सुपौल। बिहार के सुपौल जिले में रेफरल अस्पताल (referral hospital) राघोपुर में चिकित्सकों का व्यवहार मानवता को शर्मसार करने वाला देखा गया। जहां भपटियाही थाना क्षेत्र के शाहपुर पृथ्वीपट्टी पंचायत से लोगों के द्वारा अस्पताल पहुचाएं एक विक्षिप्त मरीज (neurotic patient) को ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक देखने तक के लिए तैयार नहीं हुए।
जानकारी देते हुए शाहपुर पृथ्वीपटी पंचायत के मुखिया सतीश पाण्डेय ने बताया कि उसके पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में चार दिन से लावारिस अवस्था (abandoned state) में एक व्यक्ति पड़ा हुआ था। जो चल बोल नहीं सकता था। बताया की लोगों की सूचना पर व्यक्ति को रेफरल अस्पताल राघोपुर पहुंचाया।
हालांकि जो लोग उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक (Doctor) डॉ सुमित केसरी उनलोगों के साथ अभद्रता की, और इलाज करने से इंकार कर दिया। साथ ही डॉक्टर ने कहा कि यह ओपीडी का मरीज है। इसलिए इसे इमरजेंसी (emergency) में नहीं देखा जाएगा। बताया की उक्त मरीज के प्रति डॉ सुमित केसरी का गलत व्यवहार देखा गया। बता दें कि लोगों के द्वारा काफी विनती करने और इंसानियत का दुहाई देने के बाद डॉ. सुमित केसरी उसे देखने के लिए तैयार हुए।
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