लखनऊ। राजधानी के मेदांता अस्पताल (Medanta Lucknow) में आज से नियोनेटल विभाग (Neonatal Department) ने काम करना शुरू कर दिया है। इसमें बच्चों को विश्व स्तरीय आधुनिकतम तकनीक की सुविधाएं तो मिलेंगी ही साथ ही लेवल-3 एनआईसीयू (Level-3 NICU) में कम वजन वाले बेहद छोटे प्रीटर्म शिशुओं की देखभाल भी होगी।
नियोनेटोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार डॉ आकाश पंडिता (Dr Aakash Pandita), हेड नियोनेटल सर्विसेस ने बताया कि नवजात ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के साथ राज्य में अपनी तरह का पहला लेवल-3 एनआईसीयू है।
मेदांता लखनऊ में एनआईसीयू गंभीर रूप से बीमार बच्चों के इलाज के लिए आवश्यक सभी नवीनतम सुविधाएं प्रदान करेगा। इनमें से कुछ सुविधाएं शहर में पहली बार उपलब्ध होंगी, जैसे वॉल्यूम-टारगेटेड वेंटिलेशन, हाई फ्रीक्वेंसी वेंटिलेशन, पॉइंट-ऑफ-केयर अल्ट्रासाउंड, इकोकार्डियोग्राफी, चिकित्सीय हाइपोथर्मिया, इनहेल्ड नाइट्रिक ऑक्साइड और टोटल पैरेन्टेरल न्यट्रीशन। यह नवजात शिशुओं के विकासात्मक सपोर्टिंग केयर को भी बढ़ावा देगा जैसे कि डे-लाइट साइकिलिंग फेसीलिटी और कंगारू मदर केयर (kangaroo mother care) की सुविधा।
डॉ आकाश पंडिता ने बताया कि विश्व स्तरीय लेवल-3 एनआईसीयू में 1 किलो से कम वजन वाले बेहद छोटे प्रीटर्म शिशुओं (very small preterm babies) की देखभाल होगी। यहां ट्रांसपोर्ट इन्क्यूबेटरों, डबल वॉल इन्क्यूबेटरों और नॉन-इनवेसिव वेंटिलेशन तकनीक जैसे नॉन-इनवेसिव मैकेनिकल वेंटिलेशन (NIMV), कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर (CPAP) और हीटेड ह्यूमिडिफाइड हाई-फ्लो नेज़ल कैनुला (HHHFNC) की सुविधा भी मौजूद रहेगी।
डॉ पंडिता ने कहा कि यहां पर डिवीजन नॉन-इनवेसिव सर्फेक्टेंट तकनीक एसयूआरई (Surfactant Without Endotracheal Tube Intubation) भी शुरू होगी। ये सुविधा भारत में पहली बार शुरू करने का श्रेय भी मेदांता हॉस्पिटल को जाता है। नियोनेटल टीम में पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी (Pediatric Cardiology), पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी (Pediatric Gastroenterology), हेमेटोलॉजी, कार्डियक थोरैसिक सर्जन और सीटीवीएस (CTVS) के सहायक की देखभाल भी मिलेगी।
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