शिमला। हिमाचल प्रदेश में स्क्रब टायफस जानलेवा हो गया है। स्क्रब टाइफस से प्रदेश में पहली मौत हुई है। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल शिमला में स्क्रब टायफस से मरीज की मौत हुई है। सोलन के 54 वर्षीय मरीज को 28 अगस्त को आईजीएमसी में भर्ती किया गया था।
वहीं अब तक स्क्रब टायफस (Scrub typhus) के 582 मामले सामने आए हैं। लगातार मामले आने से प्रदेश सरकार ने अलर्ट जारी किया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (medical officer) व वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही अस्पतालों में दवाइयों का उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए है।
बता दें कि स्क्रब टायफस रोग एक जीवाणु रिकेटशिया (bacterial rickettsiae) से संक्रमित पिस्सू के काटने से फैलता है, जो खेतों, झाड़ियों और घास में रहने वाले चूहों के अलावा पशुओं में पनपता है। इससे पीड़ित मरीज को तेज बुखार आता है। जोड़ों में दर्द और शरीर में कंपकंपी होती है। बीमारी के दौरान 104 से 105 डिग्री तक तेज बुखार आता है। शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगता है और अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू के नीचे कूल्हों के ऊपर गिल्टियां हो जाती है।
स्क्रब टायफस के ये है लक्षण
स्क्रब टायफस होने पर मरीज को तेज बुखार (fever) आता है। जोड़ों में दर्द और कंपकपी, ठंड के साथ बुखार शरीर में ऐंठन, अकडऩ या शरीर का टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन बाजू कूल्हों के नीचे गिल्टियां का होना आदि इसके लक्षण है
Updated by Aarti Tewari
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