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झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज ने ली मासूम बच्ची की जान

लक्ष्मी पुत्री लाभूराम निवासी जाखड़ों की ढाणी (सनावड़ा) को बीते तीन दिन से बुखार आ रहा था। मंगलवार को बच्ची की मां व उसका भाई पास के गांव झोलाछापा डॉक्टर के वहां पर लेकर गए। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाने से मासूम बच्ची की इलाज की तबीयत बिगड़ने लगी।

झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज ने ली मासूम बच्ची की जान आक्रोशित परिजनों ने शव को रख दिया धरना

बाड़मेर (जयपुर ब्यूरो)। एक बार फिर एक झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से एक 11 साल की मासूम बच्ची की मृत्यु का मामला सामने आया है। यह मामला बाड़मेर जिले के सनावड़ा गांव का है। मृत्यु होने के बाद परिजनों ने शव को वहीं रख दिया और धरने पर बैठ गए। मामले की सूचना होते ही सदर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत करवाया। पुलिस ने बच्ची के शव को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवा दिया है।

 

लक्ष्मी पुत्री लाभूराम निवासी जाखड़ों की ढाणी (सनावड़ा) को बीते तीन दिन से बुखार आ रहा था। मंगलवार को बच्ची की मां व उसका भाई पास के गांव झोलाछापा डॉक्टर (Jholachhapa doctor) के वहां पर लेकर गए। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगाने से मासूम बच्ची की इलाज की तबीयत बिगड़ने लगी। झोलाछाप डॉक्टर ने उसे बाड़मेर (Barmer) रेफर कर दिया। गाड़ी बैठाने के दौरान मासूम बच्ची ने दम तोड़ दिया।

 

बच्ची की मौत से आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों ने वहीं पर शव रखकर धरने पर बैठ गए। सूचना पर सदर थाने के हेड कांस्टेबल जितेंद्रसिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों व लोगों को समझाने का प्रयास किया। करीब तीन घंटे बाद रात 10 बजे परिजन शव को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल (district hospital) की मोर्चरी (mortuary) में रखवाने के लिए तैयार हो गए।

 

मासूम बच्ची के भाई गंगाराम ने आरोप लगाया है कि गलत इंजेक्शन (wrong injection) लगाने के बाद बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी और बच्ची को रेफर करने लगे इस दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। बच्ची को तीन दिन पहले बुखार आ रहा था। हेड कांस्टेबल जितेंद्रसिंह के मुताबिक मासूम बच्ची के शव को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया है। अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। बुधवार को पोस्टमार्टम (post-mortem) करवाया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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