देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

किडनी प्रत्यारोपण में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जगाई आशा।

यूनाइटेड थेरेप्यूटिक्स के सीईओ मार्टिन रोथब्लाट ने कहा-इस सफलता से मनुष्यों में आने वाले दिनों में सुअर की किडनी धड़ल्ले से प्रत्यारोपित करने की उम्मीद जगी है।

लेख विभाग
October 22 2021 Updated: October 22 2021 15:35
0 15038
किडनी प्रत्यारोपण में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जगाई आशा। प्रतीकात्मक

दुनियाभर में सालाना लाखों लोगों को मानव अंगों की जरूरत पड़ती है, लेकिन इनमें से 35 फीसदी मरीज अंग का इंतजार करते-करते मर जाते हैं। इन चुनौतियों का सामना करते हुए अमेरिकी वैज्ञानिकों ने पहली बार मानव शरीर में सुअर की किडनी प्रत्यारोपित करने का सफल परीक्षण कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।

किडनी ने यूरिन बनाने समेत अन्य अवशिष्ट पदार्थ को छानने का काम ठीक से किया और कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखा। इस उपलब्धि से अमेरिकी वैज्ञानिकों ने मानव शरीर में पशु अंग इस्तेमाल (जेनोट्रांसप्लांट) करने की दिशा में एक लंबी छलांग लगाई है। इससे भविष्य में मानव की जान बचाने के लिए जरूरी अंगों की कमी दूर होने की उम्मीद जगी है।

किडनी प्रत्यारोपण का परीक्षण न्यूयॉर्क स्थित एलवाईयू लांगोन हेल्थ में किया गया। इस दौरान एक दिमागी रूप से मृत महिला के शरीर को वेंटीलेटर पर रखकर कडनी को बाहर से जोड़ा गया। दो दिन तक परीक्षण में पाया गया कि किडनी अच्छे तरीके से काम कर रही है। हालांकि अमेरिका के फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने मनुष्यों में सुअर के अंगों का ट्रांसप्लांट शुरू करने से पहले और रिपोर्ट मांगी है। 

जेनेटिक इंजीनियरिंग का कमाल: 
इस सफलता में जेनेटिक इंजीनियरिंग का बड़ा योगदान है। जिस सुअर की किडनी लगाई गई, उसके जीन में पहले से ही एडिटिंग कर दी गई थी। इसके कारण किडनी का मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ा रहा है। सुअर की कोशिकाओं में एक खास तरह की शुगर (अल्फा-गल) होती है,जो मानव में नहीं पाई जाती है। इसलिए इसके पहले जब भी सुअर की किडनी इंसान में लगाने की कोशिश की गई, तो तुरंत प्रतिकूल रिएक्शन देखने को मिला। लेकिन इस बार जीन एडिटिंग के जरिये सुअर की कोशिकाओं से उस शुगर को पहले ही निकाल दिया गया था।

पशु अंग के इस्तेमाल का प्रयास पुराना :
मानव शरीर में पशु अंगों के इस्तेमाल का प्रयास 300 साल से अधिक पुराना है। 17वीं शताब्दी में सबसे पहले पशु के खून को ट्रांसफ्यूजन के लिए इस्तेमाल करने का प्रयास किया गया। अब तक मानव में बंदर से लेकर चिंपांजी जैसे एप के अंगों के इस्तेमाल का प्रयास किया जा चुका है। मानव में पशु अंग प्रत्यारोपित करने की पहली सफलता 1984 में मिली, जब ‘बेबी फे’ नामक एक अमेरिकी नवजात बच्ची में बैबून (बंदर) का दिल लगाया गया। हालांकि एक महीने में उसकी मौत हो गई। 

सुअर के वाल्व-त्वचा का पहले से इस्तेमाल :
मनुष्यों में सुअर के दिल के वाल्व का दशकों से सफलता पूर्वक इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके अलावा खून पतला करने वाली दवा हिपैरिन भी सुअर की आंत से तैयार की जाती है। इसी तरह इसका चमड़ा भी जलने की स्थिति में इस्तेमाल किया जाता है। चीन के चिकित्सक सुअर का कार्निया आंख की रोशनी ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। 

