देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

लेख

बुढ़ापा आने के संभावित कारण

जैसे जैसे हमारी आयु बढ़ती है, हमारे शरीर की कई प्रणालियां जर्जर होने लगती हैं। जैसे कि हमारी आंखे कमजोर पड़ने लगती हैं, जोड़ हिलने लगते हैं और त्वचा पतली होने लगती है।

लेख विभाग
October 03 2022 Updated: October 04 2022 03:56
0 26494
बुढ़ापा आने के संभावित कारण प्रतीकात्मक चित्र

मानव जाति के इतिहास में बुढ़ापा अबूझ पहेली बना हुआ है। हम बूढ़े क्यों होते हैं?  निराशा की बात है कि इसका कोई निश्चित जवाब भी तक नहीं मिला है लेकिन अब तक जो पता चल पाया है, वो ये रहा हैं। 

जैसे जैसे हम उम्रदराज होते हैं, हमारे शरीर की कई प्रणालियां जर्जर होने लगती हैं। जैसे कि हमारी आंखे कमजोर पड़ने लगती हैं, जोड़ हिलने लगते हैं और त्वचा पतली होने लगती है।  जितना बूढ़े (aging) होते जाते हैं उतना ही बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है, हड्डिया चरमरा जाती हैं और आखिरकार हम मर जाते हैं। 

हमारी प्रजनन संबंधी कामयाबी, जो जीवनकाल में एक व्यक्ति की संतान पैदा करने की क्षमता के बारे में बताती है, वो भी उम्र के साथ घटने लगती है। फ्राइबुर्ग यूनिवर्सिटी (University of Freiburg) में इवोल्युश्नरी बायोलॉजी के प्रोफेसर थोमास फ्लाट  (Thomas Fltt)ने डीडब्ल्यू को बताया, "अधिकांश जीवों के साथ यही होता है।"

वो कहते हैं, "प्राकृतिक चयन से क्रमिक विकास ठीक ठीक इस बारे में है कि आप कितनी सशक्त संताने पैदा कर पाते हैं।  जितनी सशक्त, जीवित रह सकने लायक संतान आप पैदा करते हैं, उतना ही अधिक जीन्स आगे जाएंगी- ये सारा मामला प्रजनन को अधिकतम बनाने का है। "

जीव बूढ़े क्यों होते हैं

जीवों में उम्र के साथ प्राकृतिक चयन कमजोर पड़ता जाता है। इसका मतलब यह है कि प्रजनन (reproduction) के बाद जो कुछ भी होता है उसका इस बात पर बहुत ही कम असर पड़ता है कि आप अगली पीढ़ी को अपनी जीन्स (genes) कितनी कुशलता से दे पाते हैं। यही बात क्रमिक विकास को समझने की कुंजी है।

बूढ़े होते हुए आपकी अवस्था अच्छी है या बुरी है, वास्तव में इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। क्योंकि आप संतान तो पैदा कर ही नहीं पायेंगे।अतीत मे इंसान, और जंगलों मे रहने वाले अधिकांश जीव, अपने आसपास के खतरनाक पर्यावरण की वजह से, बुढ़ापे की अवस्था में पहुंच ही नहीं पाते थे। इसका मतलब जीवों (organisms) में उम्र के साथ प्राकृतिक चयन कमजोर पड़ता जाता है। प्रोफेसर फ्लाट कहते हैं, साफ शब्दों में कहें तो बहुत बूढ़े जीव, क्रमिक विकास के नजरिए से व्यर्थ होते हैं।"

संचित तब्दीलियां (म्यूटेशन)

अब कल्पना कीजिए कि एक विशुद्ध संयोग की बदौलत आपको वंशानुक्रम यानी विरासत में एक खतरनाक म्यूटेशन (Mutations) मिल जाता है यानी खतरनाक बदलाव आप में आ जाता है। हालांकि आप उन बुरे प्रभावों का अनुभव करने के लिए उतना लंबा नहीं जी पाएंगे, लेकिन वो म्यूटेशन आपके जिनोम (जीन्स) में पड़ा रहेगा और उस तरह आपकी संतान तक पहुंच जाएगा।

प्रोफेसर फ्लाट और लिंडा पैट्रिज का एक लेख बीएमसी बायोलॉजी (BMC Biology) में प्रकाशित हुआ है। जिसके मुताबिक इस बात के भी प्रमाण उपलब्ध हैं कि प्राकृतिक चयन कुछ उत्परिवर्तनों (म्यूटेशनों) की मदद कर सकता है जिनका शुरुआती अवस्था में तो सकारात्मक असर हो सकता है लेकिन उम्रदराज होते होते नकारात्मक असर आने लगते हैं।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू के डॉ. शैलेन्द्र ने सांस की नली कटे मरीज़ को दी नयी जिंदगी

हुज़ैफ़ा अबरार August 07 2022 59212

एक पशु को बचाने के चक्कर में 28 वर्षीय युवक तारों की रेलिंग से रगड़ गया था। इससे युवक की खाने और सां

उत्तर प्रदेश

मरीज को आईसीयू की कब पड़ेगी जरूरत बताएगी ये डिवाइस

आरती तिवारी July 14 2023 30858

सीबीएमआर के डीन डॉ. नीरज सिंह ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्

उत्तर प्रदेश

सरकारी मेडिकल कॉलेजों के 242 डॉक्टरों के प्रोमोशन का रास्ता साफ।

हुज़ैफ़ा अबरार December 21 2021 25713

एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में काम करने वाले 130 चिकित्सक प्रोन्नत होकर प्रोफेसर बन जाएंगे। इसी तरह 110

राष्ट्रीय

कोरोना रोधी टीकों के बारें में जानिये डॉ. रेनु स्वरूप से।   

हे.जा.स. May 12 2021 26420

जैव प्रौद्यौगिकी विभाग की सचिव डॉ. रेनु स्वरूप ने एक साक्षात्कार में टीकों की उपलब्धता बढ़ाने और नए

स्वास्थ्य

गठिया एक गंभीर महामारी।

लेख विभाग January 15 2021 15681

आर्थराइटिस ना हो इसके लिए सबसे पहले खुद की दिनचर्या में बदलाव लाने की जरूरत है।

उत्तर प्रदेश

मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला: स्वास्थ्य मेला में किया गया 2120 मरीजों का उपचार

विशेष संवाददाता May 23 2023 47961

मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में गर्मी अधिक होने के बाद भी 2120 मरीज इलाज कराने के लिए पहुंचे। स्वास्थ्य

उत्तर प्रदेश

इटौंजा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीमार, गंदगी का है अम्बार।  

हुज़ैफ़ा अबरार March 02 2021 36698

यह सच है हमारे यहां डाक्टर की कमी है। इसको लेकर हमने सीएमओ साहब को सूचित कर दिया है देखिए कब तक यहां

राष्ट्रीय

कोविड-19 संक्रमण: देश में मरीजों के ठीक होने की दर 97 प्रतिशत के पार।

एस. के. राणा July 03 2021 23426

देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 5,09,637 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.67 प्रतिशत है। म

उत्तर प्रदेश

निजी अस्पताल में होगी कैंसर संस्थान के मरीजों के जांच

आरती तिवारी July 28 2023 26085

कैंसर संस्थान में फिलहाल एमआआई, पेट स्कैन और स्पेक्ट स्कैन जांच की सुविधा नहीं है। संस्थान के सीएमएस

राष्ट्रीय

भारत में टीकाकरण कवरेज 175.46 करोड़ के पार

एस. के. राणा February 21 2022 16110

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटों में देशभर में 7 लाख से अधिक डोज

Login Panel