देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

गॉल ब्लैडर की समस्या से बचने के लिए बिना रसायन वाली साग-सब्जियां खायें: डॉ डीएस सिंह

लोगों को प्रकृति की तरफ लौटना चाहिए। चावल, दाल, रोटी, हरी सब्जी आदि का सेवन ज्यादा अहम होता है। पानी खूब पीना चाहिए।

admin
March 18 2022 Updated: March 18 2022 19:28
0 39369
गॉल ब्लैडर की समस्या से बचने के लिए बिना रसायन वाली साग-सब्जियां खायें: डॉ डीएस सिंह प्रतीकात्मक

पटना। अगर आप चाहते हैं कि आपका गॉल ब्लैडर ठीक-ठाक रहे, लीवर सही तरीके से काम करे तो आपको प्रकृति की शरण में आना पड़ेगा। हरी साग-सब्जियों से दोस्ती करनी पड़ेगी। जंक फूड और तेल-मसालों से दूर रहना होगा। पानी खूब पीना होगा और थोड़ी रनिंग भी करनी होगी। इस तरह आप अपने गॉल ब्लैडर को सही रख सकते हैं। 

गॉल ब्लैडर शरीर का अत्यंत अहम हिस्सा है। इसे हिंदी में पित्त की थैली कहते हैं। गॉल ब्लैडर बेहद नाजुक होता है। अगर यह ठीक तरीके से काम नहीं करे तो आप बीमार हो सकते हैं। पाचन क्रिया में दिक्कत हो सकती है। 

पटना के वरिष्ठ जनरल सर्जन डा. डीएस सिंह ने हेल्थजागरण.काम को बताया कि पित्त की थैली शरीर का एक बेहद छोटा पर अत्यंत नाजुक अंग है। यह लीवर के ठीक पीछे होता है। यह पित्त को संग्रहित करता है और भोजन के बाद पित्त नली के माध्यम से छोटी आंत में पित्त को डिस्चार्ज करता है।

डा. सिंह ने बताया कि हाल के दिनों में आम लोगों में गॉल ब्लैडर से जुड़ी कई बीमारियां सामने आई हैं। इसका इलाज कई बार दवा देकर कर दिया जाता है, कई बार आपरेशन करना पड़ता है। आपरेशन अंतिम विकल्प होता है।

आखिर गॉल ब्लैडर की किसी भी समस्या से बचें कैसे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इन दिनों फास्ट फूड का चलन बहुत ज्यादा है। यह नुकसानदेह होता है। लोग मटन आदि बहुत खाते हैं। रेड मटन में फैट बहुत होता है। यह चर्बी बढ़ाता है। जो मोटे लोग होते हैं, उनमें इस तरह की बीमारी की आशंका ज्यादा होती है।

जो दुबले-पतले लोग होते हैं, उनमें गॉल ब्लैडर की समस्या बहुत कम देखी गई है। मेरा सुझाव है कि लोगों को प्रकृति की तरफ लौटना चाहिए। चावल, दाल, रोटी, हरी सब्जी आदि का सेवन ज्यादा अहम होता है। पानी खूब पीना चाहिए। आप रूटीन से खाना खाएं। तीन वक्त तो खाना बेहतर हेल्थ के लिए जरूरी है। सुबह का नाश्ता हैवी करें। दोपहर का खाना हल्का हो। रात का खाना भी हल्का ही हो।

ज्यादा चिकनाई युक्त भोजन से बचना चाहिए। अत्यधिक मसाला, तेल, घी, डालडा आदि आपके शरीर के लिए नुकसानदायक है। कोशिश करें कि सरसों के शुद्ध तेल में, कम मात्रा में बनी सब्जी का ही सेवन करें। अब तो खाद आदि का इस्तेमाल सब्जियों में बढ़ता जा रहा है। बिना खाद वाले, बिना रसायन वाली सब्जियां अगर मिलें (आर्गेनिक) तो उनका ही सेवन ज्यादा बेहतर होता है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

राष्ट्रीय

केंद्र सरकार ने 14 दवाइयों पर लगाई रोक

एस. के. राणा June 04 2023 56996

केंद्र सरकार ने 14 फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन दवाओं पर रोक लगा दी है। ये दवाएं अब बाजार में नहीं मिलेंगी

राष्ट्रीय

भारत में बन सकेगी टाइप-1 और टाइप-2 डाइबिटीज के इलाज की सस्ती दवा, आईआईटी मंडी ने किया शोध  

विशेष संवाददाता May 03 2022 22776

शोधपत्र को पूरा करने में आईसीएमआर-आईएएसआरआई दिल्ली के वैज्ञानिकों ने अहम भूमिका निभाई है। प्रमुख शोध

स्वास्थ्य

हाथों में झुनझुनी, कार्पल टनल सिंड्रोम हो सकता है: डॉ. हुमन प्रसाद

लेख विभाग April 03 2022 39629

जब किसी कारणवश यह मीडियन नर्व इस कार्पल टनल में दबने लगती है तो हाथ में दर्द, झुनझुनी या कमजोरी (खास

राष्ट्रीय

सांसद ने सदर अस्पताल का किया निरीक्षण, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठाए सवाल

हे.जा.स. May 25 2023 32050

बिहार के नवादा सांसद चंदन सिंह ने सदर अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी या

राष्ट्रीय

2019 के दौरान दुनिया में वायु प्रदूषण के कारण हर चार में से एक मौत भारत में हुई: रिपोर्ट 

हे.जा.स. March 02 2022 27363

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में वायु प्रदूषण के जोखिम से जुड़े स्वास्थ्य प्रभावों से जीवन के पहले

स्वास्थ्य

तम्बाकू एवँ धूम्रपान की लत पूरे विश्व में जनस्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बनी।

लेख विभाग May 31 2021 32713

दुनिया में प्रतिवर्ष लगभग 80 लाख लोग तम्बाकू जनित बीमारियों के कारण असमय मौत का शिकार हो जातें हैं त

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू में सस्ती दवाओं के अवैध कारोबार का भंडाफोड़

अबुज़र शेख़ November 25 2022 26229

एसटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से भारी मात्रा में दवाएं बरामद की गई हैं।यह अवैध क

स्वास्थ्य

जानिये रात में नींद नहीं आने के चार मुख्य कारण और उनसे बचने के उपाय

लेख विभाग January 01 2022 29190

चिंता और डिप्रेशन से कई लोगों की नींद हराम हो जाती है। इसके अलावा, माइग्रेन, गाउट और अर्थराइटिस जैस

राष्ट्रीय

भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन के बूस्टर डोज़ के फेज 2 और 3 के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मांगी

विशेष संवाददाता May 04 2022 21382

भारत बायोटेक ने 29 अप्रैल को DCGI को एक आवेदन प्रस्तुत किया था। इस आवेदन के माध्यम से कंपनी ने 2 से

राष्ट्रीय

मंडलायुक्त अयोध्या ने कोविडरोधी टीका लगवाकर आमजन से टीका लगवाने की अपील की। 

पवन मिश्रा February 12 2021 17802

स्वयं सुरक्षित रहें और अपने परिवार भी सुरक्षित रखें। किसी भी प्रकार के अफवाह पर ध्यान ना दें। टीका प

Login Panel