देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

कामेच्छा की कमी से बर्बाद हो जाता है जीवन।

गलत जीवनशैली व खान-पान की वजह से पुरुषो में कामेच्छा की समस्या अधिक हो रही है, जिसका उचित समय पर उपचार करवाने की जरुरत होती है। बहुत लोग कामेच्छा की कमी होने से निराश होकर डिप्रेशन में चले जाते है।

लेख विभाग
July 18 2021 Updated: July 18 2021 21:04
0 26779
कामेच्छा की कमी से बर्बाद हो जाता है जीवन। प्रतीकात्मक

आजकल बहुत से पुरुषो में कामेच्छा की कमी हो रही है। इसका मुख्य कारण उनके खान-पान में पोषक तत्व न होना, अच्छे नींद न पूरी होना, शराब या धूम्रपान की लत आदि जिम्मेदार होता है। शोधकर्ता के अनुसार किसी भी पुरुष की यौन इच्छा एक समान नहीं होती है। पुरुषो में कामेच्छा की कमी होने से अनेक तरह की यौन समस्या का जोखिम बनने लगता है। इसके अलावा महिला साथी के साथ रिश्ते में दरार पड़ने लगती है। कुछ पुरुषो को कामेच्छा की कमी एक शर्मिदगी परेशानी लगती है, इसलिए दूसरे लोग से इस बारे में बात नहीं कर पाते है। कामेच्छा की कमी यौन गतिविधि से जुडी समस्या है जो आगे चलकर किसी बड़ी समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए पुरुषो को कामेच्छा की कमी की होने पर चिकिस्तक से खुलकर बात करनी चाहिए ताकि चिकिस्तक आपको सही परामर्श दे सके। चलिए आज के लेख के माध्यम से हम आपको पुरुषो में कामेच्छा की कमी के कारण, लक्षण व उपचार के बारे में विस्तारपूवर्क जानकारी देंगे। 

पुरुषो में कामेच्छा की कमी के कारण ?

पुरुषो में कामेच्छा की कमी के अनेक कारण हो सकते हैं। 

  • उच्च रक्तचाप होने के कारण कामेच्छा में कमी आना।
  • हरी सब्जिया, फलो व संतुलित आहार कम लेना।
  • अधिक शराब का सेवन करना।
  • एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक सेवन करना।
  • साथी के साथ अत्यधिक सेक्स।
  • कोई गंभीर बीमारी या खराब स्वास्थ्य के कारण कामेच्छा की कमी होना।
  • तनाव, चिंता, अवसाद होने से कामेच्छा में कमी आ जाती है।
  • अत्यधिक हस्तमैथुन करना हानिकारक होता है। इस कारण कामेच्छा में कमी आ जाती है।
  • टेस्टोस्टेरेन का स्तर कम होना।
  • दिमाग की बीमारी व मानसिक समस्या होना।
  • व्यायाम व योगा नहीं करना।
  • सर्जरी के बाद कोई समस्या होना।
  • हार्मोनल असंतुलन होना।

पुरुषो में कामेच्छा की कमी के लक्षण ? 

पुरुषो में कामेच्छा की कमी के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं। 

  • बिस्तर पर कुछ न कर पाना।
  • यौन इच्छा में कमी आना।
  • रस्खलन में देरी होना।
  • बाल गिरना।
  • थकान व ऊर्जा में कमी होना।
  • लिंग कमजोर होना।
  • वीर्य व शुक्राणु का नुकसान।
  • शुक्राणुओं की संख्या में कमी।
  • टेस्टोंस्टेरोन का स्तर कम होना।
  • कमजोर पैरासिमी लैथिक तंत्रिका होना।
  • मांसपेशियो में समस्या होना।
  • मूड में बदलाव होना।
  • वीर्य में कमी आना।
  • हड्डियों में द्रव की कमी।
  • शारीरिक फेट में बढ़ौतरी।
  • यौन क्रिया कमजोर होना।

पुरुषो में कामेच्छा की कमी का उपचार ? 
आजकल लोगो में गलत जीवनशैली व खान -पान के वजह से पुरुषो में कामेच्छा की कमी समस्या अधिक हो रही है, जिसका उचित समय पर उपचार करवाने की जरुरत होती है। बहुत से लोग अपनी कामेच्छा की कमी होने से निराश होकर डिप्रेशन में चले जाते है। इसके अलावा अपने साथी को यौन जीवन सुखमय जीवन व्यतीत नहीं कर पाते है। हालांकि पुरुष में कामेच्छा की कमी होने से महिला के साथ कलेश और क्रोध की भावना उत्पन्न होने लगती है। 

पुरुषो में कामेच्छा में कमी का उचित कारण जानने के बाद पर निम्नलिखित उपचार किया जा सकता है। 

