लखनऊ : कोरोना को मात देने के लिए वैक्सीन के बाद वायरसरोधी गोलियां भी आ सकती हैं। स्वीडन में एंटीवायरल ओरल पिल्स का उत्पादन होना शुरू हो गया है।
विशेषज्ञ पहले ही कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी जारी कर चुके हैं और रोजाना लगभग 40 हजार के आसपास कोरोना केस सामाने आ रहे हैं। ऐसे में वैक्सीन के बाद वायरसरोधी गोलियों के आने की खबर राहत देने वाली है। कहा जा रहा है कि ये काफी मददगार हो सकती है और इससे लोगों को कोरोना से बचने में काफी मदद मिल सकती है।
एक तरफ कोरोना की वैक्सीन वायरस के खिलाफ सबसे ज्यादा सुरक्षा प्रदान करती है, तो वहीं वायरसरोधी दवा कोरोना के संक्रमण को बढ़ने से रोकने में मदद कर सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरसरोधी दवा को इस साल ही बाजार में लाया जा सकता है। अमेरिकी रसायन कंपनी मर्क पहले ही ओरल एंटीवायरल दवा मोलनुपिरवीर के लिए एफडीए की मंजूरी ले चुकी है। जापान की फार्मा कंपनी ने भी हाल ही में वन-ए-डे पिल पर अपना क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिया है।
वायरसरोधी दवा को वे लोग ले सकेंगे जो कोरोना पॉजिटीव हैं। इससे लोग घर पर रहते ही ये दवा ले सकेंगे, जो उनके लक्षणों को रोकने में और खराब स्वास्थ्य को ठीक करने में भी मदद करेगी। ये हल्के लक्षणों पर ज्यादा असरदार होगी। वैक्सीन शरीर में वायरस के प्रवेश को रोकती है, तो वायरसरोधी गोलियां वायरस को संक्रमण के बाद बढ़ने भी रोकती हैं।
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