देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

गर्भपात कानूनों में बदलाव के बारे में 99 फीसदी महिलाओं को जानकारी नहीं: अध्ययन

गैर-सरकारी संगठन ‘फाउंडेशन फॉर रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज इंडिया’ द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि 32 प्रतिशत उत्तरदाता गर्भपात के कानूनी अधिकार के बारे में अनभिज्ञ थीं जबकि 95.5 प्रतिशत महिलाओं को एमटीपी (संशोधन) अधिनियम, 2021 के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

एस. के. राणा
March 03 2023 Updated: March 03 2023 23:26
0 21626
गर्भपात कानूनों में बदलाव के बारे में 99 फीसदी महिलाओं को जानकारी नहीं: अध्ययन प्रतीकात्मक चित्र

नयी दिल्ली (भाषा)। देश में 99 फीसदी महिलाओं को गर्भपात कानूनों में किए गए बदलावों के बारे में जानकारी नहीं है। ‘गर्भ का चिकित्‍सकीय समापन’ (MTP), अधिनियम के बारे में जागरूकता को लेकर हाल में किए गए एक अध्ययन में यह दावा किया गया है।


अध्ययन में यह भी दावा किया गया कि जिन तीन महिलाओं (women) का साक्षात्कार लिया गया, उनमें से एक ने गर्भपात को स्वास्थ्य का अधिकार नहीं माना या इसके बारे में अनिश्चित थीं।


गैर-सरकारी संगठन (NGO) ‘फाउंडेशन फॉर रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज इंडिया’ (FRHS India) द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि 32 प्रतिशत उत्तरदाता गर्भपात के कानूनी अधिकार के बारे में अनभिज्ञ थीं जबकि 95.5 प्रतिशत महिलाओं को एमटीपी (संशोधन) अधिनियम, 2021 के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।


नैदानिक परिवार नियोजन सेवाएं (clinical family planning services) प्रदान करने वाले एफआरएचएस इंडिया ने एमटीपी अधिनियम और सुरक्षित गर्भपात से संबंधित नियमों के बारे में जागरूकता के स्तर को लेकर किए गए अध्ययन के निष्कर्ष हाल में जारी किए हैं।


एफआरएचएस ने यह अध्ययन दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में किया था। एफआरएचएस इंडिया में कार्यक्रम एवं भागीदारी मामलों की निदेशक देबंजना चौधरी ने कहा,‘‘एमटीपी अधिनियम में करीब डेढ़ साल पहले संशोधन किया गया था, लेकिन गर्भपात (abortions) कराने वाली महिलाएं इस अधिनियम में किए गए बदलावों से अनभिज्ञ हैं। हमने पाया कि राजस्थान में सेवा प्रदाता (doctors) भी इस बदलाव के बारे में नहीं जानते कि भ्रूण के गर्भपात की अवधि 20 सप्ताह से बढ़ाकर 24 सप्ताह कर दी गई है।’’


अध्ययन में कहा गया कि यह ‘‘चिंताजनक’’ है कि 99 प्रतिशत महिलाओं को एमटीपी अधिनियम में बदलाव के बारे में नहीं पता है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

22 अप्रैल को शाम तीन से छह बजे तक डाक्टर से सुनिए बीमारियों का हाल, पूछिये अपने सवाल 

हुज़ैफ़ा अबरार April 17 2022 25692

डाक्टर से सुनिए” कार्यक्रम 22 अप्रैल को दोपहर तीन बजे से शाम छह बजे तक http://webcast.gov.in/up/heal

उत्तर प्रदेश

नई मशीनों से कैंसर मरीजों को साइड इफैक्ट बहुत कम होते हैं: डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव

रंजीव ठाकुर August 07 2022 83889

आईएमए भवन में गोरखपुर के हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान और आईएमए-एएमएस के तत्वा

स्वास्थ्य

स्किन के लिए फायदेमंद है सहजन

लेख विभाग January 19 2023 23367

सहजन में विटामिन ए सहित आपकी त्वचा के लिए स्वस्थ कई पोषक तत्व होते हैं, जो कोलेजन बनाता है – वह महत्

राष्ट्रीय

एमपी में दिमागी बुखार को लेकर स्वास्थ्य महकमा सतर्क

विशेष संवाददाता March 28 2023 23105

भोपाल, इंदौर, विदिशा और रायसेन में जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) से बचाव के लिए भी निशुल्क टीका लगाया जा

राष्ट्रीय

8 सालों में दवाओं का निर्यात 138% बढ़ा: स्वास्थ्य मंत्री

एस. के. राणा November 23 2022 25288

अप्रैल-अक्टूबर 2013-14 से भारत के फार्मा निर्यात में 138 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 2013-14 में 3

उत्तर प्रदेश

लंबे समय से गैर हाजिर 3 डॉक्टरों पर गिरी गाज

आरती तिवारी March 31 2023 19875

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई भी व्यक्ति सरकारी सेवा नियमावली का उल्लंघन करते

उत्तर प्रदेश

खुशी फॉउण्डेशन व मैक्स हॉस्पिटल ने आयोजित किया निःशुल्क ह्रदय जांच शिविर

रंजीव ठाकुर May 15 2022 18039

आजकल की भागदौड़ एवं तनाव भरी ज़िन्दगी में अधिकतर लोग अपने स्वास्थ्य खासतौर से हृदय की तरफ ध्यान नहीं द

उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य विभाग के समूह ग कर्मचारी महानिदेशालय का करेंगे घेराव

रंजीव ठाकुर July 10 2022 20517

स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर की लगी हुई आग बुझने की जगह भड़कती ही जा रही है। अब स्वास्थ्य विभाग के सम

राष्ट्रीय

स्वास्थ्य सेवा निगम के माध्यम से मिलेंगी सस्ती दवाइयां

हे.जा.स. May 04 2023 20245

हिमाचल प्रदेश में छह मेडिकल कॉलेज हैं। इनके अलावा 100 से ज्यादा जोनल अस्पताल, सिविल और सामुदायिक स्व

राष्ट्रीय

दुर्लभ बीमारियों पर होगा शोध, देश में ही बनेगी दवा

रंजीव ठाकुर July 20 2022 16150

ज्यादातर दुर्लभ बीमारियां आवर्ती आनुवंशिक दोषों के कारण होती है जिनका उपचार काफी महंगा होता है और दे

Login Panel