वॉशिंगटन। कोविड के कई जोखिम कारक बीते 2 साल में हमारे सामने आ चुके हैं लेकिन सेंट लुईस के वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन और सेंट लुईस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने एक ऐसा कारक ढूंढ निकाला है, जो पुरुषों को ज्यादा प्रभावित करता है।
अमेरिका में कोविड-19 (COVID) से संक्रमित 723 पुरुषों के मामलों का विश्लेषण किया और खास बात ये कि ज्यादातर मामले 2020 में वैक्सीन आने से पहले के थे। ये डेटा बताता है कि लो टेस्टोस्टेरोन (testosterone) लेवल कोविड से अस्पताल में भर्ती पुरुषों का प्रमुख जोखिम कारक है और ये डायबिटीज (diabetes), हार्ट डिजीज और क्रोनिक लंग डिजीज के समान है।
इस हार्मोन की कमी से 2.5 गुना खतरा ज्यादा -
जर्नल (journal) जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित इस अध्ययन में ये पाया गया कि जिन पुरुषों में लो टेस्टोस्टेरोन लेवल था और उन्हें कोविड हुआ तो अस्पताल में भर्ती (hospitalization) होने का खतरा 2.4 गुना तक पाया गया। ये खतरा हार्मोन लेवल के सामान्य रेंज में रहने वाले लोगों की तुलना में था।
थेरेपी हो सकती है कारगर - Therapy can be effective
शोधकर्ताओं ने ये भी पाया कि जिन लोगों में लो टेस्टोस्टेरोन का पता लगा लेकिन उन्होंने हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (Therapy) का सफलता पूर्वक इलाज करा लिया उनमें कोविड से अस्पताल में भर्ती होने का खतरा न के बराबर था।
Edited by Shweta Singh
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