लखनऊ। हाल ही में एक बहुत मशहूर गायक का लगभग 50 वर्ष की आयु में स्टेज पर प्रस्तुति देते हुए आक्समिक निधन हो गया। ऐसा कहा जा रहा है कि उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई है। लोगों को बहुत ताज्जुब हो रहा है कि मनचाहा काम करते हुए, कम उम्र में कैसे हार्ट अटैक हो सकता है? क्या इतना मशहूर सिंगर हार्ट अटैक के लक्षण नहीं समझ पाया? ऐसे ही महत्वपूर्ण सवालों के जवाब जानने के लिए हेल्थ जागरण पहुंचा मेदांता अस्पताल जहां डीएम कार्डियोलॉजी, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ माहिम सरन ने हार्ट अटैक को लेकर जो जानकारी दी है वो सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी।
हेल्थ जागरण - डॉ साहब क्या दैनिक दिनचर्या करते समय भी हार्ट अटैक हो सकता है?
डॉ माहिम सरन - आपका सवाल मौजूदा समय में बहुत वाजिब है। आज की जीवनशैली तनाव से भरपूर है और लोगों के पास आराम करने का समय नहीं है। बहुत कम उम्र में लोगों को हार्टअटैक हो रहा है और उनकी मृत्यु हो रही है। हार्टअटैक कभी भी हो सकता है, दैनिक दिनचर्या करते समय भी या सोते समय भी हो सकता है। अक्समात मृत्यु का यदि कोई कारण नहीं मिलता है तो उसे हार्टअटैक मान लिया जाता है।
हेल्थ जागरण - हार्ट अटैक के क्या लक्षण होते हैं जिससे व्यक्ति सावधान हो जाएं और समझ सकें?
डॉ माहिम सरन - यह बताना बहुत मुश्किल होता है कि इस व्यक्ति को हार्टअटैक होगा या इसको नहीं, हां कुछ लक्षण जरुर होते हैं जिनसे समझा जा सकता है। इसमें उम्र का बहुत महत्व है साथ ही यदि परिवार में किसी को हार्टअटैक हुआ है या स्टंट या बाईपास सर्जरी हुई है तो सम्भावना बढ़ जाती है। ऐसे लोग सतर्क रहें और एक्जीक्यूटिव चेकअप करवाते रहना चाहिए। ब्लडप्रेशर, शूगर, कोलोस्ट्रोल आदि चेक करवाते रहना चाहिए। नियमित जांच से हार्ट अटैक को टाला जा सकता है। हार्ट अटैक को खत्म करने के लिए अभी कोई दवाई नहीं आई है।
हेल्थ जागरण - किन परिस्थितियों में ब्लडप्रेशर (blood pressure) बढ़ता है और हार्ट अटैक का कारण बन जाता है?
डॉ माहिम सरन - ब्लडप्रेशर एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है। ब्लडप्रेशर बढ़ने का कारण जेनेटिक (genetic) या परिवार में किसी को हो और सबसे ज्यादा स्ट्रेस (stress) भी कारण होता है। गलत समय पर खाना, सोना, पूरी तरह आराम नहीं मिलना भी प्रमुख कारण होते हैं।
हेल्थ जागरण - हाइपरटेंशन की बीमारी होने के बाद क्या पूरा जीवन हार्ट अटैक (heart attack) से बचा जा सकता है, कैसे?
डॉ माहिम सरन - बच पाना कहना मुश्किल है लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल अपना कर जीवन जिये तो अच्छा है। समय से खाना, समय से सोना, रात में छः घंटे की भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी है। ब्लडप्रेशर, शुगर (Sugar), कोलोस्ट्रोल को कंट्रोल में रखना जरूरी है, इससे हार्टअटैक की सम्भावना को कम किया जा सकता है।
हेल्थ जागरण - डॉ साहब आज की व्यस्त जीवनशैली (lifestyle), असंतुलित आहार लेने के बीच हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या सलाह देंगे?
डॉ माहिम सरन - रात में साउण्ड स्लीप (sound sleep) ना होने से शरीर का नार्मल मैटाबॉलिज्म (metabolism) चेंज होने लगते हैं। खानपान में ज्यादा नमक, तला भुना खाना सेहत को नुक़सान पहुंचाता है। दिन में समय निकाल कर एक्सरसाइज करना, टहलना हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बहुत जरूरी है।
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