देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

इंटरव्यू

कुपोषण के साथ गंभीर बीमारियों से लड़ रहा बलरामपुर अस्पताल का पोषण पुनर्वास केंद्र

राजधानी में बलरामपुर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषण के खिलाफ जंग में बड़ी भूमिका निभा रहा है। हेल्थ जागरण ने एनआरसी का दौरा कर हकीकत जानी।

रंजीव ठाकुर
September 18 2022 Updated: June 23 2023 10:57
0 98772
कुपोषण के साथ गंभीर बीमारियों से लड़ रहा बलरामपुर अस्पताल का पोषण पुनर्वास केंद्र

लखनऊ। राजधानी में बलरामपुर अस्पताल स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र कुपोषण के खिलाफ जंग में बड़ी भूमिका निभा रहा है। हेल्थ जागरण ने एनआरसी का दौरा कर हकीकत जानी।

 

पाँच वर्ष तक के वह बच्चे जो अति कुपोषण (malnutrition) के साथ गंभीर बीमारियों से ग्रसित होते हैं उनके इलाज के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) द्वारा पूरे सूबे में जिला अस्पताल में एनआरसी स्थापित किए गए हैं। लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल (Balrampur Hospital) में 10 बेड का एनआरसी (Nutrition Rehabilitation Center) है।

न्यू ओपीडी के कमरा नबंर 20 में बाल रोग विशेषज्ञ (Pediatrician) डॉ ए.के. वर्मा एक बच्चे को देख रहे थे। डेढ़ साल का बच्चा केवल 5.8 किलो का था और चेकअप में सभी मानकों के नीचे पाया गया। डॉक्टर साहब ने उसे एनआरसी रेफर कर दिया।

 

बच्चे को लेकर आई रीना कश्यप, आंगनवाड़ी (Anganwadi), चिनहट ने हेल्थ जागरण (Health Jagaran) को बताया कि पहले भी वह दो बच्चों को यहाँ ला चुकी हैं जो अब बिल्कुल स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि वह हर बच्चे का वजन और हाइट नापती रहती है और कुपोषित (malnourished) या बीमार लगने पर अस्पताल तक ले जाती है।

इस दौरान हेल्थ जागरण ने पोषण पुनर्वास केंद्र (NRC) में फॉलोअप (follow-up) पर आए एक परिवार से बातचीत की। उन्होंने बताया कि उनकी जुंडवा (twins) बेटियां जन्म से ही काफी कमजोर थी जो अब तीन महीने बाद स्वस्थ हो रही हैं। हर 15 दिन पर यहाँ चेकअप के लिए लेकर आते है और अब काफी सुधार है। डॉ साहब ने खानपान के जो निर्देश दिए हैं उसी हिसाब से बच्चों को रखा जा रहा है।

 

हेल्थ जागरण ने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ ए.के. वर्मा से खास बातचीत की। उन्होंने बताया कि एनआरसी की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की गाइडलाइन के अनुसार यहाँ भर्ती बच्चों को इलाज मुहैया कराने के साथ आहार (treatment with food) भी दिया जाता है। इस दौरान बच्चे की माँ या उसके किसी एक देखभाल करने वाले को 50 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से श्रमह्रास भी दिया जाता है। बच्चे के चार फॉलोअप के लिए प्रति फॉलोअप 140 रुपये दिये जाते हैं। यह राशि सीधे उनके खाते में भेजी जाती है।

 

डॉ ए.के. वर्मा ने कहा कि बच्चों को बोतल से दूध नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमण (infection) का खतरा बना रहता है। डिब्बाबंद दूध (canned milk) या दूध में पानी मिलाकर नहीं देना है और उसे खुद से खाना खाने के लिए प्रेरित करना है।

 

बाल रोग विशेषज्ञ का कहना है कि कुपोषित बच्चों (malnourished children) में रोगों से लड़ने की क्षमता बहुत कम होती है। ऐसे बच्चों को गंभीर डायरिया (diarrhea) और निमोनिया (pneumonia) होने की संभावना ज्यादा होती है। वर्ष 2015 से अभी तक एनआरसी में 2000 से अधिक बच्चों का सकुशल इलाज हो चुका है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

स्वास्थ्य

जानिये रात में नींद नहीं आने के चार मुख्य कारण और उनसे बचने के उपाय

लेख विभाग January 01 2022 18978

चिंता और डिप्रेशन से कई लोगों की नींद हराम हो जाती है। इसके अलावा, माइग्रेन, गाउट और अर्थराइटिस जैस

शिक्षा

डाइटिशियन: कैसे बने जानिये

आयशा खातून June 16 2022 67272

डाइटिशियन, चिकित्सा क्षेत्र में चिकित्सक और मरीज के बीच आहार विशेषज्ञ एक पुल का काम करता है जो मरीज

उत्तर प्रदेश

प्राइवेट डॉक्टर ने जिंदा मरीज़ को मृत घोषित किया

विशेष संवाददाता July 22 2023 29193

जिले के थाना बन्नादेवी क्षेत्र के अंतर्गत जिला अस्पताल मलखान में अजीबोगरीब मामला प्रकाश में आया। जहा

राष्ट्रीय

डॉ मनसुख मंडाविया ने जारी की आवश्यक दवाओं की नयी सूची, सस्ती हो जाएंगी ये दवाएं

रंजीव ठाकुर September 14 2022 22858

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने नयी आवश्यक दवाओं की सूची जारी कर दी है। पिछले साल ही

अंतर्राष्ट्रीय
व्यापार

कोविड-19 की दवा 2-डीजी बिक्री के लिए तैयार।

हे.जा.स. June 29 2021 35912

वाणिज्यिक रूप से इसकी बिक्री 2डीजी ब्रांड नाम से की जाएगी। इस दवा के एक सैशे का अधिकतम खुदरा मूल्य (

अंतर्राष्ट्रीय

ब्रिटेन की रॉयल नेवी के नाविक जहाज पर पीने के पानी में गलत रसायन डालने से कई बीमार 

हे.जा.स. February 05 2023 18601

रॉयल नेवी के एक प्रवक्ता ने पुष्टि करते हुए कहा,  जहाज में ताजे पानी की प्रणालियों में से एक के साथ

उत्तर प्रदेश

टीबी मरीजों को गोद लेने वाले कहलाएँगे निक्षय मित्र, स्वास्थ्य मेलों में लगेंगे टीबी स्टाल

रंजीव ठाकुर August 09 2022 25713

टीबी मरीजों को गोद लेने वालों का अब निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण किया जाएगा और मुख्यमंत्री स्वास्थ्य मेल

व्यापार

साइंस के साथ ब्यूटी केयर प्रोवाइड करा रहा है काया क्लिनिक

रंजीव ठाकुर August 04 2022 14982

अग्रणी स्किनकेयर एवं सबसे बड़े डर्मेटोलॉजिस्ट नेटवर्क इनेबल्ड ब्रांड ने राजधानी में अपना दूसरा क्लिनि

उत्तर प्रदेश

शर्मनाक: छोटे बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को मिलने वाला बाल पुष्टाहार चोरी

विशेष संवाददाता August 03 2022 21379

आंगनबाड़ी केंद्र के छोटे बच्चों एवं गर्भवती व धात्री महिलाओं को मिलने वाला बाल पुष्टाहार चोरी कर लिय

Login Panel