देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

कोर्वेवैक्स टीके से प्रदेश के 12 से 14 साल के 85 लाख बच्चे कोरोना संक्रमण से सुरक्षित होंगे: डॉ मनोज

प्रदेश के 12 से 14 साल के करीब 85 लाख बच्चों का टीकाकरण कर कोरोना से सुरक्षित बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही अब 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को एहतियाती डोज लगायी जायेगी।

हुज़ैफ़ा अबरार
March 16 2022 Updated: March 16 2022 23:47
0 17378
कोर्वेवैक्स टीके से प्रदेश के 12 से 14 साल के 85 लाख बच्चे कोरोना संक्रमण से सुरक्षित होंगे: डॉ मनोज प्रतीकात्मक

लखनऊ। राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (16 मार्च) पर 12 से 14 साल के बच्चों को कोविड टीके (कोर्वेवैक्स) की सौगात मिलने जा रही है, इसकी दूसरी डोज बच्चों को पहले टीके के 28 दिन बाद दी जायेगी । इसके तहत जल्द से जल्द प्रदेश के 12 से 14 साल के करीब 85 लाख बच्चों का टीकाकरण कर कोरोना से सुरक्षित बनाया जा सकेगा। इसके साथ ही अब 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को एहतियाती डोज लगायी जायेगी, अब को-मार्बिड की अनिवार्यता को ख़त्म कर दिया गया है ।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के महाप्रबन्धक- टीकाकरण डॉ. मनोज शुकुल का कहना है कि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित बनाने में टीकों की अहम् भूमिका है । राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एनऍफ़एचएस-5) वर्ष 2019-21 के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश में अब भी 12 से 23 माह के करीब 70 फीसद बच्चों (वैक्सीनेशन कार्ड व माँ से पूछताछ के आधार पर) को ही पूर्ण प्रतिरक्षित किया जा सका है, जिसे शत-प्रतिशत करने की सख्त जरूरत है । इससे इतर वैक्सीनेशन कार्ड के आधार पर देखें तो करीब 78 फीसद बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है।

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (King George's Medical University) के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के कोविड टीकाकरण के ब्रांड एम्बेसडर डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि टीके के बल पर ही देश को पोलियो और चेचक को ख़त्म करने में सफलता मिली है । टीके के बल पर ही खसरा, जापानी इन्सेफ़लाइटिस (जेई) व टिटनेस जैसी बीमारियों पर काफी हद तक नियन्त्रण पा लिया गया है । बच्चों को बीसीजी का टीका दिया जा रहा है ताकि टीबी का शरीर के अंदर फैलाव रोका जा सके । गलाघोंटू, काली खांसी, डिप्थीरिया, डायरिया जैसी तमाम बीमारियों से बच्चों को सुरक्षित बनाने के लिए आज हमारे पास टीके मौजूद हैं, जिन्हें नियमित टीकाकरण के तहत देकर बच्चों को पूर्ण प्रतिरक्षित बनाने की कोशिश चल रही है । 

डॉ. मनोज शुकुल का कहना है कि आज इस राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पर हर किसी को जागरूक होने की जरूरत है कि वह बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण जरूर कराएँ ताकि उनके अंदर बीमारियों से लड़ने की ताकत (इम्यूनिटी) पैदा हो सके और उनका समुचित विकास सुनिश्चित हो सके । बच्चों को सुपोषित बनाने में भी टीकों की बड़ी भूमिका है क्योंकि टीके से वंचित बच्चा यदि लम्बे समय तक दस्त (डायरिया) का शिकार हो गया तो उसका समुचित विकास बाधित हो जाएगा । इसका असर शारीरिक स्वास्थ्य पर ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिससे इस तरह के बच्चे पढाई-लिखाई में भी पिछड़ जाते हैं जिससे उनका पूरा जीवन चक्र प्रभावित होता है ।

डॉ. सूर्यकान्त का कहना है कि कोरोना से लोगों को सुरक्षित बनाने के लिए पिछले साल 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत हुई थी, जो कि अब तक का सबसे तेज टीकाकरण अभियान साबित हुआ है । टीके की डोज ज्यादा जोखिम वालों को पहले देने के साथ अभियान शुरू हुआ था । इसी क्रम में स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर, 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, बीमार लोगों और फिर 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का कोविड टीकाकरण किया गया । इसके बाद 18 साल से अधिक उम्र वाले वयस्कों और फिर 15 से 18 साल वालों को टीके की खुराक दी गयी । अब बुधवार से 12 से 14 साल (जनवरी 2008 से 15 मार्च 2010 के बीच जन्म वाले बच्चे) के बच्चों को भी कोरोना से सुरक्षित बनाने के लिए टीके की शुरुआत होने जा रही है । इसलिए बच्चों को कोरोना से सुरक्षित बनाने के लिए लोग आगे आयें और जल्दी से जल्दी टीकाकरण कराएँ । इसके साथ ही यह भी ध्यान रखें कि कोरोना अभी पूरी तरह से ख़त्म नहीं हुआ है, इसलिए टीकाकरण के साथ ही कोविड प्रोटोकाल (Covid Protocol) का भी पूरी तरह से ख्याल रखा जाए । होली का त्योहार करीब है, इसलिए ध्यान रखें कि होली पर गले मिलने की जगह दूर से ही अभिवादन कर होली की मुबारकबाद दें । घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाकर रखें और हाथों की स्वच्छता का भी ख्याल रखें।