पुरुषो को अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा सुबह जल्दी उठकर कर योगा और व्यायाम करना चाहिए। रात को सात से आठ घंटे की नींद लेना व शराब का सेवन न करना, तनाव से दूर रहना आदि। 
    
यदि पीड़ित व्यक्ति चिकिस्तक से कामेच्छा की कमी के उपचार हेतु कोई दवा ले रहा है और दवा लेने से कोई परिणाम नजर नहीं आता तो चिकिस्तक से बात कर अपनी दवा में बदलाव करवा सकते हैं। 
    
कुछ व्यक्ति सोचते है विज्ञापन में दिखाए गए दवाएं कितनी कारगर साबित होती है। वह लोग यह जान ले कामेच्छा बढ़ाने के लिए कार्य नहीं करता है यह केवल उत्तेजना जारी करती है मानो कोई इंजेक्शन जैसे असर करता है। इसलिए आप चिकिस्तक की सलाह से अपना उपचार करें। 
    
अगर पुरुषो में कामेच्छा की कमी में एंट्रोजन की कमी के कारण होती है, तो चिकिस्तक ब्लड टेस्ट कर पता लगाने की कोशिश करते है। इसके अलावा टेस्टोरेटेन रिप्लेसमेंट चिकित्सा का उपचार कर सकते है।  
अगर व्यक्ति को अधिक तनाव लेने और  थकावट से संबंधित होने से कामेच्छा की कमी हो रही है, तो चिकिस्तक तनाव प्रबंधन मनोवैज्ञानिको से परामर्श की  सलाह दे सकते है। यदि यह उपचार कारगर नहीं हो पाता तो दूसरे उपचार या थेरेपी की सलाह दे सकते है। 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया बाराबंकी जिला अस्पताल का निरीक्षण

आरती तिवारी October 29 2022 22618

यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने शनिवार को जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किय

राष्ट्रीय

ग्वालियर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला तो बहू ने ससुर को चादर पर घसीटा, वीडियो वायरल

जीतेंद्र कुमार March 25 2023 22796

ग्वालियर के नवनिर्मित 1000 बिस्तर वाले अस्पताल में एक बुजुर्ग पेशेंट को चादर पर बैठाकर खींचने का वीड

राष्ट्रीय

पश्चिम बंगाल में कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 के मिले 4 केस

विशेष संवाददाता January 05 2023 19942

पश्चिम बंगाल में ओमीक्रॉन वायरस के बीएफ स्वरूप के चार मामले सामने आए हैं। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने

राष्ट्रीय

कोविडरोधी टीकाकारण अभियान से  97% से अधिक लोगों संतुष्ट- डॉ. विनोद के पॉल

हे.जा.स. February 12 2021 16723

भारत का टीकाकरण का अब तक का अनुभव बहुत सकारात्मक और उत्साहवर्धक रहा है। उन्होंने कहा, "टीकों को ले क

उत्तर प्रदेश

नव चयनित नर्सों को सीएम योगी ने दिया नियुक्ति पत्र

श्वेता सिंह November 21 2022 24794

योगी ने नर्सों को प्रेरित करते हुए कहा, “आपको अस्पतालों में दुख-तकलीफ के बजाय एक स्वस्थ माहौल कायम

राष्ट्रीय

आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की इजाजत देने के खिलाफ दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब।

हे.जा.स. March 16 2021 20854

IMA का कहना है कि राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को पाठ्यक्रम में एलोपैथी को शामिल करने का अधिकार नहीं है।

उत्तर प्रदेश

बरसात से बढ़ी मुसीबतें, लगातार फैल रही बीमारियां

विशेष संवाददाता August 25 2023 19647

गाजियाबाद में डेंगू का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। पास इलाके और कई सोसाइटी में स्वास्थ्य विभाग के कर

राष्ट्रीय

उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखण्ड में वेदालाइफ-निरामयम् का उद्घाटन किया 

विशेष संवाददाता May 05 2022 25640

स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि उत्तराखंड में वेदालाइफ-निरामयम् की स्थापना से प्रदेश में पलायन घटे

राष्ट्रीय

एकल बूस्टर खुराक के लिए कोविड-19 वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति

admin March 07 2022 20394

भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के एक विशेषज्ञ पैनल ने बूस्टर खुराक के रूप में एकल-खुराक कोविड-19 वै

राष्ट्रीय

स्वाइन फ्लू को लेकर आंध्र प्रदेश सरकार ने जारी की हेल्थ गाइडलाइंस

विशेष संवाददाता September 02 2022 16785

जुलाई 2022 महीने के अंत तक स्वाइन फ्लू को 1,455 मामले सामने आ चुके है। स्वाइन फ्लू से जुड़े इन आंकड़

Login Panel