देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

राष्ट्रीय

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को देश में आने से रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी ज़रूरी

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी को सबसे ज्यादा जरूरी माना है। इनका कहना है कि इनके जरिए कोरोना वायरस के और भी वेरिएंट देश में प्रवेश कर सकते हैं।

0 12408
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को देश में आने से रोकने के लिए  अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी ज़रूरी प्रतीकात्मक

नयी दिल्ली। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वैज्ञानिकों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की निगरानी को सबसे ज्यादा जरूरी माना है। इनका कहना है कि इनके जरिए कोरोना वायरस के और भी वेरिएंट देश में प्रवेश कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने हाल ही में दिल्ली और मुंबई में वायरस के ईटा वेरिएंट की मौजूदगी का भी पता लगाया है, जो विदेश से आने वालों के साथ-साथ समुदाय स्तर पर भी मरीजों में पाया गया है। 

इस वेरिएंट में एंटीबॉडी पर हमला करने वाला म्यूटेशन भी देखने को मिला है। पुणे स्थित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), नई दिल्ली स्थित आईसीएमआर और दिल्ली हवाईअड्डे पर कोरोना की जांच करने वाले जेनेस्ट्रिंग डायग्नोस्टिक के संयुक्त अध्ययन में कोरोना के ईटा वेरिएंट के बारे में पता चला है। इसके मुताबिक दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डे पर 212 लोगों के सैंपल एकत्रित किए गए। इनमें 146 विदेश यात्रा से जुड़े थे। 

जबकि 66 मरीजों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। जब इन सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई तो इनमें से 90 की रिपोर्ट में 14 में ईटा वेरिएंट मिला है। जिन लोगों में यह वेरिएंट मिला वे यूएई, दक्षिण अफ्रीका, कतर, नाइजीरिया, सूडान इत्यादि देशों से आए थे। इनके अलावा दो और सैंपल में यह वेरिएंट मिला है जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी और यह दोनों ही सैंपल मुंबई हवाई अड्डे के बाहर से लिए गए थे।

एनआईवी की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. प्रज्ञा यादव के अनुसार भारत में पहली बार ईटा वेरिएंट (ITA variant) की पुष्टि फरवरी 2021 में हुई थी। अभी तक यह वेरिएंट विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से चिंताजनक श्रेणी में रखा गया है। दुनिया के 85 देशों में इसकी मौजूदगी का पता चला है। हालांकि भारत में अब यह समुदाय और विदेश यात्रा दोनों में ही देखने को मिल रहा है।

इस वेरिएंट में ऐसा म्यूटेशन है जिसे एंटीबॉडी पर हमला करने के रूप में जाना जाता है। यही वजह है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा के साथ साथ कोरोना वायरस के दूसरे वेरिएंट की गतिविधि को लेकर निगरानी बढ़ाने की जरूरत है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

आधुनिक चिकित्सा का सबसे कारगर विकल्प बनेगा आयुर्वेद: डॉ. भट्ट

आनंद सिंह April 06 2022 17707

डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा, आरोग्यता के साथ आयुर्वेद व्यापक रोजगार देने में भी सक्षम, गुरु ग

उत्तर प्रदेश

जीका वायरस पर उप्र सरकार का अलर्ट जारी।

हुज़ैफ़ा अबरार October 27 2021 11244

जीका वायरस मुख्य रूप से एक संक्रमित एडीज प्रजाति के मच्छर (एई इजिप्टी और एई अल्बोपिक्टस) के काटने से

रिसर्च

Adverse pregnancy outcomes and long term risk of ischemic heart disease in mothers: national cohort and co-sibling study

British Medical Journal February 05 2023 16148

Women who experienced any of five major adverse pregnancy outcomes showed an increased risk for isch

उत्तर प्रदेश

केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में खाली बेड की सूचना वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं

रंजीव ठाकुर August 16 2022 22071

केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में मरीज आते है लेकिन खाली बेड ना मिलने की व

उत्तर प्रदेश

आगरा यूनिवर्सिटी में BAMS परीक्षा की कॉपी बदले जाने के मामले की जांच करेगी एसटीएफ

श्वेता सिंह September 06 2022 18029

पुलिस ने आरोपी अतुल यादव से पूछताछ की। उसके पास से दस्तावेज बरामद किए। आरोपी डॉक्टर कई छात्रों के सं

अंतर्राष्ट्रीय

बीजिंग में कोरोना महामारी के प्रसार के चलते स्थिति गंभीर, संक्रमण से 39 लोगों की मौत

हे.जा.स. April 25 2022 16818

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि देश में शनिवार को संक्रमण के 21,796 नए मामले सामने जिनमे

उत्तर प्रदेश

हेस्टैक एनालिटिक्स का सम्पूर्ण जीनोम सीक्‍वेंसिंग टेस्ट एक बार में टीबी का पता लगा सकता है: डॉ राजेंद्र प्रसाद

रंजीव ठाकुर July 21 2022 14686

मशहूर पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि संपूर्ण जीनोम सीक्वेंसिंग से तपेदिक (टीबी) से जुड़

राष्ट्रीय

एडवांस्ड ओवरियन कैंसर की मरीज सर्जरी के बाद कैंसरमुक्त। 

रंजीव ठाकुर March 14 2021 13089

मैक्स हॉस्पिटल में हम सीआरएस और एचआईपीईसी सर्जरी के जरिये एडवांस्ड कैंसर के लगभग 150 मामलों का सफल इ

स्वास्थ्य

जानिए डस्ट एलर्जी के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार

लेख विभाग November 03 2021 20017

डस्ट एलर्जी सिर्फ धूल से ही नहीं, बल्कि धुएं, मौसम में बदलाव, माइक्रो पार्टिकल्स के हवाओं में ज्यादा

स्वास्थ्य

कमजोर इम्युनिटी और लंबे वायरल इन्फेक्शन से पीड़ित व्यक्ति को सेप्सिस हो सकता है: डॉ अशोक कुमार सिंह

हुज़ैफ़ा अबरार September 12 2022 17676

सेप्सिस एक जानलेवा बीमारी है। जब शरीर किसी रिएक्शन के प्रति बहुत गंभीर प्रतिक्रिया करती है तो यह बीम

Login Panel