर आगाह किया है। चीन में घातक बर्ड फ्लू वेरिएंट H5N6 की मृत्यु दर 50 प्रतिशत तक पहुंच गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन (China) से कहा है, बर्ड फ्लूके मामलों में बढ़ोतरी चिंता का विषय है, H5N6 बर्ड फ्लू वेरिएंट को ट्रैक करने की जरूरत है।

H5N6 वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता 
डब्ल्यूएचओ (WHO) के एक प्रवक्ता ने कहा, 'चीन में और बर्ड फ्लू (Bird Flu) से प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी की जरूरत है ताकि इसके खतरे को और बेहतर ढंग से समझा जा सके। 

H5N6 वेरिएंट से पैदा हुए गंभीर खतरे को लेकर चीन के रोग नियंत्रण केंद्र ने भी चिंता जाहिर की है। WHO ने कहा कि जिस तरह से बर्ड फ्लू तेजी से फैल रहा है इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। H5N6 वेरिएंट ने चिंता इसलिए भी बढ़ा दी है क्योंकि इससे संक्रमित लोगों में मृत्यु दर 50 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

इंसान से इंसान में फैल रहा संक्रमण?
WHO ने यह भी कहा कि अब तक इंसान-से-इंसान में इस वायरस के फैलने के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि अब तक जितने भी लोग इसकी चपेट में आए वे सभी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। हालांकि चीन में एक 61 वर्षीय ऐसी महिला भी वायरस की चपेट में आई जिसे कोई बीमारी नहीं थी। इसके लक्षण आम तौर पर सर्दी, निमोनिया जैसे होते हैं

बरतें ये सावधानी
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोगों को बीमार या मृत मुर्गे या पक्षियों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। साथ ही जीवित पक्षियों के सीधे संपर्क से भी बचने की कोशिश करनी चाहिए। सलाह दी है कि पक्षियों के साथ काम करने वाले लोग सफाई पर विशेष ध्यान दें, मास्क पहनें और बुखार व सांस संबंधी लक्षणों की तुरंत जांच कराएं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

स्वास्थ्य

चिंता, घबराहट और तनाव की समस्या बन सकती है गंभीर

लेख विभाग October 08 2022 23687

वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रही मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम करने और इस बारे में लोगों क

उत्तर प्रदेश

लखनऊ के केजीएमयू में खुलेगा प्रदेश का पहला स्किन बैंक, एसिड विक्टिम्स को मिलेगी नई त्वचा

श्वेता सिंह October 03 2022 24197

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. विजय कुमार ने कहा

राष्ट्रीय

ड्रोन टेक्नोलॉजी का सफल ट्रायल, उत्तरकाशी भेजी गई वैक्सीन की 400 डोज

विशेष संवाददाता January 12 2023 20978

स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार के कहा कि उत्तराखंड में दवा या वैक्सीन पहुंचाने के लिए सड़क मार

अंतर्राष्ट्रीय

भविष्य में कोविड-19 से निपटने के लिए एक्शन में डब्ल्यूएचओ

हे.जा.स. November 26 2022 18484

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ऐसे 'पैथोजन्स' की पहचान के लिए एक लिस्ट बनाएगा, जो भविष्य में कोरोना जैसी

अंतर्राष्ट्रीय

कोरोना वायरस पर डब्लूएचओ ने चीन को लगाई फटकार

हे.जा.स. March 19 2023 21863

साल 2020 में कोरोना वायरस ने दस्तक दी थी। चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सा

राष्ट्रीय

भारत में कोविड-19 के 45,951 नए मामले, 817 लोगों की मौत।

एस. के. राणा July 01 2021 22654

817 और लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 3,98,454 हो गयी है। एक दिन में कोरोना वायरस से

उत्तर प्रदेश

कानपुर में तेजी से फ़ैल रहा डेंगू, 14 नए संक्रमित और मिले

श्वेता सिंह November 02 2022 25537

एसीएमओ डॉ. आरएन सिंह ने बताया कि उर्सला और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में डेंगू

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू रैह्पसोडी - 2022 का अंतिम दिन हम साथ साथ हैं और फिर मिलेंगे दुबारा के नाम रहा

रंजीव ठाकुर September 25 2022 19650

केजीएमयू के तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम रैह्पसोडी - 2022 के तीसरे व अंतिम दिन भी मेडिकल

राष्ट्रीय

सरकारी सहयोग से आयुष क्षेत्र के विकास की हैं अनंत संभावनाएं ।

हे.जा.स. February 08 2021 25408

भारतीय पारंपरिक चिकित्सा को दुनिया में ले जाने का समय है। आयुष को एक आकर्षक मंच बनाकर, हमारी शिक्षा

राष्ट्रीय

दिल्ली स्थित केंद्र सरकार के चार अस्पताल, रोगी बच्चों की जान बचा पाने में विफल

एस. के. राणा March 07 2022 27850

दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के चार अस्पतालों में साढ़े छह साल में औसतन करीब 70 बच्चों की हर महीने

Login Panel