लखनऊ। यूपी में 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर चलाया जाएगा। मरीजों को अच्छे इलाज की सुविधा देने के लिए यह पहल की जा रही है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इन सीएचसी को पीपीपी माडल पर चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस कदम से मरीजों को राहत मिलेगी।
प्रदेश में ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश की 15 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) का चयन किया गया है, जहां पीपीपी मॉडल पर सभी सुविधाएं विकसित की जा सकें। इन सीएचसी पर एक्सरे (X-ray) , अल्ट्रासाउंड, ब्लड संबंधी जांच आदि की व्यवस्था पीपीपी मॉडल (PPP model) पर की जाएगी। जबकि यहां पहले से कार्यरत चिकित्सक व कर्मचारी (staff) मरीजों की सेवा में लगे रहेंगे। ऐसे में यहां आने वाले मरीजों (patient) को 24 घंटे चिकित्सा सुविधा मिलेगी। उन्हें जांच के लिए निजी केंद्रों पर नहीं जाना पड़ेगा। इन सीएचसी पर मरीजों को सभी सुविधाएं मुफ्त दी जाएंगी।
प्रदेश में जिन 15 सीएचसी को पीपीपी माडल (PPP model) पर चलाने के निर्देश दिए गए हैं उनमें कुशीनगर की खड्डा, वाराणसी की गजोखर, श्रावस्ती की मल्हीपुर, चित्रकूट की राजापुर, लखनऊ की नगराम, गोरखपुर की बेलाघाट, महाराजगंज की अड्डा बाजार, लखीमपुर खीरी की चंदन चौकी, बहराइच की विश्वेश्वरगंज, चंदौली की भोगवारा, फतेहपुर की दपसौरा, बलिया की सुखपुरा, सोनभद्र की बभनी, बलरामपुर (Balrampur) की खजुरिया व सिद्धार्थनगर की सिरसिया सीएचसी शामिल है।
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