वॉशिंगटन। अमेरिका के दबाव में डब्ल्यूएचओ मंकीपॉक्स बीमारी का नाम बदलकर एमपीऑक्स करने जा रहा है। एक अमेरिकी समाचार पत्र की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। मंकीपॉक्स वायरस को लेकर खौफ खत्म करने के इरादे से यह कदम उठाया जा रहा है। खबरों के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका इस बात से चिंतित है कि मंकीपॉक्स वायरस का नाम बीमारी के कलंक गहरा कर रहा है। इसके कारण देश में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो रहा है।
'द पोलिटिको' (The Politico) के अनुसार डब्ल्यूएचओ (WHO) यह निर्णय बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के बढ़ते दबाव के कारण कर रहा है। अमेरिकी अधिकारियों (american officials) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से निजी तौर पर डब्ल्यूएचओ से नाम बदलने को कहा था। इसकी घोषणा बुधवार को की जा सकती है।
बता दें, मई 2022 की शुरुआत से मंकीपॉक्स के मामले कई देशों में सामने आए हैं। अमेरिकी रोग नियंत्रण (disease Control) और रोकथाम केंद्रों के अनुसार देश में लगभग 30,000 केस दर्ज किए हैं। अमेरिका में मंकीपॉक्स वायरस के अधिकांश केस पश्चिमी या मध्य अफ्रीकी देशों (African countries) की बजाए यूरोप व उत्तर अमेरिका की यात्रा करने वालों में मिले हैं। अफ्रीकी देशों में यह वायरस स्थानीय स्तर पर फैल रहा है। अब तक सामने आए अधिकांश मामले प्राथमिक यौन स्वास्थ्य केंद्रों (health centers) के जरिए सामने आए हैं। इनमें यौन रोगों से जुड़े केस शामिल हैं। ये सिर्फ पुरुषों के समलैंगिक सेक्स से जुड़े नहीं हैं।
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