लखनऊ / मेरठ। पशुओं के रोग लम्पी स्किन की उत्तर प्रदेश में दस्तक के बाद सरकार ने एडवाइजरी जरूर जारी की लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही है। ताज़ा समाचार जिले से हैं जहाँ लम्पी स्किन के कारण गाय इस रोग का तेज़ी से शिकार बनती जा रही ही। इसको लेकर पशु प्रेमी डॉक्टर शमीम ने जिलाधिकारी व मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को प्रार्थना दिया है।
लाखों पशुओं को मौत के घाट उतारने के बाद लम्पी स्किन रोग (Lumpy skin disease) ने मेरठ (Meerut) में गायों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। शहर से लेकर देहात तक बड़ी संख्या में गोवंश (cows) इस गंभीर बीमारी की चपेट में हैं। ट्रांसलेम कॉलेज (Translem College) के महानिदेशक एवं पशु प्रेमी (animal lover) डॉक्टर शमीम अहमद इस मामले पर संजीदा है और त्वरित कार्यवाही के लिए प्रशासन को जगा रहे है।
डॉक्टर शमीम अहमद ने मेरठ जिलाधिकारी (DM Meerut) और मेरठ मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (Chief Veterinary Officer, Meerut) को बकायदा खत लिख कर आगाह किया है। कार्यालय में प्रार्थना पत्र देते हुए उनका कहना है कि आए दिन गायों की मौतें (death) हो रही हैं। उपचार के बारे में डॉक्टर भी असमंजस में हैं। ऐसे में प्रशासन को आगे आना चाहिए।
डॉक्टर शमीम अहमद ने कहा कि पशुपालक गायों को दूध निकालने के बाद सड़कों पर छोड़ देते हैं और ऐसी स्थिति में गायों की मौत या तो बीमारी से हो जाती है या वे सड़क हादसों की वजह से मारी जाती है। मृत या घायल गाय को आवारा बता कर पशुपालक पल्ला झाड़ लेता है। ऐसे में पशुपालकों (cattle owners) के खिलाफ कठोर कानून बनना चाहिए और इस बीमारी से गाय को बचाने के लिए पुख्ता इलाज की व्यवस्था भी सरकार को करनी चाहिए।
क्या है लंपी त्वचा रोग - What is lumpy skin disease?
लंपी त्वचा रोग कैप्रीपोक्स वायरस (caprypox virus) के कारण होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी दुनिया भर में पशुधन के लिए एक बड़ा उभरता हुआ खतरा है। उल्लेखनीय है कि गायों व भैंसों में लंपी त्वचा रोग से पहले तेज बुखार (high fever) आता है, इसके बाद उनके त्वचा पर चकत्ते पड़ जाते हैं। अंत में इस बीमारी से उनकी मौत हो जाती है।
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