देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य पर आयोडीन का प्रभाव

वर्तमान समय में विश्व भर में आयोडीन अल्पता विकार प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार लगभग 54 देशों में आयोडीन अल्पता अभी तक मौजूद है, इस स्थिति में लोगो के मध्य आयोडीन की अल्पता के परिणामस्वरूप होने वाले रोगो के विषय में जागरूकता उत्पन्न करना महत्वपूर्ण हो गया है।

0 27658
स्वास्थ्य पर आयोडीन का प्रभाव प्रतीकात्मक चित्र

वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस अर्थात विश्व आयोडीन अल्पता दिवस (जीआईडीडी)  हर वर्ष  21 अक्टूबर को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य  उद्देश्य आयोडीन के पर्याप्त उपयोग के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना और आयोडीन की कमी के परिणामों पर प्रकाश डालना है।

 

वर्तमान समय में  विश्व भर में आयोडीन अल्पता विकार प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है। आज के परिदृश्य में विश्व की एक तिहाई आबादी को आयोडीन अल्पता विकार से पीड़ित होने का ख़तरा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ (World Health Organization) (WHO) के अनुसार लगभग 54 देशों में आयोडीन अल्पता (iodine deficiency) अभी तक मौजूद है, इस स्थिति में लोगो के मध्य  आयोडीन की अल्पता के परिणामस्वरूप होने वाले रोगो के विषय में जागरूकता उत्पन्न करना महत्वपूर्ण हो गया  है।

 

आयोडीन - Iodine

आहारीय आयोडीन मानव शरीर के अत्यन्त आवश्यक भौतिक तत्त्व है। ये अवटु ग्रंथि के सम्यक, कार्यविधि के लिए आवश्यक है जो शक्ति का निर्माण करती है, हानिप्रद कीटाणुओं को मारती है और इसके हार्मोन थांयरांक्सीजन की कमी पूरी करती है। आयोडीन मन को शांति प्रदान करती है, तनाव कम करती है, मस्तिष्क को सतर्क रखती है और बाल, नाखून, दांत और त्वचा को उत्तम स्थिति में रखने में मदद करता है।

 

आयोडीन का महत्व - Importance of Iodine

आयोडीन सूक्ष्म पोषक तत्व है, जो कि मानव वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। आयोडीन बढ़ते शिशु के दिमाग के विकास और थायराइड प्रक्रिया के लिए अनिवार्य एक माइक्रोपोशक तत्व है, आयोडीन हमारे शरीर के तापमान को भी विनियमित करता है, विकास में सहायक है और भ्रूण के पोशक तत्वों का एक अनिवार्य घटक है, शरीर में आयोडीन को संतुलित बनाने का कार्य थाइरोक्सिन हार्मोंस करता है जो मनुष्य की अंतस्रावी ग्रंथि थायराइड ग्रंथि से स्रावित होता है, आयोडीन की कमी से मुख्य रुप से घेंघा रोग होता है।

 

आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ आयोडीन का सबसे सामान्य स्रोत नमक है। इसके अतिरिक्त आयोडीन युक्त कुछ खाद्य प्रदार्थ इस प्रकार है :

1 - दूध

2 - अंडा

3 - समुद्री शैवाल

4 - शेल्फिश

5 - समुद्री मछली

6 - समुद्री भोजन

7 - मांस

8 - दालें-अनाज।

 

आयोडीन अल्पता से होने वाले रोग - Iodine deficiency diseases

आयोडीन की कमी से कई रोग उत्पन्न होने का भय रहता है।आयोडीन की कमी से होने वाले रोग निम्नलिखित है:

1 - थायरॉयड ग्रंथि का बढ़ना।

2 - मानसिक बीमारी: मंदबुद्धि, मानसिक मंदता, बच्चों में संज्ञानात्मक विकास की गड़बड़ी और मस्तिष्क की क्षति।

3 - तंत्रिका-पेशी और स्तैमित्य (मांसपेशियों की जकड़न)।

4 - एन्डेमिक क्रेटिनिज़म (शारीरिक और मानसिक विकास का अवरुद्ध होना)।

5 - मृत जन्म और गर्भवती महिलाओं में स्वतः गर्भपात।

6 - जन्मजात असामान्यता जैसे कि बहरा-गूंगापन (बात करने में असमर्थता) और बौनापन।

7 - देखने, सुनने और बोलने में दोष।

8 - आयोडीन की कमी से चेहरे पर सूजन, गले में सूजन (गले के अगले हिस्से में थाइराइड ग्रंथि में सूजन)

9 - थाइराइड की कमी (जब थाइराइड हार्मोन का बनना सामान्य से कम हो जाए)

10 - मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में बाधा वज़न बढ़ना, रक्त में कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ना और ठंड बर्दाश्त न होना जैसे आदि रोग होते हैं।

11 - गर्भवती महिलाओं में आयोडीन की कमी से गर्भपात, नवज़ात शिशुओं का वज़न कम होना,शिशु का मृत पैदा होना और जन्म लेने के बाद शिशु की मृत्यु होना आदि होते हैं,

