देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

एडवांस लिवर ट्रांसप्लान्ट लिवर फेलियर के रोगियों के लिए एक वरदान। 

लिवर ट्रांसप्लान्ट की जरूरत केवल उन मरीजों को पड़ती है, जिनका लिवर पूरी तरह से खराब हो चुका है और जो नए लिवर के बिना जिंदा नहीं रह सकते हैं

लेख विभाग
January 18 2021 Updated: January 23 2021 16:22
0 17347
एडवांस लिवर ट्रांसप्लान्ट लिवर फेलियर के रोगियों के लिए एक वरदान।  डॉक्टर सुभाष गुप्ता, चेयरमैन- सेंटर फॉर लिवर एंड बायलरी साइंसेस


डॉक्टर सुभाष गुप्ता, चेयरमैन- सेंटर फॉर लिवर एंड बायलरी साइंसेस, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, साकेत, नई दिल्ली


लिवर का काम प्रोटीन, एंजाइम और अन्य पदार्थों का उत्पादन करके पाचन में मदद करना है। लेकिन जीवनशैली की खराब आदतों जैसे कि शराब का अत्यधिक सेवन, बीमारियों जैसे कि हेपेटाइटिस बी या सी, फैटी लिवर, एक्यूट लिवर फेलियर, कार्सिनोमा या लिवर के कैंसर के कारण लिवर धीरे-धीरे पूरी तरह खराब होने लगता है। ऐसे में लिवर ट्रांसप्लान्ट की जरूरत पड़ती है।

लिवर ट्रांसप्लान्ट की जरूरत केवल उन मरीजों को पड़ती है, जिनका लिवर पूरी तरह से खराब हो चुका है और जो नए लिवर के बिना जिंदा नहीं रह सकते हैं। सीटी स्कैन और एमआरआई लिवर स्कैन जैसी इमेजिंग तकनीकों में विकास की मदद से आज छोटे से छोटा ट्यूमर का पता आसानी से लगाया जा सकता है। लिवर ट्रांसप्लान्ट में प्रगति के साथ, आज भारत में मृतक डोनर के अंगों को मशीन में संरक्षित किया जा सकता है। इसमें पंप के जरिए खून का बहाव जारी रहता है जिससे लिवर सामान्य स्थिति में रहकर लंबे समय तक पित्त का उत्पादन कर पाता है।”

भारत में यह तकनीक एक लोकप्रिय प्रक्रिया बन गई है। एडवांस लिवर डोनर सर्जरी में पुरानी लिवर डोनर सर्जरी की तुलना में कई फायदें हैं, जैसे कि कम दर्द, तेज रिकवरी और न के बराबर निशान आदि। लिवर ट्रांसप्लान्ट की मदद से हजारों-लाखों मरीजों को एक बेहतर जीवन प्राप्त हुआ है।

 लाइव डोनर लिवर ट्रांसप्लान्ट की प्रक्रिया में लिवर के केवल खराब भाग को प्रत्यारोपित किया जाता है। सर्जरी के बाद डोनर का शेष लिवर दो महीनों के अंदर फिर से बढ़ने लगता है और पुन: सामान्य लिवर का आकार ले लेता है। इसी प्रकार रिसीवर का प्रत्यारोपित लिवर भी अपने सामान्य आकार में बढ़कर, फिर से सही ढ़ंग से काम करने लगता है। जीवित या मृतक डोनर वह है जो अपना लिवर मरीज को दान करता है। परिवार का कोई सदस्य जिसकी उम्र 18-50 वर्ष हो, स्वस्थ हो और जिसमें कोई मेडिकल समस्या न हो तो वह लाइव डोनर बनकर लिवर दान कर सकता है। भारत में लिवर ट्रांसप्लान्ट की प्रक्रिया समय के साथ अधिक सुरक्षित व सफल बनती जा रही है। इसकी मुख्य वजह बढ़ती जागरुकता है, जहां लोग स्वेच्छा से जीवित या मृतक डोनर का लिवर जरूरतमंद रोगियों को दान कर रहे हैं।”

हालांकि, लिवर ट्रांसप्लान्ट के बाद मरीज को हमेशा एंटी रिजेक्शन मेडिकेशन लेना पड़ता है, जिससे कि उसका शरीर नए लिवर को अस्वीकार न कर दे। जैसे-जैसे वक्त बीतता जाता है, दवाइयों की डोज़ कम होती जाती है। इस के साथ उन्हें जीवनभर डॉक्टर के संपर्क में रहने की आवश्यकता होती है।

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

प्रदेश में हर साल 14700 बच्चे हो रहे कैंसर ग्रस्त, 30 फीसदी ही पहुंच पाते हैं अस्पताल: प्रमुख सचिव 

हुज़ैफ़ा अबरार October 15 2023 114441

प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि डब्ल्यूएचओ (WHO) ग्लोबल इनिशिएटिव फॉर चाइल्डहुड कैंसर

स्वास्थ्य

माँ बनने के बाद बरते सावधानियाँ।

लेख विभाग August 12 2021 25441

एक स्त्री के मां बनने के बाद उसका फिगर तो बिगड़ता ही है लेकिन मातृत्व दबाव के कारण उसे अन्य भी कई परे

उत्तर प्रदेश

महामारी के दौरान बढ़ा नशीले पदार्थो का सेवन, ख़राब कर रहा  लीवर।  

हुज़ैफ़ा अबरार June 04 2021 29111

लोग महामारी के कारण बढे तनाव, बोरियत और अकेलेपन की वजह से शराब और अन्य नशीले पदार्थो का सेवन ज्यादा

राष्ट्रीय

टीबी के लम्बे उपचार में डॉक्सीसाइक्लिन जटिलताओं को कम करेगा: एक शोध  

हे.जा.स. June 21 2021 37453

डॉक्सीसाइक्लिन एक सस्ता और व्यापक रूप से उपलब्ध एंटीबायोटिक है जो फेफड़ों की क्षति को कम कर सकता है,

शिक्षा

नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों में सुधर जाएगा प्रवेश, परीक्षा और प्लेसमेंट

रंजीव ठाकुर September 19 2022 32042

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों की क्वालिटी मैनेजमेंट पर फोक

अंतर्राष्ट्रीय

लंका ने कोविड-19 लॉकडाउन हटाया, कुछ पाबंदियां जारी रहेंगी।

हे.जा.स. October 02 2021 29983

कोविड-19 लॉकडाउन शुक्रवार को तड़के चार बजे हटाया गया तथा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नये

उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन: ANM भर्ती परीक्षा डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन प्रक्रिया शुरु

हुज़ैफ़ा अबरार October 18 2021 23288

अभ्यर्थियों की डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है, जोकि 18 अक्टूबर तक जारी रहेगी।

उत्तर प्रदेश

लोहिया अस्पताल में शुरू हुई पीडियाट्रिक आई क्लीनिक

रंजीव ठाकुर July 01 2022 55545

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के नेत्र विभाग में बच्चों की नेत्र समस्याओं के निदान हेतु क्लीनिक प्रारम

स्वास्थ्य

गुणों से भरपूर है लहसुन।

लेख विभाग July 08 2021 42469

लहसुन कल्क का प्रयोग अनेक व्याधियों की चिकित्सा में किया गया है। लहसुन में अम्ल रस को छोड़कर शेष पाँ

राष्ट्रीय

कोविड संक्रमण से उबरने के बाद भी लम्बे समय तक रहता है असर: केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री

विशेष संवाददाता July 22 2022 20289

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि देश में कोविड संक्रमण ठीक होने के बाद भी

Login Panel