देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

उत्तर प्रदेश

नाखून और बाल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है टीबी, समय से पहचान और इलाज ज़रूरी

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्र व बीआरडी मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट के विभागाध्यक्ष डॉ. अश्वनी मिश्र ने बताया कि टीबी के कुल मरीजों में से करीब 20 से 30 फीसदी मरीज एक्स्ट्रापल्मोनरीश्रेणी के होते हैं।

आनंद सिंह
March 25 2022 Updated: March 25 2022 19:30
0 23383
नाखून और बाल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकती है टीबी, समय से पहचान और  इलाज ज़रूरी

गोरखपुर। टीबी के बारे में अब नई जानकारी आई है। पहले माना जाता था कि टीबी सिर्फ फेफड़े की बीमारी है। अब नई जानकारी यह आई है कि टीबी नाखून और बाल को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है। इसे एक्सट्रा पल्मोनरी टीबी कहते हैं। लिम्फ ग्रंथि का फूल जाना, गले पर गांठ, हड्डियों व जोड़ों में तेज दर्द व सूजन, दोहरी दृष्टि, भ्रम का होना, सिरदर्द, पेट में दर्द, पाचन संबंधित समस्या, बार-बार पेशाब आना और पेशाब में दर्द जैसी समस्या भी टीबी के लक्षण हैं। एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी की पहचान विशेषज्ञ चिकित्सक ही कर पाते हैं। ऐसी टीबी संक्रामक तो नहीं होती, लेकिन इसका समय से इलाज आवश्यक है।
 
जिले में एक्सट्रा पल्मोनरी टीबी (extra pulmonary TB ) के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीआरडी मेडिकल कालेज (BRD medical college) में हर महीने करीब 150 से 180 मरीज इस बीमारी के पहुंचते हैं। ट्रांसपोर्टनगर के रहने वाले चंद्रप्रकाश के गर्दन के पास गांठ निकल गई थी। गांठ में खुजली भी होती थी। क्षय रोग केंद्र पर जांच कराने में उन्हं् टीबी का मरीज बताया गया। उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि गले की गांठ भी टीबी (TB) हो सकती है। उन्हें रुक-रुक कर बुखार भी आता था, हालांकि वह परिवार के बीच ही रहे। चिकित्सक ने उन्हें बताया कि छह महीने तक लगातार दवा चलेगी और दवा बीच में नहीं छोड़नी है। 

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्र व बीआरडी मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट के विभागाध्यक्ष डॉ. अश्वनी मिश्र ने बताया कि टीबी के कुल मरीजों में से करीब 20 से 30 फीसदी मरीज एक्स्ट्रापल्मोनरीश्रेणी के होते हैं। बाल और नाखून में टीबी नहीं होती है । इसके अलावा लिंफ ग्रंथि, हड्डी-जोड़, मस्तिष्क, पेट, यूरेनरी, किडनी, गर्भाशय जैसे अंगों की टीबी रिपोर्ट हो चुकी हैं । यह टीबी कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों व बच्चों में ज्यादा पाई जाती है । एचआईवी के टीबी मरीजों में 50 फीसदी में यह बीमारी पाई जाती है । यह टीबी केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, लसीका प्रणाली, जननांग प्रणाली, हड्डियों व जोड़ों में पाई जाती है।

इन लक्षणों पर करें गौर
- लिंफ ग्रंथि के फूलने और दर्द होने पर यानि गर्दन के पास गांठ होना
- हड्डी या जोड़ में किसी जगह तेज दर्द या सूजन होने पर
- मस्तिष्क में दोहरी दृष्टि, भ्रम या सिरदर्द की शिकायत पर
- पेट में दर्द और पाचन संबंधी संमस्या पर
- बार-बार पेशाब आना, पेशाब में दर्द होने पर पुरुष को जननांग टीबी की जांच करानी चाहिए
- महिलाओं में जननांग टीबी पैल्विक सूजन की तरह हो सकती है

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

अंतर्राष्ट्रीय

अब इस देश में 18-25 साल के युवाओं को मिलेगा ‘फ्री कंडोम’

हे.जा.स. December 10 2022 52440

राष्ट्रपति मैक्रॉन के फैसले के मुताबिक, नए साल से यानी 1 जनवरी 2022 से 18 साल से 25 साल के बीच के यु

Login Panel