जेनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि अनेक योरोपीय देशों में वायरल बीमारी, मंकीपॉक्स के मामले सामने आयी है। इस रोग की निगरानी, रोकथाम व नियंत्रण के लिये एक साथ मिलकर प्रयास किये जा रहे हैं।
डब्लूएचओ का कहना है कि मंकीपॉक्स, कभी-कभार ही सामने आने वाला एक विषाणु जनित रोग है। इस रोग के मामले मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ़्रीका के उष्णकटिबन्धीय वर्षावन क्षेत्रों में पाए जाते हैं। मगर, हाल के दिनों में विश्व के अन्य क्षेत्रों में भी ये संक्रमण उभरा है।
कहाँ-कहाँ मिलें मंकीपॉक्स के मामले - Where are cases of monkeypox reported
समाचार माध्यमों के अनुसार अब तक योरोप के कम से कम आठ देशों – बेल्जियम, फ़्राँस, जर्मनी, इटली, पोर्तुगल, स्पेन, स्वीडन और ब्रिटेन में इसके लगभग 80 मामलों का पता चल चुका है। आमतौर पर इस रोग में, बुख़ार, दाने और लिम्फ़ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण सामने आते हैं। अधिकाँश संक्रमण मामले अभी तक मामूली लक्षण वाले बताए गए हैं।
योरोपीय क्षेत्र में यूएन स्वास्थ्य एजेंसी के निदेशक डॉक्टर हैंस क्लूगे ने बताया कि ये मामले तीन वजहों से असामान्य हैं।
1. जिन देशों में यह बीमारी आमतौर पर फैलती है, केवल एक में संक्रमण मामले के तार वहाँ की यात्रा से जुड़ते हैं।
2. अधिकाँश मामलों की वजह यौन स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों के ज़रिये पता चला है, उन पुरुषों में जो पुरुषों के साथ सम्भोग करते हैं।
3. साथ ही, वायरस संचारण कुछ समय से जारी रहने का सन्देह जताया गया है, चूँकि ये मामले योरोप और उससे इतर अन्य क्षेत्रों में भौगोलिक दृष्टि से फैले हुए हैं।
यूएन एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंकीपॉक्स के अधिकाँश मामलों में संक्रमित, बिना किसी उपचार के कुछ ही हफ़्तों में ठीक हो जाते हैं लेकिन, यह बीमारी और भी गम्भीर हो सकती है, विशेष रूप से युवा बच्चों, गर्भवती महिलाओं और उन व्यक्तियों में जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर है।
मंकीपॉक्स फैलाव पर नियंत्रण का प्रयास - Efforts to control the spread of monkeypox
स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि प्रभावित देशों के साथ मिलकर प्रयास किये जा रहे हैं, ताकि संक्रमण के स्रोत का पता लगाया जा सके, और वायरस के फैलाव और उस पर क़ाबू पाने के रास्तों के प्रति जानकारी बढ़ाई जा सके।
इसके समानान्तर, देशों को निगरानी, परीक्षण, संक्रमण, रोकथाम व नियंत्रण उपायों, क्लीनिक प्रबन्धन, जोखिम संचार और सामुदायिक सम्पर्क व बातचीत के सिलसिले में दिशानिर्देश दिये जा रहे हैं।
कैसे फ़ैल सकता है मंकीपॉक्स - How can monkeypox spread
1. मंकीपॉक्स वायरस ज़्यादातर, मूषकों और प्राइमेट्स (बन्दर जैसे जंगली जानवरों) से मनुष्यों में फैलता है, हालाँकि इसका मानव-से-मानव संचरण भी सम्भव है।
2. संक्रमित त्वचा को छूने, बोलते, छींकते या खांसते हुए निकलने वाली बूँदों को निगलने, यौन सम्पर्क या फिर दूषित सामान, जैसे बिस्तर, चादर को छूने से भी यह फैल सकता है।
3. आमतौर पर इस रोग में, बुख़ार, दाने और लिम्फ़ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण सामने आते हैं.
इस रोग से संक्रमित होने का सन्देह होने पर लोगों की तत्काल जाँच और उन्हें अलग रखा जाना चाहिये।
यूएन एजेंसी का कहना है कि योरोपीय क्षेत्र में गर्मी के मौसम के साथ ही, सामूहिक आयोजन व उत्सव होते हैं, जोकि वायरस के संचारण में तेज़ी ला सकता है। अभी फ़िलहाल ये मामले, यौन गतिविधियों में शामिल होने से फैल रहे हैं और अनेक इसके लक्षण से अनजान हैं।
डॉक्टर क्लूगे ने ध्यान दिलाया कि हाथों को धोना और कोविड-19 के दौरान बरते गए ऐहतियाती उपायों को अपनाना अहम होगा, विशेष रूप से स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों में।
अन्य क्षेत्रों में संक्रमण के मामले - Cases of infection in other areas
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