कई ऐसी गंभीर व दर्दनाक बीमारियां होती हैं, जो पूरी तरह से विकसित होने से पहले ही संकेत देती हैं। अगर समय रहते इन संकेतों को समझ कर समस्या का पता लगा लिया जाए तो स्थिति को गंभीर होने से पहले ही कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे ही कुछ लक्षणों में से एक है नसें नीली पड़ना, जो एक बेहद दर्दनाक व हानिकारक रोग है।
वैसे तो कुछ लोगों की नसों का रंग आमतौर पर नीला ही प्रतीत होता है लेकिन यह स्थिति उससे पूरी तरह से अलग है। खासतौर पर टांगों की नसों का रंग नीला होना और साथ ही सूजन विकसित होने की स्थिति को वेरीकोज वेन्स (varicose veins) कहा जाता है। अगर समय रहते इसके लक्षणों (symptoms) की पहचान की जाए तो समय रहते उपाय करके स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है। -
क्या है नसों का नीला पड़ना - What is Varicose Veins
कुछ लोगों की टांगों की नसों में हल्का सा नीलापन रहता ही है, जो कि सामान्य होता है। अगर पिंडली व उसके आसपास के हिस्सों की नसों का रंग नीला पड़ गया है और साथ ही नसें फूली हुई सी दिख रही है तो यह वेरीकोज वेन्स (varicose veins) का संकेत हो सकता है। ऐसा तब होता है जब वाल्व ठीक से काम नहीं कर पाता है और प्रेशर पीछे की तरफ होने के कारण खून नसों में जमा रहने लगता है।
कैसे करें वेरीकोज वेन्स के लक्षणों को कम - How to reduce the symptoms of Varicose Veins
अगर आपको वेरीकोज वेन्स (varicose veins) है तो सबसे जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क में रहें और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएं समय पर लेते रहें। हालांकि, घर पर किए जाने वाले कुछ उपाय (home remedies) भी हैं, जो वेरीकोज वेन्स की गंभीरता को कम करने में मदद कर सकते हैं।
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