नयी दिल्ली। दुनिया के कई देश कोरोना को लेकर जूझ रहे हैं। वहीं दक्षिण कोरिया में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक बीमारी पाई गई है, जिसमें अमीबा दिमाग में घुसकर इसको खा जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी के बारे में 1937 में पहली बार अमेरिका में पता चला था। यह एक ऐसी बीमारी है जो मनुष्य के मस्तिष्क को खत्म कर देती है।
इस बीमारी का ताजा एक मामला दक्षिण कोरिया में सामने आया है। कोरिया रोग नियंत्रण और रोकथाम एजेंसी (केडीसीए) ने बीते दिनों बताया कि एक 50 वर्षीय शख्स थाईलैंड में तकरीबन 4 महीने बिताने के बाद 10 दिसंबर 2022 को दक्षिण कोरिया आया था। उसके लौटने के 11 दिन बाद यानि 21 दिसंबर को एक दुर्लभ संक्रमण नाइग्रीलिया फॉलेरी, जोकि एक अमीबा है, के कारण उसकी मौत हो गयी।
दरअसल ये बीमारी नई नहीं है बल्कि 50 के दशक में पहला शख्स इसका शिकार हुआ था। अबकी बार साउथ कोरिया का जो शख्स इसका शिकार होकर मरा है, वो कई महीने थाईलैंड रहकर देश में लौटा था। 10 दिसंबर में उसकी मृत्यु हो गई। अब ये कोरिया के डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन एजेंसी ने ये बताया है कि आखिर वो कौन सी बीमारी है, जिससे ये शख्स मरा है।
एस. के. राणा March 06 2025 0 69042
एस. के. राणा March 07 2025 0 68931
एस. के. राणा March 08 2025 0 66933
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 59496
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 46731
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 45621
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 39849
सौंदर्या राय May 06 2023 0 86568
सौंदर्या राय March 09 2023 0 90962
सौंदर्या राय March 03 2023 0 91314
admin January 04 2023 0 91920
सौंदर्या राय December 27 2022 0 80970
सौंदर्या राय December 08 2022 0 70762
आयशा खातून December 05 2022 0 124875
लेख विभाग November 15 2022 0 94684
श्वेता सिंह November 10 2022 0 119604
श्वेता सिंह November 07 2022 0 93341
लेख विभाग October 23 2022 0 78011
लेख विभाग October 24 2022 0 80783
लेख विभाग October 22 2022 0 87393
श्वेता सिंह October 15 2022 0 92781
श्वेता सिंह October 16 2022 0 87011
जिला सर्विलांस अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिन मरीजों में पुष्टि हुई है उसमें
डब्ल्यूएचओ के इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशन इमरजेंसी कमेटी के अनुसार, दुनिया में अब जानवरों और इंसानों के
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरैनिया गांधीनगर भरतपुर हजारा से है। जहां स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने
सोमवार को अमरोहा जिला अस्पताल में 1087 मरीज ओपीडी में देखे गए। अस्पतालों में सबसे ज्यादा मालमे बुखार
गर्मियों के सीजन में हीट को हैंडल करना मुश्किल होता है। गर्मी से बचने के लिए हम ऐसे फूड्स या ड्रिंक
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक द्वारा ऑपरेशन कराने वाली महिलाओं को निर्धारित सुविधाएं उपलब्ध
ललिता देवी सदैव से संयमी रहीं। मन, वचन और कर्म में एकसमान रहीं। अति तक तो कभी गईं ही नहीं। 79 की उम्
इस्तीफे पर डॉ. नागरकर का कहना है कि घर में कोई डॉक्टर नहीं है। पिताजी, चाचा, भाई समेत परिवार में सभी
केंद्र सरकार जल्द ही कोरोना की तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज पर अपनी पॉलिस पर फिर से विचार कर सकती है।
बुधवार शाम तक हिमाचल प्रदेश में कोरोना के 144 नए मामले सामने आए और लगभग 108 लोग कोविड संक्रमण से उबर
COMMENTS