देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

अंतर्राष्ट्रीय

सावधान! कंप्यूटर माउस से भी हो सकता है मंकीपॉक्स का खतरा

अमेरिकी सरकार ने दावा किया है कि ऑफिस में कंप्यूटर-माउस या फिर कॉफी मशीन को छूने से भी मंकीपॉक्स हो सकता है। अमेरिकी रोग नियंत्रण निकाय (सीडीसी) की नई रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं कि मंकीपॉक्स वायरस नियमित रूप से सैनिटाइजेशन के बाद कई दिनों तक कई सामान्य घरेलू वस्तुओं पर रह सकता है।

हे.जा.स.
August 21 2022
0 24358
सावधान! कंप्यूटर माउस से भी हो सकता है मंकीपॉक्स का खतरा प्रतीकात्मक चित्र

वाशिंटन । कोरोना के बाद विश्व के अधिकतर देशों में जिस खतरनाक वायरस ने पांव पसारे हैं वो है मंकीपॉक्स। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत सहित दुनिया भर के 60 से अधिक देशों में इस जानलेवा वायरस ने अपनी पैठ बना ली है।

 

इस वायरस के बारे में सुनने में ऐसा प्रतीत होता है जैसे ये बंदरों(monkey) से इंसानों (human) में फैलता है लेकिन ऐसा नहीं है; यह संक्रमण (infection) बंदरों के अलावा बहुत से दूसरे जानवरों और इंसानों से भी आता है। मंकीपॉक्स वायरस (monkeypox virus) जानवर से इंसानों में फैलता है या फिर किसी संक्रमित व्यक्ति के पास काफी देर तक आमने-सामने रहने से भी ये फैलता है।

 

इसी बीच अमेरिकी सरकार ने दावा किया है कि ऑफिस में कंप्यूटर-माउस या फिर कॉफी मशीन को छूने से भी मंकीपॉक्स हो सकता है। अमेरिकी रोग नियंत्रण निकाय (सीडीसी) की नई रिसर्च में इस बात के सबूत मिले हैं कि मंकीपॉक्स वायरस नियमित रूप से सैनिटाइजेशन (sanitization) के बाद कई दिनों तक कई सामान्य घरेलू वस्तुओं पर रह सकता है। सीडीसी के शोधकर्ताओं ने अध्ययन के लिए दो मंकीपॉक्स रोगियों के घर का परीक्षण किया।

 

इसके अलावा अफ्रीका के बाहर इसके 98 फीसदी मामले उन पुरुषों में सामने आए हैं जो पुरुषों के साथ सेक्स (sex) करते हैं। आम तौर पर यह तब फैलता है जब किसी संक्रमित व्यक्ति की त्वचा से किसी और की त्वचा (skin) या त्वचा से मुंह का संपर्क हो। इस वायरस के कुछ मामले गंभीर होते हैं जिनमें मरीज के मस्तिष्क में संक्रमण हो जाता है और उससे मौत भी हो सकती है।

 

92 देशों में मंकीपॉक्स के 35 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। मंकीपॉक्स संक्रमण से दुनियाभर में अब तक 12 मरीजों की जान जा चुकी है।

Updated by Sweta Singh

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

राष्ट्रीय

इस साल सांस संबंधी बीमारियों में आई कमी

एस. के. राणा October 26 2022 23453

दिवाली के बाद राजधानी में पिछले साल की तुलना में वायु प्रदूषण कम होने की वजह से दिल्ली के अस्पतालों

राष्ट्रीय

उत्तरप्रदेश की राज्यपाल 10 और 11 दिसंबर को वाराणसी में स्वास्थ्य मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगी

एस. के. राणा December 09 2022 21345

सार्वजनिक स्वास्थ्य कवच का लक्ष्य, “सभी लोगों को आवश्यक उन प्रोत्साहनयुक्त, रोकथामयुक्त, उपचारयुक्त

उत्तर प्रदेश

कोरोना वैक्सीन से उठते सवालों का जबाव दिया ब्रांड एम्बेसडर डॉ सूर्यकान्त ने।

हुज़ैफ़ा अबरार February 09 2021 24610

वैक्सीन से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर किसी को मधुमेह, रक्तचाप, हृदय की समस्या या कोई भी को-मोरबिड

इंटरव्यू

स्टेम सेल से रोक सकते हैं पोस्ट कोविड लंग फाइब्रोसिस: डा॰ बी॰एस॰ राजपूत

रंजीव ठाकुर July 18 2022 26639

वैसे तो पोस्ट कोविड कॉम्प्लीकेशन्स से उभरने वाली बिमारियों का कोई सटीक इलाज तो सामने नहीं आया है लेक

राष्ट्रीय

विजयन सरकार ने हेल्थ सेक्टर से जुड़े लोगों की सुरक्षा के लिए अध्यादेश को दी मंजूरी

हे.जा.स. May 18 2023 17746

डॉक्टर की नृशंस हत्या के मद्देनजर, केरल सरकार ने बुधवार को डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और मेडिकल छा

व्यापार

पतंजलि समूह हुआ तीस हजारी, 2025 की बड़ी तैयारी।

हे.जा.स. July 13 2021 23151

पतंजलि पहली ऐसी स्‍वदेशी एफएमसीजी कंपनी बन गई है, जिसने हिन्‍दुस्‍तान यूनिलीवर जैसी बड़ी वैश्विक कंप

उत्तर प्रदेश

रायबरेली एम्स में अब आर्थिक तंगी के कारण नहीं रुकेगा इलाज

श्वेता सिंह September 25 2022 40099

इसके साथ ही एम्स को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में पहुंच गयी है। एम्स प

व्यापार

सिप्ला बाज़ार में लाएगी कोविड की गोली, आपातकालीन उपयोग की मिली मंज़ूरी।

हे.जा.स. December 29 2021 25254

सिप्ला की योजना मोलनुपिरवीर को सिप्मोल्नु ब्रांड नाम से लॉन्च करने की है। मोलनुपिरवीर यूके मेडिसिन्स

उत्तर प्रदेश

डेंगू के कहर को देखते हुए मंडलायुक्त ने किया मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण

श्वेता सिंह November 05 2022 18695

मंडलायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि डेंगू, मलेरिया के जो मरीज हैं इनके लिए एक वार्ड अलग बना लिया ज

अंतर्राष्ट्रीय

ओमिक्रॉन प्रभावित देश दक्षिण अफ्रीका में पाँच साल से कम उम्र के बच्चे हो रहे कोरोना संक्रमण का शिकार।

हे.जा.स. December 05 2021 22904

महामारी की तीसरी लहर में पांच साल से कम उम्र के अधिक बच्चे अस्पताल में भर्ती करवाए गए, 15 से 19 वर्ष

Login Panel