कानपुर देहात। फाइलेरिया की दवा (filariasis medicine) खाने के बाद महिला की हालत खाराब हो गई। परिजन आनन फानन में महिला को लेकर जिला अस्पताल माती पहुंचे। जहां बेड न मिलने पर परिजन ने अस्पताल (hospital) के स्टाफ से बात की तो बताया गया दूसरे फ्लोर में ले जाओ, लेकिन दूसरे फ्लोर में ले जाने के लिए परिजनों को नहीं मिला। स्ट्रेचर हालत को देखते हुए महिला के भाई विजय कुमार ने बहन को गोद में लेकर दूसरे फ्लोर के वार्ड में शिप्ट कराया।
आपको बता दें सरकार का इस समय फाइलेरिया मुक्त अभियान (filariasis free campaign) चल रहा है। जिसमें 10 से 28 अगस्त तक घर घर जाकर फाइलेरिया की दवा ए एन एम, आशा और स्वास्थ्य विभाग (health Department) की टीम के द्वारा खिलाई जानी है। वही एक महिला को दवा खिलाने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। हालत बिगड़ते देख परिजनों ने आनन फानन में महिला को जिला अस्पताल (District Hospital) ले गए। जहां पर बेड और स्ट्रेचर न मिलने पर महिला के परिजनों ने मरीज को गोद में लेकर दूसरे फ्लोर वार्ड में भर्ती कराया।
फाइलेरिया क्या है-What is filariasis in hindi
फाइलेरिया, एक संक्रामक रोग है जो कि निमेटोड परजीवियों (Wuchereria bancrofti) की वजह से होता है। इससे शरीर में सूजन और बुखार हो सकता है। कुछ गंभीर मामलों में ये शरीर की बनावट बदल सकता है जैसे त्वचा का मोटा होना और पैरों में सूजन।
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