लखनऊ। प्रदेश में चल रहे आयुष्मान भारत पखवाड़े के तहत बीते सात दिनों में 2.46 लाख पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। यह पखवाड़ा नौ अगस्त तक चलेगा। अगर आप पात्र हैं और अभी तक गोल्डन कार्ड नहीं बनवाया है तो अपने आस-पास लगने वाले शिविर में जाकर मुफ्त में कार्ड बनवा सकते हैं।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ये गोल्डन कार्ड बनाए जा रहे हैं। 26 जुलाई से 1 अगस्त तक दो लाख 46 हजार 78 लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य आरोग्य योजना में रह जाते हैं उन्हें मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में कवर कर लिया जाता है ताकि सूबे का एक भी व्यक्ति इलाज से वंचित न रह जाए।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत आने वाले व्यक्ति को हर साल पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दिया जाता है। ये इलाज सभी सरकारी अस्पतालों और बहुत से सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों मे मिलता है। इसमें 1000 से ज्यादा कैंसर और दिल की बीमारी जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए प्रदेश में 2900 सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं। बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है।
इन बीमारियों में मैटरनल हेल्थ और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी बायपास, घुटना बदलना, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले और बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं ।
ऑनलाइन या ऑफलाइन जाँच सकते हैं पात्रता
योजना के दायरे में आते हैं कि नहीं, इसका पता ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरह से कर सकते हैं। ऑनलाइन तरीके से पता करने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट pmjay.gov.in पर जाएं। फोन कॉल करके भी पात्रता जांच सकते हैं। अब अपने मोबाइल से 14555 या 180018004444 डायल करें। यह नंबर योजना के टोल फ्री हेल्पलाइन से जुड़े हैं और इन पर हफ्ते के सभी दिन 24 घंटे बात की जा सकती है।
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