लखनऊ। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर आईएमए में एक जागरुकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नर्सेज काफी संख्या में मौजूद रही। होप इनिशिएटिव संस्था और निर्वाण अस्पताल ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया।
आईएमए लखनऊ अध्यक्ष डॉ मनीष टण्डन ने कहा कि मरीजों और तीमारदारों के सबसे ज्यादा पास नर्सेज रहते हैं इसलिए यदि ये जागरुक हो गए तो मरीज और परिजन भी जागरुक होंगे और तम्बाकू सेवन बंद कर देंगे।
तम्बाकू सेवन से होने वाले नुक़सान और बीमारियों के बारे में बताते हुए आईएमए लखनऊ सचिव डॉ संजय सक्सेना ने कहा कि आप अपने आत्मबल से नशा करना शुरू करते हैं और यदि आप इसी आत्मबल को दुबारा एकत्र कर ले तो नशे से मुक्त हो सकते हैं। नशे के दुष्प्रभाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि तम्बाकू ना केवल सेवन करने वाले पर प्रभाव डालता है बल्कि इसकी गिरफ्त में पूरा परिवार और समाज आ जाता है।
होप इनिशिएटिव संस्था की बिन्दु अन्नू त्रिपाठी ने नर्सेज को प्रेजेंटेशन, आंकड़ों और चित्रों के माध्यम से समझाया कि तम्बाकू कितना विनाशकारी होता है।
कार्यक्रम के अंत में आईएमए अध्यक्ष और सचिव ने सभी को शपथ दिलाई कि वे स्वयं तम्बाकू से दूर रहेंगे और मरीजों तथा उनके परिवारजनों को भी तम्बाकू से दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगे। इस अवसर पर नर्सेज ने पोस्टर्स के माध्यम से तम्बाकू निषेध दिवस पर संदेश दिया।
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