देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

कोरोनारोधी टीके के बूस्टर डोज़ पर पुनर्विचार करेगी केंद्र सरकार

केंद्र सरकार जल्द ही कोरोना की तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज पर अपनी पॉलिस पर फिर से विचार कर सकती है। दरअसल, वैज्ञानिक विशेषज्ञों को तीसरी खुलाक को लेकर संदेश है।

0 17030
कोरोनारोधी टीके के बूस्टर डोज़ पर पुनर्विचार करेगी केंद्र सरकार प्रतीकात्मक

नई दिल्ली। केंद्र सरकार जल्द ही कोरोना की तीसरी खुराक यानी बूस्टर डोज पर अपनी पॉलिस पर फिर से विचार कर सकती है। दरअसल, वैज्ञानिक विशेषज्ञों को तीसरी खुलाक को लेकर संदेश है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया कि एक्सपर्ट का मानना ​​है कि तीसरी खुराक कुछ विशेष आयु वर्ग के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रह सकती है।

फिलहाल, बूस्टर डोज हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और पहले से किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित 60 साल से ऊपर के लोगों को लग रहा है।  रिपोर्ट्स में एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, बूस्टर के लिए फिर से सोचना होगा। बहुत सोच समझकर नीति में बदलाव करना होगा। 

उन्होंने आगे कहा कि बूस्टर ने किसी भी देश में मामलों में मदद नहीं की है। ऐसे में हम आंख बंद करके दूसरे देशों की तरह उनके रास्ते पर नहीं चल सकते हैं। हमें अपने स्थानीय महामारी वैज्ञानियों को सुनना होगा और विज्ञान को भी सुनना होगा और हमारे निर्णय उस आकलन पर आधारित होने चाहिए।

बताते चलें कि टीकाकरण के लिए बने नेशनल टेक्निकल अडवाइजरी ग्रुप (NTAGI) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के बीच मंगलवार को एक हाई लेवल मीटिंग हुई थी जिसमें बूस्टर डोज नीति पर चर्चा हुई। 

अधिकारी के अनुसार, डब्ल्यूएचओ और एनटीएजीआई के सदस्यों के विशेषज्ञों ने उन देशों से वास्तविक दुनिया के आंकड़ों का आकलन किया है जहां बूस्टर शॉट दिए गए हैं। इसके अलावा स्थानीय आंकड़ों का भी अध्ययन किया जा रहा है। विशेषज्ञ संक्रमण के पैटर्न, वायरस के व्यवहार, उभरते हुए रूपों की भी समीक्षा कर रहे हैं।

स्वास्थ्य, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को 10 जनवरी के बाद से कुल 86.87 लाख "प्रिकॉशन्स डोज" दी गई हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, लगभग तीन करोड़ स्वास्थ्य और फ्रंटलाइन वर्कर्स के बूस्टर शॉट्स पाने के योग्य होने का अनुमान है। इसके अलावा, देश भर में 60 से अधिक आयु वर्ग के 2.75 करोड़ लोगों के होने का अनुमान है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

अब चीन में मंकीपॉक्स वायरस ने दी दस्तक

आरती तिवारी September 18 2022 18219

दुनिया में मंकीपॉक्स वायरस के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। धीरे-धीरे यह बीमारी 90 से ज्यादा देशों में फैल

राष्ट्रीय

देवी शीतला हॉस्पिटल एंड ट्रामा केअर सेंटर का हुआ उद्घाटन।

February 12 2021 19471

अब लालगंज वासियों को एक्सीडेंटल केस में दिल्ली इलाहाबाद लखनऊ जाने की जरूरत नहीं होगी, दिल्ली जैसी सु

स्वास्थ्य

65 साल से ऊपर की महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी कराने के बाद रेडिएशन से कोई खास फायदा नहीं: शोध 

लेख विभाग February 18 2023 82931

भारत समेत दुनियाभर में स्तन कैंसर महिलाओं में बेहद खतरनाक बीमारी है। इंडियन कैंसर सोसाइटी के मुताबिक

उत्तर प्रदेश

डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मासूम की मौत

admin June 10 2023 23752

परिजनों का आरोप है कि सही समय पर मासूम को इलाजना मिलने के चलते उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिजनों ने हॉस

राष्ट्रीय

सिप्ला, यूबायो के साथ लाएगी आरटी-पीसीआर परीक्षण किट। 

एस. के. राणा May 21 2021 27850

सिप्ला के एमडी और ग्लोबल सीईओ उमंग वोहरा ने कहा, ‘‘सिप्ला कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में उपचार की उप

राष्ट्रीय

दिल्ली के ऑटोरिक्शा चालकों, सफाईकर्मियों और रेहड़ी-पटरी विक्रेताओं के स्वाथ्य पर आईआईटी ने किया शोध

एस. के. राणा June 26 2022 21698

दिल्ली में काम करने वाले ऑटोरिक्शा चालक, सफाईकर्मी और रेहड़ी-पटरी विक्रेता बहुत ज्यादा गर्मी और सर्दि

राष्ट्रीय

इन्फ्लुएंजा के बढ़ते मामले में डॉक्टर एंटीबायोटिक लिखने से बचें: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

एस. के. राणा March 06 2023 20425

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के नोटिस में कहा गया है कि वायु प्रदूषण इन वायरस के लिए बड़ी वजह हो सकता है। ऐ

उत्तर प्रदेश

लखनऊ विश्वविद्यालय में शुरू होगा फार्मास्युटिकल साइंसेज संस्थान।

हुज़ैफ़ा अबरार June 08 2021 21472

संस्थान में दो स्व-वित्तीय पाठ्यक्रम - 100 सीटों के साथ फार्मेसी (बीफार्मा) में स्नातक और 60 सीटों क

उत्तर प्रदेश

विश्व कैंसर दिवस पर रीजेंसी हॉस्पिटल कानपुर में 'कैंसर फोरम' का आयोजन

हुज़ैफ़ा अबरार February 09 2023 41404

हमारा एजेंडा कैंसर की रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा करना है। भारत में कैंसर के मामले तेजी से बढ़

राष्ट्रीय

बिक्री बढ़ाने के लिए दवा कंपनियों द्वारा डाक्टरों को मुफ्त में चीजें देना प्रतिबंधित: सुप्रीम कोर्ट

एस. के. राणा February 23 2022 29560

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, 'यह जनमहत्व और बेहद चिंता का मामला है कि दवा कंपनियों द्वारा मुफ्त में दिए जान

Login Panel