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बदलते मौसम के साथ बीमार होने का कारण बता रहें हैं डॉ नीलांजन पटरानबिस

मौसम में बदलाव के साथ एलर्जी पैदा करने वाले वायरस की गिनती लगभग 200 तक हो जाती है। मौसम की वजह से ज्यादातर ये वायरस लोगों को संक्रमित करतें हैं। ठंड के सबसे आम लक्षण जो देखे जा सकते हैं।

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March 04 2022 Updated: March 04 2022 16:58
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बदलते मौसम के साथ बीमार होने का कारण बता रहें हैं डॉ नीलांजन पटरानबिस प्रतीकात्मक

चिकित्सा अनुसंधान के अनुसार, अधिकांश बड़े लोग सर्दी से साल में 2-4 बार और बच्चे 5-7 बार पीड़ित होते हैं। यह मोटे तौर पर एक वर्ष के भीतर कई बार मौसम परिवर्तन के साथ मेल खाता है। पारस्परिक संबंध होने का यह एक कारण है। हर बार जब हम मौसम में बदलाव का निरीक्षण करते हैं, तो वातावरण में एलर्जी पैदा करने वाले वायरस की गिनती लगभग 200 तक हो जाती है। मौसम की वजह से ज्यादातर ये वायरस लोगों को संक्रमित करतें हैं। ठंड के सबसे आम लक्षण जो देखे जा सकते हैं:

  • भरा नाक
  • गले में खराश
  • छींक आना
  • आँखों में पानी
  • नाक से गले में बलगम का जाना
  • तेज बुखार या मांसपेशियों में दर्द

 

मौसम के बदलाव से तबीयत खराब क्यों हो जाती है? Why does people get sick during changing  weather ?

मौसम के बदलाव को गंभीरता से आंकने में लोग लापरवाही कर बैठतें हैं।  तापमान में बदलाव वायरस के विभिन्न समूहों को पनपने के लिए एक उपयुक्त स्थिति प्रदान करता है जो बाद में संक्रामक रोगों को फैलाता है।

  • वायरसों में सबसे आम मानव राइनोवायरस (HRV) है जो सभी तबीयत खराब होने के 40 प्रतिशत तक के मामलों का कारण बनता है। वे ठंडे मौसम में पनपते हैं, जैसे कि वसंत और सर्दियों में।
  • गर्मियों में मौसमी एलर्जी वाले लोगों में बहती नाक और आँखों में खुजली होती है जब वे पराग, फफूंदी या घास के पास होते हैं। उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली इन एलर्जी के प्रति प्रतिक्रिया करने में व्यस्त हो जाती है जिससे व्यक्ति वायरल हमलों की चपेट में आ जाता है।
  • इन्फ्लुएंजा वायरस फ्लू का कारण बनता है जो ज्यादातर विभाजित और फैलता तब है जब हवा सर्द और शुष्क होती है जैसे की सर्दी के मौसम में।

लेकिन कुछ मामूली सावधानियों और जीवनशैली में बदलाव के साथ मौसमी बीमारी को चकमा देना आपके लिए संभव है।

 

फ्लू की दवा लें - Take anti-flu medicine

राइनोवायरस के लगभग 100 ज्ञात उपभेद हैं जिसका अर्थ है कि एक टीका नहीं बनाया जा सकता है। चूंकि वायरस लगातार एक फ्लू के मौसम से दूसरे में बदल रहे होते है, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप सुरक्षा के लिए फ्लू का एक शॉट लें।

 

अच्छे साफ सफाई का ध्यान रखें - Take good care of cleanliness

राइनोवायरस शरीर के बाहर 3 घंटे तक जीवित रहता है, और कभी-कभी दरवाजे के हैण्डल या स्विच जैसी सतहों पर 48 घंटे तक रह सकता है। इस प्रकार अपने हाथों को नियमित रूप से धोना महत्वपूर्ण है और संक्रमण से खुद को बचाने और संभावित खतरों को दूर रखने के लिए अपने चेहरे को छूने से बचें।

 

व्यायाम - Exercise

जो लोग नियमित रूप से व्यायाम करते हैं उन्हें वायरल संक्रमण होने का कम जोखिम होता है क्योंकि यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है।

 

अच्छा खाएं और उचित आराम करें  - Eat well and get proper rest

अच्छी तरह से संतुलित आहार खाने, भरपूर नींद लेने और तनाव को नियंत्रण में रखने से आप मौसमी बीमारी से बेहतर तरीके से निपट सकते हैं।

 

लेखक - डॉ नीलांजन पटरानबिस, सलाहकार – जनरल मेडिसिन, नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, हावड़ा

 

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