सालाना पांच लाख भारतीयों को मानव अंग की जरूरत: 
यूनाइटेड थेरेप्यूटिक्स के सीईओ मार्टिन रोथब्लाट ने कहा-इस सफलता से मनुष्यों में आने वाले दिनों में सुअर की किडनी धड़ल्ले से प्रत्यारोपित करने की उम्मीद जगी है। इससे वैश्विक स्तर पर लाखों लोगों की जान बचाई जा सकेगी।  

अकेले भारत में हर साल पांच लाख लोगों को मानव अंग की होती जरूरत होती है, जिनमें डेढ़ से दो लाख किडनी मरीज होते हैं। लेकिन केवल आठ हजार लोगों को ही किडनी मिल पाती है। इसी तरह अमेरिका में 1.07 लाख लोगों को अंग प्रत्यारोपण की जरूरत है, इनमें से 90 हजार मरीजों को किडनी की जरूरत है। लेकिन अमेरिका में लंबे इंतजार के कारण हर दिन 12 लोगों की मौत हो जा रही है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

गर्मी में ठंडे पानी से परहेज करें जोड़ों के मरीज

विशेष संवाददाता June 01 2023 15959

भारतीय योग संस्थान के प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं जनपद प्रभारी योगाचार्य सुरेंद्र पाल सिंह आर्य न

राष्ट्रीय

केरल, दिल्ली के बाद बिहार में भी मंकी पॉक्स ने दी दस्तक

विशेष संवाददाता July 27 2022 12782

देश में मंकी पॉक्स संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। केरल में तीन मांमले मिलने के बाद दिल्ली में स

राष्ट्रीय

घातक बीमारी Disease X की चेतावनी, जानें आखिर क्या है रोग 'एक्स'?

हे.जा.स. January 07 2021 12668

मुएम्बे ने चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले समय में कई ज़ूनोटिक बीमारियां फैल सकती हैं, जो जानवरों स

स्वास्थ्य

पराबैगनी किरणों से आंखों को पहुंचता है नुकसान।

लेख विभाग January 23 2021 12138

कई बार लेजऱ प्रक्रिया से ऑपरेशन के बाद रोगियों को रात में धुंधला दिखना या फ्लैप संबंधी समस्याओं का स

राष्ट्रीय

अमृता हॉस्पिटल के मेडिकल कॉलेज का सीएम खट्टर ने किया शुभारंभ

हे.जा.स. April 08 2023 14859

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अमृता हॉस्पिटल के मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ किया। दो दिवसीय C 20 शिखर

उत्तर प्रदेश

मेदांता सुपरस्पेशियालिटी हॉस्पिटल ने अंतर्राष्ट्रीय मंच से किया सीटीओ तकनीक का लाइव प्रदर्शन

हुज़ैफ़ा अबरार June 26 2022 33242

डॉ पीके गोयल ने बताया कि सीटीओ (Chronic Total Occlusion) यानि क्रोनिक टोटल आक्लूजन में मरीज की आर्टर

राष्ट्रीय

गर्भपात की दवाई बेचते मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार

विशेष संवाददाता June 02 2023 22442

स्वास्थ्य विभाग से उप सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार की शिकायत पर जुई पुलिस थाना में आरोपियों पर संबंधि

उत्तर प्रदेश

6 इन 1 वैक्‍सीनेशन शिशुओं और माता-पिता के लिए बड़ा वरदान: डॉ संजय निरंजन

हुज़ैफ़ा अबरार May 07 2022 15916

कंबीनेशन वैक्‍सीनेशन बच्‍चों के लिए बहुत फायदेमंद है। इससे बच्‍चों को बार-बार सुईं चुभोने की जरूरत न

राष्ट्रीय

भारत कोरोना वैक्सीन के समान वितरण को सुनिश्चित करने लिए वैश्विक मंचों से तेज करेगा मुहिम। 

एस. के. राणा December 23 2021 18936

किसी भी वैक्सीन का वितरण समान रूप से हो इसके लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सीओवीएएक्स केंद्र बनाया था

राष्ट्रीय

लुधियाना में स्वाइन फ्लू के अब तक 123 मरीजों की पुष्टि, अलर्ट पर प्रशासन

विशेष संवाददाता October 02 2022 14309

लुधियाना में स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में है। विभाग ने हालात

Login Panel