देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

कमजोर इम्युनिटी वाले हो रहे ब्लैक फंगस संक्रमण का शिकार।

अगर समय पर ब्लैक फंगस इलाज नहीं किया गया तो ये खतरनाक रूप ले लेती है और मरीज की जान भी जा सकती है।

लेख विभाग
May 20 2021 Updated: May 20 2021 01:08
0 33923
कमजोर इम्युनिटी वाले हो रहे ब्लैक फंगस संक्रमण का शिकार। प्रतीकात्मक

कोविड-19 की दूसरी लहर के बीच कई लोग म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस ) नाम के फंगल इन्फेक्शन की चपेट में आ रहे हैं। यह दुर्लभ फंगल इन्फेक्शन है जो किसी व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम होने पर होता है। कोविड-19 और डायबिटीज के मरीजों के लिए यह इन्फेक्शन और ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। इस संक्रमण को `ब्लैक फंगस’ के नाम से भी जाना जाता है| आमतौर पर यह इंफेक्शन नाक से शुरू होता है। जो धीरे-धीरे आंखो तक फैलता है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी के मुताबिक हल्के लक्षण दिखने पर जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करें। कोविड के रोगियों में अगर बार-बार नाक बंद होती हो या नाक से पानी निकलता रहे, गालों पर काले या लाल चकत्ते दिखने लगें, चेहरे के एक तरफ सूजन हो या सुन्न पड़ जाए, दांतों और जबड़े में दर्द, कम दिखाई दे या सांस लेने में तकलीफ हो तो यह ब्लैक फंगस हो सकता है।

आंख, कान, गला रोग विशेषज्ञ डॉ रहबर अंसारी ने बताया कि आम हालात में डायबिटिक मरीजों में ब्लैक फंगस के मामले मिलते रहते हैं लेकिन अगर किसी का शुगर लेवल कंट्रोल में नहीं है और उसे कोरोना हो जाए तो ख़तरा ज़्यादा है। ऐसे केस में इलाज के लिए ज़्यादातर स्टेरॉइड्स का प्रयोग होता है। इनका इस्तेमाल नियंत्रित होना चाहिए।

कोविड-19 के लिए आईएमए की हेल्पलाइन के पैनलिस्ट डॉ रहबर ने बताया कि इस बीमारी का अगर समय पर इलाज नहीं किया गया तो ये खतरनाक रूप ले लेती है और मरीज की जान भी जा सकती है। इसलिए लक्षण आते ही मरीज को विशेषज्ञ डाक्टर से सलाह लेना चाहिए।  

क्या है म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस)?
इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार म्यूकोरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन है, जो शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। म्यूकोरमाइकोसिस इंफेक्शन नाक, आँख, दिमाग, फेफड़े या फिर स्किन पर भी हो सकता है। इस बीमारी में कई लोगों की आंखों की रोशनी तक चली जाती है, वहीं कुछ मरीजों के जबड़े और नाक की हड्डी गल जाती है। 

कोरोना के मरीजों को ज्यादा खतरा
ब्लैक फंगस आमतौर पर उन लोगों को तेजी से अपना शिकार बनाता है जिन लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है। कोरोना के दौरान या फिर ठीक हो चुके मरीजों का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है, इसलिए वह आसानी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। खासतौर से कोरोना के जिन मरीजों को डायबिटीज है। शुगर लेवल बढ़ जाने पर उनमें म्यूकोरमाइकोसिस खतरनाक रूप ले सकता है।  कैंसर, एचआईवी/एड्स, वायरल रोग से पीड़ित मरीज़, बोन मैरो के रोगी तथा गंभीर रूप से जले मरीज़ भी ब्लैक फंगस का शिकार जल्दी होतें हैं।     

यह संक्रमण सांस द्वारा नाक के जरिये व्यक्ति के अंदर चला जाता है, जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उनको यह जकड़ लेता है|  

लक्षण 
• नाक में दर्द हो, खून आए या नाक बंद हो जाए 
• नाक में सूजन आ जाए
• दांत या जबड़े में दर्द हो या गिरने लगें
• आंखों के सामने धुंधलापन आए या दर्द हो, बुखार हो 
• सीने में दर्द
• बुखार
• सिर दर्द 
• खांसी 
• सांस लेने में दिक्कत 
• खून की उल्टियाँ होना 
• कभी-कभी दिमाग पर भी असर होता है  

