वाराणसी (लखनऊ ब्यूरो)। वाराणसी में पहली बार किसी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक महिला के गर्भाशय का जटिल ऑपरेशन किया गया है। एब्डॉमिनल हिस्टेरेक्टॉमी (बच्चेदानी को निकालना) का ये पहला ऐसा केस है जिसे किसी CHC में डॉक्टरों द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न किया गया है।
जानकारी के मुताबिक दुर्गाकुंड CHC पर डॉक्टरों ने एक 40 साल की महिला गुड्डी का कंप्लीट एब्डोमिनल हिस्टेरेक्टोमी (Completed abdominal hysterectomy) का ऑपरेशन किया है। CMO डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि रोगी गुड्डी पिछले 8 महीनों से असामान्य गर्भाशय ब्लीडिंग से पीड़ित थी। पहले कहीं दूसरी जगह चिकित्सक (doctor) से जांच व इलाज करवाती रही लेकिन इसका कुछ सकारात्मक प्रभाव नहीं दिखा।
कुछ दिन पूर्व वह दुर्गाकुंड सीएचसी (CHC) पर जांच व उपचार के लिए आई तो उसकी अल्ट्रासाउंड (ultrasound) रिपोर्ट में एडिनोमायोसिस की बात सामने आई। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. निकुंज कुमार वर्मा की देखरेख में यह ऑपरेशन दुर्गाकुंड सीएचसी की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ सारिका राय द्वारा किया गया।
डॉ सारिका ने बताया कि एडिनोमायोसिस (adenomyosis), वह है जब गर्भाशय की आंतरिक परत (एंडोमेट्रियम) गर्भाशय की मांसपेशियों की दीवार में बढ़ती है। इसके परिणामस्वरूप दर्दनाक और भारी मासिक धर्म (period) रक्तस्राव होता है। गंभीर स्थिति होने पर गर्भाशय का ऑपरेशन कर निकाल दिया जाता है। हालांकि महिला ऑपरेशन के बाद पूरी तरह स्वस्थ है।
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