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केजीएमयू के डॉ. सूर्यकान्त ने फिर बढ़ाया देश का मान

उत्तर प्रदेश के जाने माने चिकित्सक डॉ. सूर्यकान्त को प्रतिष्ठित मैकमास्टर टेक्स्टबुक ऑफ इंटरनल मेडिसिन 2022 की पाठ्य पुस्तक के सलाहकार बोर्ड में शामिल किया गया है जो देश के लिए सम्मान की बात है।

रंजीव ठाकुर
April 30 2022 Updated: April 30 2022 03:31
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केजीएमयू के डॉ. सूर्यकान्त ने फिर बढ़ाया देश का मान डा. सूर्यकान्त, केजीएमयू, लखनऊ

लखनऊ। उत्तर प्रदेश (UP) के जाने माने चिकित्सक (Chest Physician) डॉ. सूर्यकान्त (Dr. Suryakant) को प्रतिष्ठित मैकमास्टर टेक्स्टबुक ऑफ इंटरनल मेडिसिन 2022 की पाठ्य पुस्तक (McMaster Textbook of Internal Medicine 2022) के सलाहकार बोर्ड में शामिल किया गया है जो देश के लिए सम्मान की बात है। 

पाठ्यपुस्तक का मुख्य उद्देश्य चिकित्सकों, रेजिडेन्ट डॉक्टरों, चिकित्सा क्षेत्र से जुडे़ हुए अन्य लोगों को नवीनतम एवं शोधपरक इंटरनल मेडिसिन (Internal Medicine) का ज्ञान मुहैया कराना है। मैकमास्टर टेक्स्टबुक ऑफ इंटरनल मेडिसिन के दक्षिण एशियाई संस्करण का आधिकारिक विमोचन 14 अप्रैल, 2022 को एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (एपीकॉन) के 77वें वार्षिक सम्मेलन के दौरान हुआ था, जो इस वर्ष राजस्थान के खूबसूरत ऐतिहासिक शहर जयपुर में आयोजित किया गया था। 

केजीएमयू (kgmu) के डा. सूर्यकान्त 20 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स के सलाहकार/सम्पादकीय बोर्ड के सदस्य हैं। इसके अलावा वह चिकित्सा विज्ञान सम्बंधित विषयों पर 18 किताबें भी लिख चुके हैं तथा एलर्जी, अस्थमा, टी.बी. एवं कैंसर के क्षेत्र में उनके अब तक लगभग 710 शोध पत्र राष्ट्रीय एवं अर्न्तराष्ट्रीय जनर्लस में प्रकाशित हो चुके हैं।

डा. सूर्यकान्त को पहले भी अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, ट्यूबरकुलोसिस एसोसिएशन ऑफ इण्डिया (Tuberculosis Association of India), इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA), इण्डियन चेस्ट सोसाइटी (Indian Chest Society), नेशनल कालेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन आदि संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 19 फैलोशिप सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें उप्र सरकार द्वारा विज्ञान गौरव अवार्ड और राज्य हिन्दी संस्थान द्वारा विश्वविद्यालय स्तरीय हिन्दी सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है।

डा. सूर्यकान्त पिछले दो दशक से अधिक समय से अपने लेखों व वार्ताओं, टी.वी. व रेडियों के माध्यम से लोगो में एलर्जी, अस्थमा, टी.बी, कैंसर जैसी बीमारी से बचाव व उपचार के बारे में जागरूकता फैला रहे हैं। 

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