वर्ष 1995 से मनाया जा रहा दिवस:
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की शुरुआत वर्ष 1995 में मुंह के जरिये दी जाने वाली पोलियो की खुराक की शुरुआत के साथ हुई थी, तब से हर साल 16 मार्च को हर किसी को बीमारियों से सुरक्षित बनाने के लिए टीके की अहमियत समझाई जाती है । डॉ. शुकुल का कहना है कि एक बड़ी त्रासदी के रूप में आये कोविड-19 से ही हम देश की बड़ी आबादी को कोरोना से सुरक्षित बनाने में सफल हो सके हैं । इसलिए समुदाय के हर वर्ग को अब जागरूक होना होगा कि देश के नौनिहालों का नियमित टीकाकरण कराने के साथ ही कोविड टीकाकरण भी कराएँ ताकि वह देश के विकास के भागीदार बन सकें।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

यूपी के इन सरकारी अस्पतालों में मिलेगा कैशलेस इलाज

आरती तिवारी January 14 2023 23545

एसजीपीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने बताया कि संस्थान में इसी सप्ताह से कैशलेस इलाज की सुविधा शुरू

उत्तर प्रदेश

चिकित्सा समेत कई विभागों ने देशव्यापी प्रदर्शन कर मनाया अगस्त क्रान्ति दिवस।

admin August 11 2021 16428

राजधानी लखनऊ सहित पूरे देश में सोमवार को चिकित्साकर्मियों, समेत कई विभागों के कर्मचारियों ने इप्सेफ

सौंदर्य

घर पर कैसे बनाएं हेयर पैक?

सौंदर्या राय August 02 2021 30768

हेयर पैक के इस्तेमाल से बालों में डैंड्रफ की समस्या दूर होती है। इसके इस्तेमाल से बालों का झड़ना कम

उत्तर प्रदेश

वर्ल्ड लीवर डे स्पेशल: टॉक्सिंस लोड और कीटनाशक बने लीवर के सबसे बड़े दुश्मन

रंजीव ठाकुर April 18 2022 16972

जब लिवर पर विषाक्त पदार्थों का बोझ बढ़ जाए तो तरह-तरह की व्याधियां उत्पन्न होने लगती हैं और इसका असर

उत्तर प्रदेश

देश भर के दवा व्यापारियों ने कार्यशाला में साझा किया समस्याओं को।

रंजीव ठाकुर March 20 2021 26006

उत्तर प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर डॉ एके जैन ने वैश्विक महामारी कोरोना काल में उत्तर प्रदेश के दवा व्याप

उत्तर प्रदेश

आईएमए में स्लीप एपनिया पर सीएमई का आयोजन किया गया

रंजीव ठाकुर May 16 2022 14965

स्लीप एपनिया एक संभावित गंभीर स्लीप डिसऑर्डर है जिसमें बार-बार सांस लेना बंद हो जाता है और शुरू हो ज

उत्तर प्रदेश

अस्पतालों में मास्क लगाना अनिवार्य: ब्रजेश पाठक

आरती तिवारी December 24 2022 24947

कोविड-19 को लेकर यूपी में अलर्ट में जारी कर दिया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग

उत्तर प्रदेश

सोशल मीडिया पर भी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर सजग है डिप्टी सीएम बृजेश पाठक

रंजीव ठाकुर April 25 2022 28049

स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक हर स्तर पर प्रदेश की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर सजग दिख रहे है। सोशल मीड

उत्तर प्रदेश

आगरा में शहरी क्षेत्रों में लंपी वायरस की दस्तक

श्वेता सिंह October 13 2022 16193

खुली जगह में अतिक्रमण कर अवैध डेरी संचालित है। दिन भर आवारा गोवंश का झुंड रहता है। वहीं, नगर निगम क

स्वास्थ्य

आखिर क्यों दोबारा होता है कोविड-19 संक्रमण, जानें इससे बचाव के उपाय

श्वेता सिंह August 25 2022 15315

सीडीसी (CDC) के मुताबिक किसी व्यक्ति में एक से अधिक बार संक्रमण होने को रि-इंफेक्शन कहा जाता है। को

Login Panel