देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए अध्ययन शुरू किया

गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं में कोरोना संक्रमण के जोखिम को लेकर अब तक कई वैज्ञानिक दस्तावेज सामने आए हैं। हालांकि, महामारी की आगामी लहर की वैज्ञानिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पहली बार सरकार ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस पर एहतियातन कार्य शुरू कर दिया है।

0 34404
आईसीएमआर के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए अध्ययन शुरू किया प्रतीकात्मक

नयी दिल्ली। गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं में कोरोना संक्रमण के जोखिम को लेकर अब तक कई वैज्ञानिक दस्तावेज सामने आए हैं। हालांकि, महामारी की आगामी लहर की वैज्ञानिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पहली बार सरकार ने वैज्ञानिकों के साथ मिलकर इस पर एहतियातन कार्य शुरू कर दिया है।

इसके तहत नई दिल्ली स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने गर्भवती महिला और नवजात शिशुओं पर संक्रमण प्रभाव के बारे में जानने के लिए एक अध्ययन शुरू किया है, जो पहली बार महामारी के अब तक प्रभावों के बारे में सही जानकारी सामने ला सकता है।

इसका सबसे बड़ा लाभ तब मिलेगा जब अध्ययन के निष्कर्ष आगामी माह में केंद्रीय स्तर पर गठित समितियों के समक्ष रखे जाएंगे और इन्हीं परिणामों के आधार पर सरकार देश भर के अस्पतालों के लिए दिशा-निर्देश तैयार करेगी ताकि भविष्य में कोरोना की कोई लहर आती है तो इस वर्ग को समय रहते बचाया जा सके।

प्रेग्कोविड : गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं पर पहली रजिस्ट्री
आईसीएमआर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राहुल गजभिए ने बताया कि प्रेग्कोविड भारत में कोविड को लेकर गर्भवती और प्रसवोत्तर महिलाओं पर पहली रजिस्ट्री है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों से जानकारी मांगना शुरू कर दिया गया है। इस अध्ययन को पूरा होने में अभी तीन से चार माह का वक्त लग सकता है।
 
डॉ. गजभिए ने कहा, ‘इस अध्ययन के बारे में एक तरह से कहा जा सकता है कि कोरोना महामारी का गर्भवती महिला, प्रसव के बाद महिलाओं का स्वास्थ्य और नवजात शिशुओं की स्थिति इत्यादि के बारे में निचोड़ निकाला जा रहा है, जिसके आधार पर एक निष्कर्ष निकाला जा सके।’

डॉक्टरों के लिए होगा प्रशिक्षण
वैज्ञानिकों का कहना है कि नए दिशा-निर्देश बनने के बाद यह डॉक्टरों के लिए प्रशिक्षण का कार्य करेगा। संक्रमित गर्भवती महिला का उपचार किस तरह से किया जाए? या फिर प्रसव के बाद मां व शिशु का बचाव कैसे किया जा सकता है? डॉक्टरों को यह भी बताने का प्रयास किया जा रहा है कि किन मानकों के आधार पर मरीज पर असर को पहले जान सकते हैं?

दो साल में जुटाए आंकड़ों की मदद
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि 2020 में कोरोना ने भारत में प्रवेश किया। गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं में जोखिम काफी अधिक है। इसी के चलते आईसीएमआर ने प्रेग्कोविड-19 एक रजिस्ट्री भी बनाई थी। इसमें मार्च 2020 से मई 2022 तक देश के 19 अस्पतालों से डाटा एकत्रित किया जाएगा।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

चीन में बरपा कोरोना का कहर, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक दिन में 3.7 करोड़ मामले हुए दर्ज

हे.जा.स. December 24 2022 15680

एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने एक ही दिन में 37 मिलियन कोविड -19 मामले दर्ज किए गए हैं। यह संख्या जनवर

अंतर्राष्ट्रीय

दुनिया की पहली सूंघने वाली एंटी-कोविड वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मिली मंजूरी

हे.जा.स. September 06 2022 30908

इस नीडल फ्री वैक्सीन के प्रभाव की बात करें तो इसे बनाने वाली कंपनी का दावा है कि यह लक्षणों को रोकने

स्वास्थ्य

हेपेटाइटिस के 95% रोगियों में लक्षण दिखाई नहीं देते हैं: डॉ. राहुल राय

लेख विभाग October 15 2023 89022

मुख्य रूप से 4 वायरस इस बीमारी के कारक माने जाते हैं – ए, बी, सी और ई- और काफी हद तक रोके जा सकते है

राष्ट्रीय

एकॉर्ड हॉस्पिटल एक बार फिर से आया चर्चा में, डॉक्टरों पर लगा लापरवाही का आरोप

admin June 05 2023 28147

एकॉर्ड हॉस्पिटल एक बार फिर से चर्चाओं में है। इस बार अस्पताल के चार डॉक्टरों पर एक मरीज के इलाज में

राष्ट्रीय

पूरी दुनिया में सबसे तेज़ कोरोना वैक्सिनेशन भारत में 54 लाख से ज़्यादा लोगों को लगा टीका। 

हे.जा.स. February 07 2021 21682

स्वास्थ्य मंत्रालाय ने एक बयान में कहा कि भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने केवल 21 दिन म

स्वास्थ्य

तनाव दूर करने के व्यवहारिक उपाय।

लेख विभाग November 02 2021 19987

तनाव से घिरने  के बजाय हमे एक दिनचर्या का पालन करना  चाहिए। एक सही दिनचर्या आपकी दिन भर की  कई मुश्क

उत्तर प्रदेश

अस्पतालों में मास्क लगाना अनिवार्य: ब्रजेश पाठक

आरती तिवारी December 24 2022 28943

कोविड-19 को लेकर यूपी में अलर्ट में जारी कर दिया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग

उत्तर प्रदेश

मेरठ में लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले।

हे.जा.स. October 26 2021 20921

रविवार को मेरठ में डेंगू के 34 नए मरीज मिले। डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 1081 हो गई है। 275 सक्रिय

अंतर्राष्ट्रीय

सिंगल वुमन भी पैदा कर सकेंगी बच्चे, चीन सरकार का बड़ा फैसला

हे.जा.स. May 01 2023 18945

चीन सरकार ने घटती जनसंख्या से परेशान हो गया है और यही वजह है कि वह लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प

राष्ट्रीय

जम्मू के इस अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या

विशेष संवाददाता March 06 2023 23291

जीएमसी की इमरजेंसी अल्ट्रासाउंड पर 24 घंटे में 250 से 300 अल्ट्रासाउंड किए जा रहे हैं। दिन में रेडिय

Login Panel