लखनऊ। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा को कम से कम 72 घंटे अस्पताल में जरूर भर्ती रखें। क्योंकि प्रसव के बाद जच्चा और बच्चे(mother and child) की सेहत के लिए यह समय काफी अहम होता है। आमतौर पर सामान्य प्रसव की दशा में परिवार के सदस्य जच्चा-बच्चा को जल्द डिस्चार्ज करने का दबाव बनाने लगते हैं। जो कि दोनों की सेहत के लिए घातक साबित हो सकता है।
सभी दवाये फ्री (medicine free) दी जा रही है। जननी सुरक्षा योजना के तहत सभी जनपदों को 90 प्रतिशत यानी करीब 488 करोड़ 18 लाख 21 हजार रुपये के बजट का प्रावधान किया है। बाकी 10 फीसदी धनराशि बाद में आवंटित की जायेगी। आशा गर्भवती महिलाओं को चिन्हित करें। द्वितीय व तृतीय त्रैमास को स्वास्थ्य ईकाईयों में आने के लिए प्रोत्साहित करें। साथ ही प्रसव के बाद मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी दें।
प्रदेश में संभावित करीब 67.06 लाख गर्भवती महिलायें होती हैं। सरकारी क्षेत्र में लगभग 50 से 55 लाख प्रसव होते हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं (pregnant women) को सरकारी अस्पताल में मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है। स्क्रीनिंग से लेकर पैथोलॉजी (Pathology), रेडियोलॉजी जाँच तक शामिल हैं।
सौंदर्या राय May 06 2023 0 62814
सौंदर्या राय March 09 2023 0 72869
सौंदर्या राय March 03 2023 0 71001
admin January 04 2023 0 69942
सौंदर्या राय December 27 2022 0 57993
सौंदर्या राय December 08 2022 0 48895
आयशा खातून December 05 2022 0 103008
लेख विभाग November 15 2022 0 72373
श्वेता सिंह November 10 2022 0 77091
श्वेता सिंह November 07 2022 0 69254
लेख विभाग October 23 2022 0 56477
लेख विभाग October 24 2022 0 54920
लेख विभाग October 22 2022 0 63750
श्वेता सिंह October 15 2022 0 68472
श्वेता सिंह October 16 2022 0 67475
COMMENTS