बदायूं। जिले के बसौली में झोलाछाप डॉक्टर (Fake doctor) की लापरवाही के चलते नवजात शिशु (Newborn Baby) की मौत हो गई। जिसके बाद डॉक्टर और अस्पताल का स्टाफ मौके से फरार हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंची एसडीएम ज्योति शर्मा और डॉक्टर फिरासत हुसैन ने जांच पड़ताल करने के बाद अस्पताल को सील (hospital sealed) कर दिया। पूरा मामला बदायूं जिले के तहसील और कस्बा बिसौली का है।
जहां स्थित बांके बिहारी अस्पताल में आई महिला के शिशु की डिलीवरी (delivery of baby) के दौरान मौत हो गयी। जिससे अस्पताल का पूरा स्टाफ अस्पताल छोड़ कर भाग गया। सूचना मिलने पर पुलिस फोर्स और एसडीएम ज्योति शर्मा मौके पर पहुंचीं। जहां जांच पड़ताल करने के बाद अस्पताल के अन्य मरीजों को एम्बुलेंस (ambulance) द्वारा सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है।
हालांकि विसौली क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की बाढ़ सी आ गयी है। पिछले महीने में लगभग 10 झोलाछाप डाक्टरों पर नोटिस भी आये थे। जिसमें से एक बांके बिहारी अस्पताल (Banke Bihari Hospital) भी शामिल है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की सांठगांठ के चलते किसी पर भी कार्रवाई नहीं की गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग को पूरी जानकारी है, कि कहां कितने झोलाछाप अस्पताल (quack hospital) है, लेकिन इनपर कभी छापेमारी नहीं की जाती है। इससे लगता है, कि स्वास्थ को आज की घटना का इन्तजार था अगर पहले ही इसपर कार्यवाही हो जाती तो यह घटना घटित नहीं होती। इस सम्बन्ध में पीड़िता के पति ने शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की है।
एस. के. राणा March 07 2025 0 48951
एस. के. राणा March 06 2025 0 48840
एस. के. राणा March 08 2025 0 47064
यादवेंद्र सिंह February 24 2025 0 40404
हुज़ैफ़ा अबरार March 20 2025 0 32856
हुज़ैफ़ा अबरार March 21 2025 0 31968
हुज़ैफ़ा अबरार March 03 2025 0 31191
सौंदर्या राय May 06 2023 0 84459
सौंदर्या राय March 09 2023 0 88964
सौंदर्या राय March 03 2023 0 89205
admin January 04 2023 0 89811
सौंदर्या राय December 27 2022 0 78972
सौंदर्या राय December 08 2022 0 68209
आयशा खातून December 05 2022 0 122322
लेख विभाग November 15 2022 0 92242
श्वेता सिंह November 10 2022 0 111834
श्वेता सिंह November 07 2022 0 90566
लेख विभाग October 23 2022 0 75791
लेख विभाग October 24 2022 0 77786
लेख विभाग October 22 2022 0 84840
श्वेता सिंह October 15 2022 0 90783
श्वेता सिंह October 16 2022 0 85124
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के निर्देशों के अनुसार 72 घंटे के अंतराल पर दो बार परीक्षण किए गए और
सभी वक्ताओं ने अपनी वार्ता में हम किस प्रकार सकारात्मक स्वास्थ्य पा सकते है इसके सुझाव दिया। सकारात्
मामला ग्रेटर नोएडा का है जहाँ एक बच्चे की चाहत ने पत्नी की जान ले ली है। दंपती ने बच्चे के लिए जिस आ
किडनी फेल, लिवर फेल और कैंसर के मरीजों के लिए हॉस्पिटल एंड इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिकल साइंसेस
अहमदाबाद में डॉक्टरों ने एक महिला के पेट से 47 किलोग्राम का ट्यूमर निकालकर उसे नया जीवन दिया है। ट्य
स्ट्रोक के कई जोखिम कारक हैं, जिनमें मधुमेह , उच्च रक्तचाप , हृदय रोग, डिस्लिपिडेमिया, मोटापा, तनाव,
डेंगू एक गंभीर बीमारी है जो एडीस एजिप्टी नामक प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। इसके कारण हर साल अनेक
पीठ के मुहांसे महिलाओं को फैशन भी ठीक से नहीं करने देते। यदि बैकलेस ड्रेस या ब्लाउज़ पहनना हो तो मुह
एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में इसी सप्ताह से कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू
कि किंग जॉर्ज चिकित्साज विश्व(विद्यालय अस्पताल के प्लास्टिक एंड रिकंस्ट्रक्टिव विभाग ने हाथ से पूरी
COMMENTS