नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर में रोज लाखों केस सामने आ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि तीसरी लहर में हल्के लक्षण वाले मामले अधिक सामने आ रहे हैं। दूसरी लहर की तुलना में अस्पतालों पर दबाव भी कम है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के हल्के संक्रमण के मामले में बुखार की दवा पेरासिटामोल (Paracetamol) ही काफी है। मोलनुपिरवीर और एज़िथ्रोमाइसिन का ज्यादा उपयोग चिंताजनक है।
जिन रोगियों को कोरोना टीका (Vaccine) नहीं लगा है और वह लंबे समय से किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो उन्हें उच्च जोखिम वाला रोगी माना जा सकता है। विशेषज्ञों ने कहा कि गंभीर लक्षणों की ओर बढ़ने पर ऐसे रोगियों की निगरानी की जानी चाहिए। एंटीवायरल मोलनुपिरवीर (Anti-Viral Molnupiravir) के साथ सावधानी से इनका इलाज किया जा सकता है।
राष्ट्रीय कोविड टास्क फोर्स के एक सदस्य और संक्रामक रोग विशेषज्ञ संजय पुजारी ने कहा, "मोलनुपिरवीर को वर्तमान में एक गैर-टीकाकृत आबादी में मामूली लाभ के कारण हल्की बीमारी के प्रबंधन के लिए अनुशंसित नहीं किया गया है।"
पुजारी ने कहा कि बिना किसी जोखिम वाले मामलों यानी हल्के संक्रमण वाले कोविड रोगियों (vividh patients) पर इन दवाओं का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। यह अभी भी व्यापक रूप से हल्की बीमारी के इलाज के लिए निर्धारित किया जा रहा है।
एस. के. राणा March 07 2025 0 50283
एस. के. राणा March 06 2025 0 50172
एस. के. राणा March 08 2025 0 48285
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 41403
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 33744
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 32856
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 31968
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84681
सौंदर्या राय March 09 2023 0 89075
सौंदर्या राय March 03 2023 0 89316
admin January 04 2023 0 89922
सौंदर्या राय December 27 2022 0 79194
सौंदर्या राय December 08 2022 0 68653
आयशा खातून December 05 2022 0 122544
लेख विभाग November 15 2022 0 92464
श्वेता सिंह November 10 2022 0 112500
श्वेता सिंह November 07 2022 0 90788
लेख विभाग October 23 2022 0 75902
लेख विभाग October 24 2022 0 78119
लेख विभाग October 22 2022 0 85062
श्वेता सिंह October 15 2022 0 91005
श्वेता सिंह October 16 2022 0 85457
उन जिलों को शामिल किया गया है जहां पॉजिटिविटी रेट 10 परसेंट से ज्यादा है। इसमें तीन राज्यों के आठ जि
यदि किसी व्यक्ति को कोरोना हो गया है तो उसे सिर्फ पांच दिन पृथकवास में रहना चाहिए। यदि पांच दिनों के
डिप्टी सीएम ने निर्देश दिए कि उप्र मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन लिमिटेड के सभी वेयर हाउस में हफ्ते भर मे
विश्व स्वास्थ्य संगठन में पोषण और खाद्य सुरक्षा विभाग में निदेशक ने कहा कि फ़ॉर्मूला दुग्ध पदार्थ बन
सरकार का भी पूरा प्रयास है कि कोरोना की तीसरी लहर जैसी स्थिति उत्पन्न ही न हो, इसके लिए ज्यादा से ज्
अगर उत्सर्जन को तेजी से समाप्त नहीं किया गया वैश्विक स्तर पर गर्मी और आर्द्रता मानव सहनशीलता से परे
कोरोना की तीसरी लहर करीब ही है। संस्था ने इस मुश्किल वक्त पर देश के विभिन्न स्थानों पर अधिकारियो
कुछ लोग तो बाहर से आने के बाद फ्रिज खोलते हैं, और चिल्ड वाटर पीकर खुश हो जाते हैं लेकिन ऐसा करना सेह
The novel social behavior and network therapy for alcohol problems did not differ significantly in e
चिकित्सा विभाग में हुए बड़े पैमाने पर नीति विरूद्ध स्थानान्तरण को निरस्त करने की माॅग को लेकर राज्य क
COMMENTS