देश का पहला हिंदी हेल्थ न्यूज़ पोर्टल

स्वास्थ्य

नींद में खर्राटे लेते हैं तो हो जाएं सावधान, स्लीप एप्निया की हो सकती है बीमारी

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया' के मरीज को में नींद के दौरान सांस लेने में समस्या आती है। इसके चलते उनके शरीर में लगातार ऑक्सीजन की कमी होती जाती। इस रोग का मुख्य कारण अधिक वजन, जीभ का बड़ा आकार और टॉन्सिल होते हैं।

हुज़ैफ़ा अबरार
February 19 2022 Updated: February 19 2022 11:08
0 25598
नींद में खर्राटे लेते हैं तो हो जाएं सावधान, स्लीप एप्निया की हो सकती है बीमारी प्रतीकात्मक

डॉ अभिनव चौधरी

लखनऊ। बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार बप्पी लाहिरी नींद में ही दुनिया को अलविदा कह गए। वे लंबे समय से स्लीप एप्निया बीमारी से पीड़ित थे, जिसे मेडिकल टर्म में 'ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया' भी कहा जाता है। यदि आप भी सोते समय जोर से खर्राटे लेते हैं तो हो जाइए सावधान और किसी पल्मोनोलॉजिस्ट से तुरंत इस सम्बंध मेडिकल एडवाइस लें। खर्राटे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया' के प्रमुख लक्षणों में से एक है।

इस सम्बंध में अपोलोमेडिक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, लखनऊ के पल्मोनोलॉजिस्ट व स्लीप मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ अभिनव चौधरी ने बताया "'ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया' के मरीज को में नींद के दौरान सांस लेने में समस्या आती है। इसके चलते उनके शरीर में लगातार ऑक्सीजन की कमी होती जाती।

इस रोग का मुख्य कारण अधिक वजन, जीभ का बड़ा आकार और टॉन्सिल (tonsils) होते हैं। शरीर में लगातार ऑक्सीजन (oxygen) की कमी और नींद में बाधा आने से हृदय रोग (heart disease) और उच्च रक्तचाप (high blood pressure) का जोखिम भी बढ़ने लगता है। इस बीमारी में बार-बार श्वसन प्रक्रिया बंद और शुरू होती रहती है।  यदि आप जोर से खर्राटे (snore) लेते हैं और पूरी रात की नींद के बाद भी थकान महसूस करते हैं, तो आपको स्लीप एपनिया (sleep apnea) हो सकता है।"

डॉ चौधरी के अनुसार, "इस बीमारी के कुछ खास लक्षण हैं जिनके दिखने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना। जब सोते समय आपके खर्राटों की आवाज इतनी तेज हो जाए कि इससे दूसरों को दिक्कत हो या फिर जब नींद के दौरान आपको सांस लेने में दिक्कत हो और सांस अचानक बंद और फिर चलने लगे। वहीं दिन के लक्षणों में दिन में अत्यधिक नींद आना, एकाग्रता में कठिनाई, स्मृति में कमी (memory loss), चिड़चिड़ापन, थकान (fatigue) और अवसाद (depression) शामिल हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"

WHAT'S YOUR REACTION?

  • 1
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

COMMENTS

उत्तर प्रदेश

गोरखपुर में डेंगू के मरीजों की संख्या पहुंची 52

आनंद सिंह October 15 2022 19836

सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि डेंगू की रोकथाम के लिए मलेरिया व फाइलेरिया विभाग को लगाया गय

Login Panel