लखनऊ। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (National Tuberculosis Eradication Program) के अंतर्गत आज टीबी यूनिट जिला क्षय रोग केंद्र (District Tuberculosis Center) राजेंद्र नगर पर प्रधानमंत्री (PM Modi) तथा प्रदेश सरकार के लक्ष्य टीबी मुक्त भारत (TB Mukt Bharat) टीबी मुक्त उत्तर प्रदेश 2025 को प्राप्त करने के लिए एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी में रोगी उपचार में सहायता कर रहे ट्रीटमेंट सपोर्टर, आशा कार्यकर्ती तथा टीबी चैंपियन (TB champion) सुनीता कुमारी ने प्रतिभाग किया। टीबी चैंपियन वे लोग हैं जिन्होंने टीबी को मात दी है और समाज में फैली हुई भ्रांतियों के विरुद्ध सामने आकर जनसमुदाय तथा उपचार ले रहे लोगों को निरंतर प्रेरित करने का कार्य करते हैं।
इसके लिए जनपद (Lucknow) में कुल 69 टीबी चैंपियन को चिन्हित किया गया है जो स्वेच्छा से टीबी मुक्त भारत (TB free India) अभियान मैं अपना सहयोग दे रहें हैं। इन्हें सेंट्रल टीबी डिवीजन भारत सरकार द्वारा ई लर्निंग कोर्स भी कराया गया है। जिसमें अब तक 61 टीबी चैंपियन ने सफलतापूर्वक ई लर्निंग कोर्स पूर्ण कर लिया है।
टीबी चैंपियन के सहयोग से उपचार के दौरान दवा छोड़ने वाले मरीजों को तथा ऐसे मरीज जिन्हें दवाओं के उपचार की अवधि में समस्या होती है उनके मानसिक मनोबल को बढ़ाने का कार्य लिया जाता है। विशेष परिस्थितियों में टीबी चैंपियन द्वारा स्कूलों में तथा विविध क्षेत्रों में आयोजित गोष्ठियों में भी इनके द्वारा अपने अनुभव साझा किए जाते हैं।
अभयचंद्र मिश्रा वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (Treatment Supervisor) ने कार्यक्रम के दौरान टीबी चैंपियन की भूमिका तथा जिम्मेदारियों की विस्तृत जानकारी दी तथा उपचार ले रहे क्षयरोगियों (TB patients) को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि उपचार पूर्ण होने के उपरांत टीबी चैंपियन समाज को टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी मुक्त भारत जन आंदोलन अभियान से जुड़कर सरकार तथा समाज की सेवा कर सकते हैं।
लोकेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक (Senior Laboratory Supervisor) ने कहा कि उपचार तथा उपचार के उपरांत भी 2 साल तक जांच कराने का प्रावधान कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया है अतः आप सभी चार पूर्ण होने के बाद 6,12 ,18 व 24 माह पर स्वयं आकर अपनी जांच कराते रहें।
रामजी वर्मा डीपीपीएमसी ने कहा कि टीबी मुक्त भारत कार्यक्रम में टीबी चैंपियन एक महत्वपूर्ण पहलू है तथा एक महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में क्षयरोग के प्रति सोशल स्टिग्मा (social stigma of TB) को समाप्त करने में सहयोग कर रही है।
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