12 - एक शिशु में आयोडीन की कमी से उसमें बौद्धिक और शारीरिक विकास समस्यायें जैसे मस्तिष्क का धीमा चलना, शरीर का कम विकसित होना, बौनापन, देर से यौवन आना, सुनने और बोलने की समस्यायें तथा समझ में कमी आदि होती हैं।

 

आयोडीन अल्पता विकार निवारण की दिशा में भारत सर्कार द्वारा उठाए गए कदम

भारत सरकार द्वारा आयोडीन अल्पता विकार निवारण (Iodine Deficiency Disorders) की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदमम उठाये गए है। वर्ष 1962 में भारत सरकार ने राष्ट्रीय गलगण्ड नियंत्रण कार्यक्रम का आरंभ किया और वर्ष 1992 में इसका नाम परिवर्तित करके राष्ट्रीय आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण कार्यक्रम (National Iodine Deficiency Disorder Control Program) कर दिया गया था।इस कार्यक्रम में आयोडीन युक्त नमक उपलब्ध् कराने, आयोडीन न्यूनता विकृति सर्वेक्षण/पुनर्सर्वेक्षण, आयोडीन वाले नमक पर प्रयोगशालाओं में नजर रखने, स्वास्थ्य शिक्षा और प्रचार पर ध्यान दिया जाता है। राज्यस्तर पर कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों /केंद्रशासित प्रदेशों, आईडीडी नियंत्रण प्रकोष्ठ और आईडीडी निगरानी प्रयोगशाला के अतिरिक्त सर्वे और स्वास्थ्य शिक्षा और लोगों द्वारा आयोडीन युक्त नमक के उपयोग हेतु प्रचार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।

 

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

राष्ट्रीय

सुनने की क्षमता पर दुष्प्रभाव डाल सकता है ओमिक्रोन संक्रमण: विशेषज्ञ स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी

हे.जा.स. January 24 2022 27970

यदि आपको कान में दर्द, कान का बजना, सीटी जैसी सनसनी, कान में झुनझुनी महसूस हो रही है, तो यह कोरोना व

शिक्षा

नीट का रिजल्ट आज होगा जारी

विशेष संवाददाता September 07 2022 20447

परीक्षा का आयोजन 17 जुलाई को किया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, करीबन 18.72 लाख उम्मीदवारों ने प्रवे

स्वास्थ्य

जानिए गर्मियों में लीची क्यों खानी चाहिए?

लेख विभाग May 20 2023 44021

लीची खाने से स्वास्थ्य को कई फायदे मिलते हैं। इम्यूनिटी से लेकर हाइड्रेशन तक लीची आपके स्वास्थ्य को

राष्ट्रीय

नहीं थम रहा कोविड-19 का संक्रमण।

एस. के. राणा May 18 2021 27741

देश में अभी 35,16,997 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 14.09 प्रतिश

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग के साथ की बैठक, कई बिंदुओं पर हुई चर्चा

आरती तिवारी January 21 2023 20670

मेडिकल सुविधाओं के क्षेत्र में यूपी को देश में नंबर वन बनाना है। वहीं इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख

स्वास्थ्य

अनचाहे गर्भ से बचने के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पैच एक अच्छा विकल्प

लेख विभाग March 10 2023 42566

साल 2002 में सबसे पहले कॉन्ट्रासेप्टिव पैच मार्केट में आया था। 17 साल बीत जाने के बाद भी लोगों को इस

व्यापार

एनाजिक इंडिया लाया केंजेन वाटर बनाने वाली मेडिकल डिवाइस

रंजीव ठाकुर September 08 2022 134148

यह जापानी तकनीक है जिसे दुनिया भर के जाने-माने लोग इस्तेमाल करते हैं। एनाजिक इंडिया केंजेन डिवाइस प्

अंतर्राष्ट्रीय

शोध: सप्ताह में 150 मिनट की कसरत, 66 फीसदी हार्ट फेल का खतरा करेगी कम

हे.जा.स. September 05 2022 22743

अध्ययन में 96.6 फीसदी श्वेत लोगों को शामिल किया गया था, जिनकी औसत उम्र 56 वर्ष थी। इनमें 57 फीसदी मह

उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश सरकार में स्टाफ नर्स की भर्ती। 

हुज़ैफ़ा अबरार July 17 2021 24344

आवेदन के इच्छुक अभ्यर्थी इस लिंक पर जाकर http://uppsc.up.nic.in/Notifications.aspx पर जाकर निर्देशों

उत्तर प्रदेश

स्वास्थ्य केंद्र में बेची जा रही बाहर की दवाइयां, एसडीएम ने मारा छापा

विशेष संवाददाता June 10 2023 30246

स्वास्थ्य केंद्र इग्लास में बाहर की दवाइयां बरामद होने की शिकायत जैसे ही उपजिलाधिकारी इगलास को हुई त

Login Panel