देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

विश्व फेफड़ा दिवस; फेफड़ों पर हुआ वार तो खुल जाएगा बीमारियों का द्वार: डॉ सूर्यकान्त

फेफड़ों को पूरी तरह स्वस्थ रखने के बारे में जागरूकता के लिए हर साल 25 सितम्बर को विश्व फेफड़ा दिवस मनाया जाता है। इस बार थीम है- लंग हेल्थ फॉर आल। इस अवसर पर डॉ सूर्यकान्त ने विशेष जानकारी देते हुए लोगों को सचेत किया है।

रंजीव ठाकुर
September 25 2022 Updated: September 26 2022 03:42
0 26155
विश्व फेफड़ा दिवस; फेफड़ों पर हुआ वार तो खुल जाएगा बीमारियों का द्वार: डॉ सूर्यकान्त प्रतीकात्मक चित्र

लखनऊ। फेफड़ों को पूरी तरह स्वस्थ रखने के बारे में जागरूकता के लिए हर साल 25 सितम्बर को विश्व फेफड़ा दिवस मनाया जाता है। इस बार थीम है- लंग हेल्थ फॉर आल। इस अवसर पर डॉ सूर्यकान्त ने विशेष जानकारी देते हुए लोगों को सचेत किया है।

 

विश्व फेफड़ा दिवस (World Lung Day) पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के रेस्परेटरी मेडिसिन (Respiratory Medicine) विभाग के अध्यक्ष डॉ सूर्यकान्त (Dr Suryakant) ने कहा कि शरीर के हर अंग की वैसे तो हमारे जीवन में खास अहमियत है किन्तु फेफड़े (lungs) इसमें अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि प्राण वायु का संचार उन्हीं से होता है। फेफड़ों के कमजोर पड़ते ही टीबी (TB) समेत कई गंभीर बीमारियाँ जैसे- निमोनिया (pneumonia), अस्थमा (asthma), कोरोना (corona), सीओपीडी (COPD) आदि घेर लेती हैं।

इस बार इस दिवस की थीम है- लंग हेल्थ फॉर आल (Lung Health for All)। आज इसका संकल्प लेना हम सभी के लिए बहुत ही जरूरी है। लोगों में धूम्रपान की बढ़ती प्रवृत्ति और बढ़ते वायु प्रदूषण (air pollution) ने फेफड़ों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा यदि फेफड़ों पर हुआ वार तो खुल जाएगा बीमारियों का द्वार।

 

आईएमए (IMA)-एकेडमिक ऑफ़ मेडिकल स्पेसलिटीज के नेशनल वायस चेयरमैन डॉ सूर्यकान्त का कहना है कि  आंकड़े बताते हैं कि देश में करीब 17 लाख लोगों की मृत्यु हर साल बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण होती है। इसके अलावा करीब 12 करोड़ लोग धूम्रपान करते हैं जो अपने फेफड़ों को जोखिम में डालने के साथ ही दूसरों के फेफड़ों को भी जोखिम में डालते हैं।

 

डॉ सूर्यकान्त ने कहा कि धूम्रपान करने वाले केवल 30 फीसद धुआं अन्दर लेते हैं और 70 फीसद धुआं बाहर छोड़ते हैं जो दूसरों के अन्दर पहुंचकर नुकसान पहुंचाता है। इसलिए फेफड़ों की सलामती के लिए जरूरी है कि लोग धूम्रपान (smoking) से बचें और बढ़ते प्रदूषण पर सख्ती से लगाम लगाएं। मास्क का इस्तेमाल कर बहुत कुछ इसके दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है।  

 

अगर फेफड़े ही कमजोर पड़ गए तो जिन्दा कैसे रह पाएंगे क्योंकि फेफड़े ही शरीर में प्राण वायु का संचार करते हैं। मास्क का उपयोग, धूम्रपान से दूरी और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण फेफड़ों के लिए जरूरी है। रेस्परेटरी मसल्स (respiratory muscles) और इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए अच्छे खानपान (green vegetables) और प्राणायाम (pranayama) से फेफड़ों का स्टेमिना बढ़ाना, व्यायाम, भाप लेना आदि उपाय करने चाहिए।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

राष्ट्रीय

सीएम धामी ने अस्पताल की किया निरीक्षण

आरती तिवारी September 14 2022 25750

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हो

राष्ट्रीय

यूक्रेन से लौटे मेडिकल स्टूडेंट्स को मिली बड़ी राहत

विशेष संवाददाता September 08 2022 22917

NMC ने यूक्रेन के एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम को मान्यता दे दी है। इसके तहत ऐसे छात्रों को अपना बचा

उत्तर प्रदेश

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी मिलेगी

अबुज़र शेख़ November 22 2022 29328

नेशनल हेल्थ मिशन की तरफ से इसके लिए बजट का प्रावधान किया गया है।जिसमें गर्भवती महिलाओं को जांच समेत

उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही, कोरोना की जगह लगा दिया एंटी रैबीज का इंजेक्शन

रंजीव ठाकुर May 04 2022 25273

यूपी में स्वास्थ्य विभाग से फिर ऐसी खबर आई है जिसने विभाग की छवि एक बार फिर धूमिल कर दी है। लखीमपुर

उत्तर प्रदेश

भारत को टीबी मुक्त बनाने में धर्मगुरुओं की भूमिका अहम

हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2022 24592

जिला क्षय रोग अधिकारी ने धर्मगुरुओं से अपील की कि उनकी जब भी अपने समुदाय के लोगों से वार्ता हो तो उन

स्वास्थ्य

इन होम्योपैथिक मेडिसिन से कम करें वजन और पेट की चर्बी

श्वेता सिंह August 28 2022 111751

वजन कम करने के लिए होम्योपैथिक दवा ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पतले होने क

उत्तर प्रदेश

शर्मनाक: डॉक्टर पर लगा बलात्कार करने का आरोप

आरती तिवारी June 27 2023 22311

फैमली क्लीनिक चलाने वाले एक डॉक्टर पर इलाज के बहाने महिला से दुष्कर्म का मामला सामने आया है।

उत्तर प्रदेश

मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में शुरू हुआ डेडिकेटेड अत्याधुनिक पीडियाट्रिक आईसीयू

हुज़ैफ़ा अबरार January 28 2022 42388

इस सुविधा के शुरू हो जाने से अब उत्तर प्रदेश और इसके सीमावर्ती पड़ोसी राज्यों  के बाल रोगियों के इलाज

अंतर्राष्ट्रीय

अमेरिकी डॉक्टरों ने पहली बार एचआईवी संक्रमित महिला को ठीक किया

हे.जा.स. February 17 2022 22716

अमेरिका में डॉक्टरों ने पहली बार एचआईवी संक्रमित महिला का उपचार कर उसे वायरस से मुक्त करने में सफलता

राष्ट्रीय

कोर्बेवैक्स की एहतियाती खुराक दूसरी डोज के 26 हफ्ते बाद लगवा सकेंगे: केंद्र सरकार

एस. के. राणा August 11 2022 21934

कोवेक्सिन या कोविशील्ड टीकों की दूसरी खुराक लगने की तारीख से 26 सप्ताह पूरा होने के बाद एक एहतियाती

Login Panel