कानपुर। रीजेंसी हॉस्पिटल (Regency Hospital), कानपुर विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर 4 फरवरी को कैंसर फोरम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में रीजेंसी हॉस्पिटल के कई वरिष्ठ डॉक्टर मौजूद थे जहाँ इन् डॉक्टरो कैंसर से सम्बंधित लोगों के सभी सवालों के जवाब दिया । कैंसर जैसी घातक बीमारी से पीड़ित लोगों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उन्हें जागरूक करने के लिए कैंसर सर्वाइवर की कहानियां भी इस फोरम में साझा की गयी ।
फोरम में डॉ. अभिमन्यु कपूर, जीआई ऑन्को सर्जन (GI Onco Surgeon); डॉ. रोहित टेकरीवाल, ऑन्को सर्जन; डॉ. जितिन यादव ऑन्को सर्जन; डॉ. अतुल गुप्ता, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट; डॉ. विकास तलरेजा, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, डॉ. प्रियंका वर्मा, हेमेटोलॉजिस्ट; डॉ. आशीष कुलश्रेष्ठ, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट (Radiation Oncologist) डॉ. कृष्णा झा रेड्डी, नयुक्लेएर मेडिसिन और डॉ. नारायण प्रताप, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट कैंसर से संबंधित लोगों के सभी सवालों का जवाब देने के लिए मंच पर उपलब्ध थे।
डॉ. अभिमन्यु कपूर ने कहा कि इस मंच के साथ हमारा एजेंडा कैंसर की रोकथाम के बारे में जागरूकता पैदा करना है। भारत में कैंसर (cancer) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए जनसंख्या के बीच कैंसर साक्षरता और ज्ञान को बढ़ाना महत्वपूर्ण है। हम आशा करते हैं कि इससे शुरुआती पहचान हो सकेगी जो कैंसर के प्रबंधन और उपचार में महत्वपूर्ण है और जीवनशैली (lifestyle changes) में आवश्यक परिवर्तन करके रोकथाम भी करता है।
डॉ. प्रियंका वर्मा, “इंडियन कैंसर सोसाइटी ( Indian Cancer Society) के अनुसार हर साल पूरी दुनिया में 3 लाख से अधिक बच्चों में कैंसर का निदान किया जाता है। भारत में, हर साल लगभग 50,000 से अधिक नए बच्चों में कैंसर के मामले सामने आते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि आप बच्चों को सेकेंड हैंड धूम्रपान से दूर रखें, यातायात से संबंधित वायु प्रदूषण (air pollution) के संपर्क में आने को कम करें, उन रसायनों (chemicals) के संपर्क में आने से बचें जो कैंसर का कारण बन सकते हैं।
डॉ जितिन यादव ने कहा कि कैंसर पर जागरूकता (awareness on cancer) महत्वपूर्ण है। हमें अपने खान-पान में बदलाव लाना होगा। धूम्रपान (Smoking) से बचना होगा। तंबाकू के सेवन से गले और मुंह के कैंसर भी बढ़े हैं।
डॉ आशीष कुलश्रेष्ठ ने कहा कि बच्चों सहित सभी उम्र के लोगों को कैंसर हो सकता है। चूंकि बच्चों को शिक्षित करने की जिम्मेदारी उनके देखभाल करने वालों के हाथों में होती है। माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों को कैंसर जागरूकता पर शैक्षिक कार्यशालाओं में भाग लेने के लिए शिक्षित और प्रोत्साहित करना चाहिए। ऐसे फोरम और शिविरों का आयोजन उन लोगों तक पहुंचने का एक शानदार तरीका है, जिनके पास स्वास्थ्य देखभाल संसाधनों तक पहुंच नहीं है।
डॉ. विकास तलरेजा ने कहा कि विश्व कैंसर दिवस पर एक द्वितीया परामर्श कैंसर स्क्रीनिंग कैम्प भी आयोजित किया जा रहा है जिसमें लोगों को कैंसर बीमारी के लिए उपलब्ध उपचार विकल्पों के बारे में भी बताया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि कैंसर का इलाज किस तरह से होता है और कैसे इसे ठीक किया जा सकता है। उन्हें इस बात की भी जानकारी दी जा रही है कि रीजेंसी हॉस्पिटल में में अत्याधुनिक उपकरण और लैब के साथ ऑन्कोलॉजिस्ट और ऑन्को सर्जन की एक बेहतरीन टीम मौजूद ह
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