किन रोगियों में ज्यादा पाया गया है
• जिनका शुगर लेवल हमेशा ज्यादा रहता है 
• जिन रोगियों ने कोविड के दौरान ज्यादा स्टेरॉइड लिया हो 
• काफी देर आईसीयू में रहे रोगी  
• ट्रांसप्लांट या कैंसर के रोगी 

कैसे बचें
• किसी निर्माणाधीन इलाके में जाने पर मास्क पहनें
• बगीचे में जाएं तो फुल आस्तीन शर्ट, पैंट व ग्लब्स पहनें 
• ब्लड ग्लूकोज स्तर को जांचते रहें और इसे नियंत्रित रखें

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

RELATED POSTS

COMMENTS

राष्ट्रीय

वैक्सीन से चूके 4 करोड़ मासूमों पर मंडरा रहा खसरे का खतरा: डब्ल्यूएचओ

एस. के. राणा November 24 2022 27857

दुनियाभर में लगभग 4 करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक से चूक गए। जिसकी वजह से बच्चों में यह बीमारी ब

अंतर्राष्ट्रीय

दुनिया भर में क़रीब एक अरब लोग मानसिक विकार से पीड़ित: डब्लूएचओ

हे.जा.स. June 18 2022 43384

बाल्यावस्था में यौन दुर्व्यवहार और डराए-धमकाए जाने से पीड़ित होना, मानसिक अवसाद की बड़ी वजहों में बत

राष्ट्रीय

कुछ शर्तों के साथ अब बाज़ार में उपलब्ध होगी कोविशील्ड और कोवाक्सिन

एस. के. राणा January 27 2022 28054

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोविशील्ड और कोवाक्सिन के लिए कंपनियों को सशर्त बाजार में

उत्तर प्रदेश

इन्फ्लूएंजा और कोविड को लेकर सीएम योगी ने दिए निर्देश

विशेष संवाददाता March 27 2023 32420

सीएम योगी ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए यूपी में सभी संसाधन उपलब्ध हैं। देश में बढ़ते केस को देखते

स्वास्थ्य

किडनी प्रत्यारोपण में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने जगाई आशा।

लेख विभाग October 22 2021 27914

यूनाइटेड थेरेप्यूटिक्स के सीईओ मार्टिन रोथब्लाट ने कहा-इस सफलता से मनुष्यों में आने वाले दिनों में स

उत्तर प्रदेश

श्रावस्ती में निःशुल्क विशाल स्वास्थ्य मेले का आयोजन

विशेष संवाददाता February 27 2023 25843

राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने भारत माता की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर स्वास्थ्य मेले का शुभारंभ

राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अप्रैल को जामनगर में जीसीटीएम का करेंगे भूमि पूजन

विशेष संवाददाता April 14 2022 21994

भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में स्वास्थ्य के प्रति सम्रग दृष्टिकोण अपनाया गया जो आज अधिक प्रा

उत्तर प्रदेश

देर से पता चलता है लंग कैंसर के 60% केस

आरती तिवारी August 01 2023 26196

फेफड़े के कैंसर से पीड़ित करीब 60 फीसदी मरीजों में बीमारी का पता काफी देर से चलता है। इससे उनके इलाज

अंतर्राष्ट्रीय

मॉडर्ना ने फाइजर-बायोएनटेक के खिलाफ किया मुकदमा, कोविड टीके के पेटेंट को लेकर है विवाद

विशेष संवाददाता August 27 2022 22734

मॉडर्ना ने कोविड वैक्सीन निर्माता कंपनियों फाइजर और बायोएनटेक पर मुकदमा दर्ज किया है। मॉडर्ना ने अपन

अंतर्राष्ट्रीय

स्कॉटलैंड में नि:शुल्क मासिक धर्म उत्पाद उपलब्ध कराना क़ानून बना

हे.जा.स. August 17 2022 28574

इस नए कानून के तहत, विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों एवं स्थानीय सरकारी निकायों के लिए य

Login Panel